मध्य प्रदेश में सरकार राज्य के 40 फीसदी जंगलों को निजी हाथों में देने की तैयारी कर रही है. इसके लिए वन विभाग की तरफ से जमीनों की जानकारी मांगी गई है. दरअसल सरकार वनों की स्थिति को सुधारने के लिए 40 फीसदी वन क्षेत्र को पब्लिक प्राइवेट पार्टनशिप मॉडल के तहत निजी कंपनियों को देने की योजना बना रही है. हालांकि आदिवासी संगठन सरकार के इस फैसले के विरोध में उतर गए हैं. श्श्जय आदिवासी युवा संगठनश्श् ने सरकार की इस योजना के खिलाफ आंदोलन करने की चेतावनी दी है. लव जिहाद को रोकने के लिए मप्र सरकार के नए एक्ट (मप्र फ्रीडम ऑफ रिलीजन एक्ट 2020) का ड्रॉफ्ट लगभग तैयार हो गया है। इसमें ताजा मामलों के पकड़े जाने पर पांच साल की सजा का प्रावधान तो है ही, लेकिन ऐसे विवाह यदि हो चुके हैं उन्हें रद्द करने का अधिकार भी फैमिली कोर्ट को दिया जा रहा है। मप्र दूसरा राज्य होगा, जिसका लव जिहाद को रोकने का अपना एक्ट होगा। इससे पहले उत्तराखंड यह एक्ट बना चुका है। उत्तर प्रदेश में फिलहाल प्रक्रिया चल रही है। इंदौर में कोरोना की तीसरी लहर आ गई है। कलेक्टर मनीष सिंह ने खुद गुरुवार को इस बात को स्वीकारा। निजी अस्पतालों में ज्यादा लोग पहुंच रहे हैं। प्रशासन हर दिन बेड उपलब्धता की जानकारी ले रहा है। अन्य जिलों के मरीज आने से भी अस्पतालों में परेशानी आ रही है। अब मरीजों को सुपर स्पेशिएलिटी सहित अन्य सरकारी अस्पतालों में डायवर्ट करेंगे। इस बीच गुरुवार को 313 नए कोरोना मरीज मिले। चार लोगों की मौत भी हुई। स्वास्थ्य विभाग का कहना है कि त्योहारों के दौरान बाजारों में भीड़ और मौसम परिवर्तन के कारण मरीज बढ़ रहे हैं। पश्चिमी विक्षोभ ने इस बार ठंड का गणित बिगाड़ दिया है। यही वजह है कि रात और दिन का तापमान लगातार सामान्य से ज्यादा बना हुआ है। दो से चार दिन के अंतराल पर दो और पश्चिमी विक्षोभ आने के आसार हैं। ऐसे में अनुमान लगाया जा रहा है कि इस बार नवंबर में कड़ाके की ठंड पड़ने के आसार कम ही हैं। वरिष्ठ मौसम वैज्ञानिक एके शुक्ला ने बताया कि वर्तमान में पश्चिमी विक्षोभ के साथ ही द्रोणिका और हवा के ऊपरी भाग में चक्रवाती हवा का घेरा बना हुआ है। यही वजह है कि आसमान पर रह रह कर बादल छा रहे हैं। इसके प्रभाव से हवाओं को रुख भी बार-बार बदल रहा है। कोरोना पॉजिटिव मरीजों की संख्या बढ़ने के साथ ही प्रशासन की सख्ती फिर शुरू हो गई है। जिला प्रशासन की टीमों ने गुरुवार को मास्क नहीं लगाने वाले 100 से ज्यादा लोगों के चालान बनाए, जबकि नगर निगम ने 144 लोगों के खिलाफ चालानी कार्रवाई की। अब यह सख्ती और बढ़ेगी। बाजारों में भी सोशल डिस्टेंसिंग और समय की पाबंदी का पालन कराया जाएगा। कोरोना काल में प्रोडक्ट की बिक्री घटने से उज्जैन दुग्ध संघ पर करीब 35 हजार किसानों का 12 करोड़ रुपए का भुगतान बाकी है। ये हालात भी तब है जब संघ बैंक से 27 करोड़ रुपए का ऋण ले चुका है। स्थिति ओर ना बिगड़े व किसान सहित अन्य लोगों का रोजगार न छिने इसके लिए यहां के प्रोडक्ट की बिक्री को बढ़ाए जाने पर जोर दिया जा रहा है। विशेषज्ञों का कहना है कि कोरोना काल व तमाम परिस्थितियों को देखते हुए संघ को होम डिलीवरी को बढ़ावा देना चाहिए। शहर की कई कपड़ा व धागा मिलें, श्री सिंथेटिक्स, सोयाबीन प्लांट आदि एक-एक करके बंद होने से यहां बेरोजगारी बढ़ती गई हैं। इन संस्थाओं से प्रभावित हुए कई लोगों व परिवारों का जीवन अब तक भी पटरी पर नहीं आ पाया है। कोरोना काल में बंद हुए स्कूलों को अनलॉक करने की मांग को लेकर एसोसिएशन ऑफ अन-एडेड प्राइवेट स्कूल मध्यप्रदेश एवं सहोदय ग्रुप ऑफ सीबीएसई स्कूल के सयुंक्त प्रतिनिधि मंडल ने गुरुवार को स्कूल शिक्षा राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) इंदर सिंह परमार से मुलाकात की। उन्हें कोरोना काल में स्कूलों के बंद होने के कारण छात्र-छात्राओं, शिक्षकों सहित पूरे स्कूल शिक्षा क्षेत्र को हो रही नुकसान की जानकारी दी गई। उन्हें बताया गया कि हाईकोर्ट के निर्णय के बावजूद अभी भी पालकों के द्वारा शिक्षण शुल्क का भुगतान नहीं किया गया है। जिससे आर्थिक तौर पर आपातकाल की स्थिति बन रही है। इसको लेकर मंत्री प्रतिनिधि मंडल को आश्वासन दिया है कि पूरे प्रदेश में कक्षा नौवीं से बारहवीं की कक्षाएं जल्द ही शुरू कर दी जाएंगी। उपचुनाव में हारने के बाद सिंधिया समर्थक नेता बागी तेवर दिखाने लगे हैं। पूर्व विधायक रघुराज कंषाना ने आरोप लगाया है कि सेकेंड लाइन की लीडरशिप ने धोखा दिया है। जिसकी वजह से चुनाव हार गया। मुरैना जिले व मंडल स्तर के नेताओं ने मुझे हराकर भाजपा की पीठ पर छुरा घोंपने का काम किया है। चुनाव के दौरान फोन कर-कर के कार्यकर्ताओं से मेरे खिलाफ काम करने को कहा गया। भोपाल में अब बाजार से लेकर किसी भी सरकारी और निजी संस्था में लोग बिना मास्क के नजर आने लगे हैं। यह स्थिति इसलिए ज्यादा चिंता में डालने वाली है, क्योंकि मौसम में ठंडक बढ़ने के साथ राजधानी में कोरोना संक्रमण बढ़ने लगा है। आशंका जताई जा रही है कि ये संक्रमण की दूसरी लहर हो सकती है। असल में, मार्च में शुरू हुआ कोरोना का दौर छह महीने यानि छह महीने तक कभी कम, कभी ज्यादा होता रहा। इसके बाद त्योहारी सीजन शुरू हुआ। इसके बाद केस बढ़ने शुरू हो गए हैं। पूर्व विधायक सुरेंद्रनाथ सिंह के भाई हरेंद्र सिंह और साथियों ने गुरुवार को नगर निगम के अपर आयुक्त मेहताब सिंह गुर्जर पर रंगदारी दिखाई। संविदा पर कम्युनिटी ऑर्गनाइजर के पद पर कार्यरत हरेंद्र सिंह, पवन नामदेव और अन्य ने अपर आयुक्त से कह दिया कि ‘हम, तुम्हारे बाप के नौकर नहीं हैं। सोशल मीडिया पर फोटो भेजने के लिए क्यों कहते हो?’ मध्य प्रदेश में मंत्रिमंडल विस्तार के बारे में सीएम शिवराज सिंह चैहान सही समय पर फैसला लेंगे। यह बात भाजपा नेता और राज्यसभा सदस्य ज्योतिरादित्य सिंधिया ने गुरुवार को राजा भोज एयरपोर्ट पर मीडिया से बातचीत में कही। सिंधिया केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर के साथ आज भोपाल पहुंचे। उपचुनाव जीत पर सिंधिया ने कहा कि मैंने पहले भी कहा है, अब भी कहता हूं कि ये जनता की जीत है। मैं अपने प्रदेश की जनता को झुक कर नमन करता हूं। भोपाल में खुले में नहाना, बर्तन धोना और कपड़े धोना अब महंगा पड़ सकता है। ऐसा करने पर अब नगर निगम 1000 रुपए का स्पॉट फाइन वसूल करेगा। इस संबंध में नगर निगम कमिश्नर वीएस चैधरी कोलसानी ने आदेश जारी किए हैं। यही नहीं, सड़क और गलियों में कचरा फेंकने, सार्वजनिक स्थानों पर थूकने, खुले में पेशाब करने और खुले में शौच करने पर भी 1000 रुपए का स्पॉट फाइन वसूल किया जाएगा। स्पॉट फाइन पहले भी था, लेकिन इस बार उसे बढ़ाकर दोगुना कर दिया गया है। अब 500 के बजाए 1000 रुपए देने होंगे। सुप्रीम कोर्ट ने पथरिया विधायक रामबाई के पति गोविंद सिंह की विभिन्न मामलों में प्राप्त जमानत को निरस्त करने प्रस्तुत की गई याचिका की 18 नवंबर को सुनवाई करते हुए मध्यप्रदेश सरकार को नोटिस जारी कर छह सप्ताह में जवाब-तलब किया है। यह याचिका हटा के स्वर्गीय देवेंद्र चैरसिया के बेटे सोमेश चैरसिया की ओर से दायर की गई थी। दरअसल हटा में वर्ष 2019 में हुए बहुचर्चित देवेंद्र चैरसिया हत्याकांड में पथरिया विधायक पति गोविंद सिंह मुख्य आरोपी थे। गोविंद सिंह पूर्व से अनेक मामलों में सजायाब थे और सभी मामलों में उच्च न्यायालय से जमानत पर हैं। जिस कारण मृतक देवेंद्र चैरासिया के पुत्र सोमेश की ओर से सुप्रीम कोर्ट में गोविंद सिंह की विभिन्न मामलों में स्वीकृत जमानत निरस्त करने याचिका दायर की गई थी।