Hindi News Agency,Public Search Engine, Public directory - Express Media Service
राज्य
16-Nov-2020

उपचुनाव में हार के बाद कांग्रेस का पुनर्गठन किया जाएगा। प्रदेश कांग्रेस कमेटी को भंग कर जल्द ही 2 हजार से ज्यादा नियुक्तियों को रद्द करने की तैयारी है। वर्ष 2018 के चुनाव से पहले जमीनी स्तर पर और उपचुनाव से पहले विधानसभा क्षेत्र प्रभारी, सह प्रभारी सहित करीब 3 हजार से ज्यादा पदों पर नियुक्तियां की गई थीं। इस बारे में पूर्व मंत्री पीसी शर्मा ने बयान में कहा कि हाल में हुईं नियुक्तियों को रद्द करने की प्रक्रिया जल्द होगी। उपचुनाव में हार के बाद विधायक दल की बैठक में कमलनाथ ने कहा था कि 19 जिलों के विधानसभा प्रभारी रिपोर्ट सौंपे। दीपावली के बाद बैठक में इस पर चर्चा की जाएगी। निगम-मंडलों (राज्य सरकार के अर्द्धशासकीय उपक्रम) में काम करने वाले करीब 70 हजार कर्मचारी और अधिकारियों के सातवें वेतनमान का एरियर बोर्ड की प्रक्रिया और उनके फैसलों में अटक गया है। सिर्फ तीन निगम-मंडल ही ऐसे हैं, जहां एरियर की पहली और दूसरी किश्त मिल पाई है। जबकि वित्त ने अंतिम (तीसरी) किश्त का 25 फीसदी देने के भी आदेश जारी कर दिए। अधिकारी-कर्मचारी इस बात को लेकर नाराज हैं और जल्द ही मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से मिल सकते हैं। राज्य सरकार ने 40 हजार से कम वेतन वालों को 10 हजार रुपए फेस्टीवल एडवांस देने के आदेश जारी किए हैं, लेकिन यह फायदा भी निगम-मंडलों के कर्मचारियों से दूर है। पूर्व सांसद रामसेवक सिंह बाबूजी के घर से चोर गिरोह 30 लाख रुपए नकद और जेवरात चोरी कर ले गए। चोर 10 फीट की दीवार फांदकर अंदर घुसे थे। अलमारी के लॉकर की चाभी मिलाकर उसमें से करीब 30 लाख रुपए नकद और पुश्तैनी जेवरात चोरी कर ले गए। वारदात रविवार-सोमवार दरमियानी रात माधव नगर की है। घटना का पता चलते ही पुलिस मौके पर पहुंची। पुलिस ने जांच के बाद मामला दर्ज किया है। ग्वालियर से कांग्रेस पार्टी से सांसद रहे रामसेवक सिंह उर्फ बाबूजी वैसे तो डबरा के निवासी हैं, पर शहर की पॉश कॉलोनी माधव नगर में भी उनका घर है। वर्तमान में यहां पूर्व सांसद और उनका बेटा धर्मवीर रहते हैं। भोपाल के इकबाल मैदान पर प्रदर्शन कर शांति भंग करने और धार्मिक भावनाएं भड़काने के आरोपी कांग्रेस विधायक आरिफ मसूद के तीन और साथियों को तलैया पुलिस ने सोमवार दोपहर गिरफ्तार किया। इसमें एक पूर्व पार्षद शावर मंसूरी भी शामिल हैं। इस मामले में पुलिस की यह दूसरी कार्रवाई है। इससे पहले तीन आरोपी सलाखों के पीछे पहुंच चुके हैं। टीआई तलैया डीपी सिंह ने बताया कि पूर्व पार्षद शावर मंसूरी, अकील रहमान और मोहम्मद सालार को गिरफ्तार कर लिया गया है। तीनों को न्यायालय में पेश किया गया है। भोपाल में आईडीबीआई बैंक की एक शाखा में चोर घुसकर एटीएम तोड़कर करीब साडे 7 लाख रुपए चुरा ले गए। चोर शटर के ताले तोड़कर अंदर घुसे और सबसे पहले उन्होंने सीसीटीवी के तार काट दिए। अंधेरा होने के कारण वह ठीक से सीसीटीवी कैमरे में कैद नहीं हो पाए। घटना शुक्रवार तड़के की बताई जाती है, जबकि सोमवार को बैंक खुलने के बाद घटना का खुलासा हो सका। थाना प्रभारी ईटखेड़ी करण सिंह ने बताया कि निपानिया जाट में आईडीबीआई बैंक की एक शाखा है। बैंक के अंदर ही एटीएम मशीन लगी हुई है। मध्य प्रदेश के सबसे बड़े सरकारी अस्पताल महाराज यशवंत राव होलकर अस्पताल में रविवार शाम को एक दिन का बच्चा चोरी होने का मामला सामने आया है। एक महिला नर्स बनकर आई और बच्चे की नानी के साथ वार्ड से बच्चे को बाहर ले आई। सोमवार को परिजनों ने अस्पताल में जमकर हंगामा किया। परिजनों ने कहा कि बच्चा 10 साल की मिन्नतों के बाद हुआ था। हालांकि यह दंपती का दूसरा बच्चा है, लेकिन पहले वाला बच्चा दिमाग से थोड़ा कमजोर है। गोवर्धन पूजा के अवसर पर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि आज गोवर्धन पूजा आनंद का अवसर है। दरअसल यह प्रकृति और पर्यावरण की पूजा है। गोवर्धन पूजा का दिन पर्यावरण बचाने का संदेश देता है। सीएम हाउस में प्रदेश के मुख्यमंत्री चौहान ने परिवार सहित पूजा अर्चना के साथ गौशाला में इसी सप्ताह जन्मी दो बछियों-अष्टमी और धनवंतरी के साथ स्नेह दुलार किया। सीएम ने परिवार के साथ उन्हें आहार भी खिलाया। श्री चौहान ने गोवर्धन पर्वत की परिक्रमा कर पूजा-अर्चना की। प्रदेश से हवाला का पैसा ट्रेनों के माध्यम से इधर से उधर बडी आसानी से हो रहा है और ट्रेन यात्रियों की सुरक्षा में तैनात जवानों को इसकी कानोंकान भनक तक नहीं लग रही है। कोरोना वायरस के कारण जारी लाकडाउन में ज्यादातर ट्रेनें बंद थी। ट्रेनों का संचालन शुरू होते ही इसका फायदा यात्रियों ने उठाया है, लेकिन उन लोगों ने भी जमकर उठाया है, जो ट्रेन की भी? का फायदा लेकर हवाला के करोड़ों रूपये प्रदेश से बाहर भेजते और मंगवाते हैं। सूत्रों की माने तो दीवाली के पहले ट्रेनों में लगी लंबी वेटिंग और भीड़ का फायदा उठाकर जबलपुर से हवालों का कारोबार फिर शुरू हो गया है। विधानसभा उपचुनाव में भाजपा ने 28 में से 19 सीटों पर जीत दर्ज की है। जीत के बाद जहां पार्टी में उत्साह है, वहीं संगठन सीटवार भितरघातियों की कुंडली बना रहा है। दरअसल, पार्टी चाहती है कि संगठन में ऐसे नेताओं की पहचान हो सके जिन्होंने पार्टी के खिलाफ काम किया है। खासकर उन सीटों पर ज्यादा फोकस किया जा रहा है, जहां पार्टी को हार मिली है। गौरतलब है कि भाजपा को जितनी उम्मीद थी, उतनी सीटें मुरैना जिले में नहीं मिलीं। इसके पीछे पार्टी में भितरघात की बातें बीच चुनाव से ही चल पड़ी थीं, तभी तो मतदान से चार दिन पहले सुमावली के पूर्व विधायक सत्यपाल सिंह सिकरवार उर्फ नीटू को भाजपा ने पार्टी से बाहर का रास्ता दिखा दिया था। मध्य प्रदेश के 28 विधानसभा सीट पर हुए उपचुनाव में कांग्रेस पार्टी ने जीत के लिए स्थानीय नेताओं को खुश करने की कोशिश की थी। कांग्रेस पार्टी ने 28 सीटों पर प्रचार प्रसार के लिए प्रभारी, सह प्रभारी से लेकर संगठन में ढेरों नियुक्तियां कर डाली थी। विधानसभा वार कार्यकर्ताओं को खुश करने के लिए जिला संगठन से लेकर प्रदेश इकाई तक में बड़े पैमाने पर नियुक्तियां की गई थीं। लेकिन उपचुनाव में कांग्रेस का यह दांव फेल साबित हो गया। 28 सीटों के उपचुनाव में कांग्रेस पार्टी सिर्फ 9 सीटों पर ही जीत हासिल कर सकी। कांग्रेस ने अब उपचुनाव के दौरान विधानसभा वार बनाए गए प्रचार प्रसार के लिए प्रभारी और से प्रभारियों की नियुक्तियां रद्द कर दी है। साथ ही पार्टी संगठन में हुई नियुक्तियों पर भी मंथन कर रही है। मध्य प्रदेश में 28 विधानसभा सीटों पर हाल ही में हुए उपचुनाव में शानदार जीत से उत्साहित सत्तारुढ़ भाजपा प्रदेश में अपने कार्यकर्ताओं के लिये प्रशिक्षण शिविर आयोजित करेगी। मध्य प्रदेश भाजपा के प्रवक्ता दीपक विजयवर्गीय ने शनिवार को बताया कि प्रदेश भर में भाजपा के 1059 मंडलों में यह प्रशिक्षण शिविर आयोजित होगा, जिसमें पार्टी की विचारधारा, कार्य संस्कृति, इतिहास, चुनाव प्रबंधन, मीडिया, सोशल मीडिया और कल्याणकारी गतिविधियों जैसे विषयों पर प्रशिक्षण सत्र होंगे। उन्होंने इस बात से इंकार किया कि यह प्रशिक्षण कार्यक्रम मुख्य रूप से ज्योतिरादित्य सिधिंया के साथ कांग्रेस से छोड़कर हाल ही में भाजपा में शामिल हुए कार्यकर्ताओं के लिये आयोजित किया जा रहा है। मध्य प्रदेश हाई कोर्ट ने राज्य की अधीनस्थ अदालतों को 23 नवंबर से प्रायोगिक तौर पर खोले जाने का निर्णय लिया है। यह प्रक्रिया 5 दिसंबर तक जारी रहेगी। यदि यह अनुभव अनुकूल रहा, तो इसे आगे भी बढ़ाया जा सकता है। मध्य प्रदेश हाई कोर्ट के कार्यवाहक मुख्य न्यायाधीश संजय यादव के आदेश पर रजिस्ट्रार जनरल राजेंद्र कुमार वानी ने यह परिपत्र जारी किया है। आदेश के तहत रिमांड, जमानत, सिविल व क्रिमनल अपील व रिवीजन, पांच साल पुराने क्रिमनल मामले, एक्सीडेंट क्लेम, सीआरपीसी की धारा-125 से 128 तक से संबंधित मामले हाई कोर्ट द्वारा निर्धारित समय-सीमा के मामले, त्वरित कार्रवाई योग्य मामले वरीयता क्रम में सुने जाएंगे। आंगनवाड़ी केंद्रों की मानीटरिंग आनलाइन तरीके से लगने लगी है। प्रदेश के सभी आंगनवाड़ी केंदों्र पर तैनात कार्यकर्ताओं को एप के जरिए हाजिरी भरना होता है। खास बात यह है कि कार्यकर्ता केंद्र के अलावा किसी दूसरी जगह से हाजिरी नहीं लगा सकेगी। क्योंकि सभी केंद्रों की जियो टेगिंग की गई है। हाजिरी लगाने के लिए उसी लोकेशन पर होना अनिवार्य है। शासन स्तर पर प्रदेश के सभी जिलों के लिए नए कॉमन एप्लीकेशन सॉफ्टवेयर सीएएस का उपयोग किया जाएगा। एप के माध्यम से मॉनिटरिंग की नई व्यवस्था में अब आंगनवाड़ी कार्यकर्ता की केन्द्र में समय पर उपस्थिति तय की जा सकेगी। आयुष्मान योजना का लाभ सभी पात्र व्यक्तियों को दिलाने के लिए जिले के शहरी क्षेत्र में वार्ड कार्यालय एवं ग्रामीण क्षेत्र में पंचायत भवन में विशेष अभियान चलाया जा रहा है। इस योजना के अंतर्गत संबल योजना, खाद्य पर्ची धारक, एसईसीसी डाटा अंतर्गत पात्र परिवार आयुष्मान योजना के अंतर्गत सीधा लाभ प्राप्त कर सकते हैं। आयुष्मान भारत योजना के तहत शिविर विकासखंड फंदा ग्राम नरेला, मुगालिया छाप, देवलखेड़ी, गोल, जामुनिया छीर, बरखेड़ा नाथू, बंसिया, पिपलिया बरखेड़ी, पिपलिया कुंजडगढ़, अरहेडी, बैरसिया विकासखंड अंतर्गत ग्रामों ग्राम बैरागढ़, हिनोतिया पीरन, गड़ाखुर्द, बरखेड़ीकला,अंखिया, बम्होरी, महुआखेड़ा, ठिकरिया बरामद, शुक्ला, खेजड़ा गोपी में चलाया गया। प्रधानमंत्री ग्रामीण सड़क योजना में अभी तक छोटी-छोटी आबादी को जोडने वाले गांवों की सड़कें बनती रही हैं, लेकिन इस प्लान में कुछ परिवर्तन किया गया है। अब पीएम सड़क योजना में ऐसी सड़कें भी बनाना शुरू किया गया है जो सड़कें 10 और 20 गांवों की आबादी को कनेक्ट करती हैं। अभी तक इस योजना में ऐसी सड़कों को नहीं बनाया जाता था जो कुछ छोटी आबादी को जोड़ती हैं, लेकिन अब योजना में व्यापक परिवर्तन आया है। ग्रामीण सड़क योजना से जुड़े अधिकारियों के अनुसार छोटे गांवों को सड़कों से जोडने का जो लक्ष्य संभाग में रखा गया है, वह सेचुरेशन प्वाइंट पर पहुंच चुका है।