भोपाल उच्च शिक्षा विभाग द्वारा आयोजित ऑनलाइन व कॉलेज लेवल काउंसलिंग (सीएलसी) के जरिए एडमिशन प्रक्रिया पूरी हो चुकी है। सरकारी और प्राइवेट कॉलेजों में संचालित स्नातक (यूजी) और स्नातकोत्तर (पीजी) स्तरीय कोर्स में कुल 5 लाख 49 हजार 461 छात्र-छात्राओं एडमिशन लिया है। इस बार वर्ष 2019 के मुकाबले 13 हजार 202 एडमिशन अधिक हैं। पिछले सत्र दोनों स्तर के कोर्स में 5 लाख 36 हजार 259 एडमिशन हुए थे। हालांकि स्नातक में पिछले वर्ष की तुलना में छात्र संख्या में 5914 कमी आई है। त्योहारी सीजन में राजधानी में प्रॉपर्टी की खरीद-फरोख्त भी जमकर हो रही है। दिवाली के पहले 10 दिन में ही 24.69 करोड़ रुपए की रजिस्ट्री हो गई हैं। इन 10 दिनों में 3512 रजिस्ट्री हुईं, यानी रोजाना 300 से ज्यादा प्रॉपर्टी की खरीद-फरोख्त की गई। खास बात यह है कि अक्टूबर-नवंबर में ही 100 करोड़ रुपए से ज्यादा की रजिस्ट्री होने का अनुमान हैं। इन महीनों में चालू वित्तीय वर्ष में सर्वाधिक रजिस्ट्री हुई हैं। खास बात यह है कि नगरीय निकाय कर में दो प्रतिशत की छूट मिलने की वजह से भी रजिस्ट्रियां बढ़ी हैं। पत्नी द्वारा बार-बार मरने की धमकी देने का मामला सामने आया है। पति को ब्लैकमेल करने के लिए वह छत से कूद गई। पहली मंजिल पर अटकने के कारण उसे किसी तरह सास और पति ने उसे बचा लिया। पत्नी की हरकत से नाराज पति ने उसे मायके भेज दिया और कुटुंब न्यायालय में तलाक की अर्जी लगाई, जिसे कोर्ट ने स्वीकार कर ली है। काउंसलिंग के दौरान पत्नी ने गलती मानते हुए पति से माफी मांगी। उसने कोर्ट को लिखित में दिया, उसने गलती की है अब ऐसा दोबारा नहीं करेगी। इधर, नाराज पति किसी भी कीमत पर उसे साथ रखने को तैयार नहीं है। मप्र शासन द्वारा गुरुवार को जारी किए गए आत्मनिर्भर मप्र 2023 के रोडमैप में औद्योगिक विकास के नजरिए से मालवा क्षेत्र और इंदौर को फोकस किया गया है। इसमें सबसे अहम नेशनल इंडस्ट्रियल कॉरिडोर (एआईडीसी) में मालवा, इंदौर को फोकस में रखने का फैसला है, जिसके लिए मप्र शासन ने केंद्र को पत्र भी जारी कर दिया है। इस कॉरिडोर को कच्चे माल को फैक्टरी तक और बने उत्पाद को देश के अन्य हिस्सों में पहुंचाने के लिए मजबूत ट्रांसपोर्ट लाइन के हिसाब से विकसित किया जा रहा है। डीएमआईसी भी इसी का हिस्सा है, जिसमें उज्जैन में नॉलेज सिटी का प्रोजेक्ट है। भाजपा और कांग्रेस के शासन काल में राज्यमंत्री का दर्जा पा चुके नामदेव दास त्यागी उर्फ कम्प्यूटर बाबा की दिवाली अब जेल में ही मन सकती है। पुलिस के मुताबिक कम्प्यूटर बाबा ने अतिक्रमण हटाने वाले दिन रविवार को जम्बूडी हप्सी ग्राम पंचायत सचिव श्रीराम बारोलिया के साथ अभद्रता करते हुए जातिसूचक शब्द कहे थे। बाबा ने पंचायत द्वारा अतिमक्रमण हटाने के प्रयास के दौरान सचिव को धमकाया था। उसके साथ मारपीट भी की थी। वहीं, अतिक्रमण हटाने के पहले भी बाबा ने उसे धमकाया था। पुलिस ने आवेदन से केस दर्ज किया है। फिर एसडीएम की सहमति पर बाबा की जेल में ही फॉर्मल अरेस्टिंग कर ली है। अब केस में भी जांच की जाएगी। स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) ने गुरुवार की शाम अंबाह में केमिकल के 3 गोदामों पर छापा मारकर 21 लाख रुपए के घातक रसायन जब्त किए हैं। जब्त केमिकल की बिक्री सिंथेटिक दूध बनाने के लिए की जा रही थी। जिस प्रतिष्ठान पर यह छापा मारा गया, उसके मालिक के खिलाफ 19 जुलाई 2019 को भी कार्रवाई हुई थी और आरोपी सुनील उर्फ सोनू अग्रवाल को जेल भेजा गया था। तीन महीने की जेल काटकर वह वापस आया और फिर से वही कारोबार शुरू कर दिया। धनतेरस पर शहर में करीब 444 करोड़ रुपए की धनवर्षा हुई। सबसे ज्यादा 300 करोड़ का कारोबार रियल एस्टेट सेक्टर में हुआ। क्रेडाई के अध्यक्ष विजय गांधी के मुताबिक 600 से 1000 वर्गफीट के प्लॉट ज्यादा बिके। 40 से 50 लाख तक के रो-हाउस और फ्लैट काफी बिके हैं। अगर कुल कारोबार की बात की जाए तो लगभग 300 करोड़ रुपए की बुकिंग और सेल हुई है। नेशनल रियल स्टेट डेवलपमेंट काउंसिल के एमपी प्रेसीडेंट विवेक दम्मानी के मुताबिक इस पूरे सप्ताह प्लॉट की सेल सबसे ज्यादा रही। प्रीमियम फ्लैट में भी काफी मांग रही। इस बार दिवाली पर इंदौरी सिर्फ रात में दो घंटे यानी रात 8 बजे से 10 बजे तक ही आतिशबाजी कर सकेंगे। ऐसा इसलिए, क्योंकि कलेक्टर ने नगर निगम सीमा क्षेत्र में ग्रीन क्रैकर्स बेचने और फोड़ने के संबंध में धारा-144 के तहत प्रतिबंधात्मक आदेश जारी किए हैं। आदेश के अनुसार नगर निगम के तहत केवल ग्रीन क्रैकर्स को फोड़ने की अनुमति रहेगी। अन्य समस्त प्रकार के पटाखों को बचने से लेकर उसे फोड़ना तक प्रतिबंधित है। ग्रीन क्रैकर्स को फोड़ने के लिए भी दो घंटे की समय सीमा तय की गई है। यानी रात 8 बजे से रात 10 बजे तक ही पटाखों को फोड़ने की छूट है।