1 मुरैना में आज सुबह भीषण हादसे में एक ही परिवार के तीन लोगों की मौत हो गयी. यहां एक घर में तेज धमाके के साथ विस्फोट (ठसंेज) हो गया जिसमें घर में मौजूद पति-पत्नी और बच्चे के चिथड़े उड़ गए. विस्फोट का कारण अभी स्पष्ट नहीं हो पाया है. 2 प्रदेश में कुल 230 विधानसभा सीटें है, जिनमें से 28 पर उपचुनाव हो रहा है। भाजपा के पास अभी 107 सीटें हैं और बहुमत के लिए उसे 9 सीटों पर जीत की जरूरत है। वहीं कांग्रेस के पास दमोह से विधायक राहुल लोधी के इस्तीफा देने के बाद अब 87 सीटें हैं और बहुमत के लिए उसे 28 सीटों पर जीत की जरूरत है। लेकिन, अगर कांग्रेस मिली जुली सरकार के बनाने की सोचती है तो उसे 21 सीटों पर जीत की जरूरत होगी। बहुमत के आंकड़े से दूर होने पर सात बसपा, सपा और निर्दलीय विधायकों की भूमिका अहम हो जाएगी। 3 प्रदेश में सत्ता का बहुमत तय करने के लिए मंगलवार को 28 विधानसभा सीटों पर हुआ उपचुनाव उपद्रव की छिटपुट घटनाओं के बीच शांतिपूर्ण रहा। कोरोना संकट के बावजूद 69.93 फीसदी मतदाताओं ने वोट डाले। हालांकि यह आंकड़ा 2018 में इन्हीं सीटों पर हुए कुल मतदान से 3 फीसदी कम है। सिर्फ 7 सीटों पर मत प्रतिशत बढ़ा है। बाकी 21 पर यह पिछले चुनाव के मुकाबले 0.06 फीसदी से 10.03 फीसदी तक कम है। इनमें 11 सीटें उन मंत्रियों की हैं, जो विधायक बनने के लिए चुनाव में उतरें हैं। 4 लसूड़िया क्षेत्र में ज्ञान आयुर्वेदिक महाविद्यालय के खंडहर हो चुके परिसर में मंगलवार को महिला और पुरुष के जले हुए कंकाल मिलने की सूचना से हड़कंप मच गया। एफएसएल जांच में खुलासा हुआ कंकाल मनुष्यों के नहीं, बल्कि छात्रों को पढ़ाने के लिए रसायन से तैयार डमी कंकाल थे, जिन्हें किसी शरारती तत्व ने बक्सों से निकालकर दीवार से टिका दिया था। रहवासी प्रकाश ने बताया यह कंकाल लंबे समय से यहीं हैं। यह कंकाल पहले बॉक्स में थे, लेकिन किसी ने उन्हें निकालकर बाहर दीवार से सटाकर खड़ा कर दिया। यहां शराबखोरी होती है और ताश के पत्ते भी मिले। रहवासियों ने बताया यह स्थान भूतिया महल के नाम से कुख्यात है, लोग यहां आने में डरते हैं। 5 रिश्तों से त्योहार और त्योहारों से खुशियां...जी हां, टूटे हुए रिश्तों को कई बार त्योहार संजीवनी दे देते हैं। क्योंकि ये ही एक मौका होता है जब गिले-शिकवे दूर कर सिर्फ खुशियों की बातें होती हैं। ऐसा ही एक मामला मंगलवार को फैमिली कोर्ट में देखने को मिला। महिला का आरोप था कि उसने शादी इसी शर्त पर की थी कि वह पढ़ाई नहीं छोड़ेगी। पहले तो उन्होंने हां कर दी। शादी के बाद में पढ़ाई बंद करा दी। इस बात पर पति-पत्नी के बीच विवाद इतना बड़ा कि मामला तलाक तक पहुंच गया। कोर्ट ने महिला से कहा कि पहले ससुराल जाकर करवा चौथ मनाकर आओ, फिर अपनी रिपोर्ट कोर्ट को बनाकर देना। मामले की सुनवाई अब 11 नवंबर की है। महिला काउंसलिंग सभागार से ही मंगलवार को पति और सास के साथ चली गई। 6 मध्यप्रदेश में पिछले सालों में सबसे बड़ी भर्ती स्कूल शिक्षा विभाग और आदिम जाति कल्याण विभाग के लिए 3 साल से चल रही है। इन दोनों विभागों के अंतर्गत 30,594 से अधिक उच्च माध्यमिक और माध्यमिक शिक्षक के लिए मेरिट में आए उम्मीदवारों की नियुक्ति अटकी है। भर्तियां अटकने और नई भर्तियां नहीं आने के कारण युवाओं में रोष है। अब नई भर्तियों को लेकर युवाओं का गुस्सा शांत करने जिम्मेदारों ने नया ट्रेंड अपनाया है। अब अधिकारिक घोषणाएं प्रोफेशनल एग्जामिनेशन बोर्ड (पीईबी) से कराई जा रही हैं। 7 आरटीओ की स्मार्ट शाखा से रोज नई-नई गलतियां हो रही हैं। अब पत्नी के नाम से पति का लर्निंग ड्राइविंग लाइसेंस बनाने का मामला सामने आया है। इसके पहले एक की जगह दो व तीन आवेदकों के फोटो लर्निंग लाइसेंस पर चस्पा कर दिए गए थे। इसके अलावा लर्निंग लाइसेंस के लिए आवेदकों के फोटो खींचने में दो-दो घंटे तक का समय लग रहा है। इसका कारण इंटरनेट का स्लो होना व टैबलेट जैसे संसाधनों की कमी होना है। इसी तरह सुबह 8 बजे से उसी दिन का अपाइंटमेंट दिए जाने की प्रक्रिया भी शुरू नहीं हो सकी है। अधिकारियों का कहना है कि सॉफ्टवेयर में सुधार का कार्य के साथ ही काउंटर सहित व्यवस्थाएं पुख्ता की जा रही हैं। जल्द ही आवेदकों की सारी समस्याएं दूर कर दी जाएंगी। 8 नगर निगम ने कैटेग्राइज्ड मार्केट की करीब साढ़े तीन एकड़ जमीन को अतिक्रमण से मुक्त कराया। यहां 50 से ज्यादा स्क्रैप वाहन रखे हुए थे और 10 से अधिक कारें भी यहीं पार्क की हुईं थीं। लगभग 30 करोड़ रुपए की इस जमीन पर निगम के 29 प्लॉट हैं और इसके अलावा काफी जमीन खाली पड़ी है, लेकिन अतिक्रमण और कोर्ट के विवाद के कारण निगम इसका उपयोग नहीं कर पा रहा था। 9 आनंद नगर स्थित कपास मंडी में लगातार दूसरे दिन किसानों ने हंगामा कर दिया। सीसीआई द्वारा ज्यादा नमी बताने व व्यापारियों द्वारा कम बोली लगाने के चलते किसान भड़क गए। उन्होंने हंगामा करते हुए मंडी गेट बंद कर दिया। पुलिस व नायब तहसीलदार की समझाइश के बाद खरीदी शुरू हुई। किसानों के वाहनों के दोबारा खरीदी की गई। मंगलवार को दोपहर 2.30 बजे खरीदी के दौरान किसान अचानक भड़क गए। 10 शहर में मौसम के तेवर नवंबर की शुरुआत में ही कुछ ज्यादा ही ठंडे हो गए हैं। नवंबर के तीसरे दिन ही रात का तापमान सीजन का सबसे कम 12.8 डिग्री पर पहुंच गया। यह सामान्य से 3 डिग्री कम है। 10 साल में पहली बार नवंबर का पहला हफ्ता ऐसा सर्द हुआ है। पिछले 8 साल की तुलना में भी इस बार 3 नवंबर को रात का तापमान 2 से 6 डिग्री तक कम है। हालात यह हैं कि पिछले साल की तुलना में रात का तापमान करीब 10 डिग्री कम है। पिछले साल 3 नवंबर को रात का तापमान 22.2 डिग्री दर्ज किया गया था। इधर, दिन का तापमान 30.3 डिग्री दर्ज किया गया। इसमें भी 0.2 डिग्री की गिरावट दर्ज की गई। 11 पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने सुमावली सीट पर पुनर्मतदान कराने की मांग चुनाव आयोग से की है। उन्होंने कहा कि सुमावली में महिलाओं को वोट डालने से रोका गया है, इसलिए यहां फिर से मतदान कराया जाना चाहिए। दिग्विजय सिंह ने ट्वीट किया है कि श्सुमावली उपचुनाव 2020रू बीजेपी प्रत्याशी के समर्थकों का महिलाओं से अभद्र व्यवहार, वोट देने से रोका गया है। जैसा हमने आगाह किया था, सुमावली क्षेत्र में गरीबों को वोट नहीं डालने देंगे, वही हुआ। इन क्षेत्रों में पुनरू मतदान कराना चाहिए।श् 12 प्राचीन ऋणमुक्तेश्वर महादेव मंदिर के दिवंगत महंत गुलाबनाथजी के 13 परिजनों ने उक्त मंदिर से निष्कासित किए जाने के खिलाफ मंगलवार को जल सत्याग्रह किया। पांच बच्चों व तीन महिलाओं समेत परिवार के 13 लोग दोपहर 1 से शाम 6 बजे तक नदी में खड़े रहे। तहसीलदार पूर्णिमा सिंघी और जीवाजीगंज सीएसपी एआर नेगी ने मौके पर पहुंच कर उन्हें आश्वस्त किया कि 7 दिन में समस्या का निदान कराया जाएगा। इसके बाद परिवार नदी से बाहर आया। ऋण मुक्तेश्वर महादेव मंदिर के दिवंगत महंत गुलाबनाथ के पौत्र प्रहलाद नाथ का दावा है कि महंत गुलाबनाथ परिवार पीढ़ियों से गादी पर है। 13 बड़नगर के रणछोड़लाल धबाई, ऐसे व्यक्ति हैं जो खुद सरकारी स्कूल में पढ़े वह भी कक्षा 7वीं तक। उसके बाद उन्होंने पढ़ाई छोड़ दी। वे जब मंडल पंचायत (वर्तमान में जिला पंचायत) के सदस्य थे तब उन्हें सरकार की ओर से प्लॉट आवंटित हुए थे। यह वही जमीन है जिस पर वर्तमान में विक्रम विश्वविद्यालय खड़ा है। जब 1956 में विक्रम विश्वविद्यालय के लिए जमीन की जरूरत पड़ी तो धबाईजी ने एक पल भी सोच विचार किए बगैर वह पूरा प्लॉट दान में दे दिया। वे बड़नगर के पूर्व विधायक शांतिलाल धबाई के पिताजी थे।