मप्र में लॉकडाउन के चलते शराब की दुकानें बंद हैं, लेकिन इससे सिर्फ वैध शराब बेचने वालों को समस्या हो रही है। अवैध शराब बेचने वालों का धंधा इस लॉकडाउन में भी खुब फल-फूल रहा है। मप्र आबकारी विभाग के सूत्रों का अनुमान है कि अभी तक लॉकडाउन में शराब तस्करों ने 100 करोड़ रूपए से अधिक की अवैध कमाई कर ली है। इसको देखते हुए सीआईएबीसी ने मप्र सहित दस राज्यों की सरकारों से शराब की दुकानें खोलने की मांग की है। आबकारी विभाग के सूत्रों का कहना है कि प्रदेश में शराब की 3,605 दुकानों से देशी-विदेशी शराब की बिक्री होती है। लॉकडाउल के कारण सरकार ने इन दुकानों को बंद करा दिया है। उसके बाद भी प्रदेश में देशी-विदेशी शराब की अवैध बिक्री खुब हो रही है। सूत्र बताते हैं कि इस तस्कर यह अवैध करोबार आबकारी, पुलिस, प्रशासन, कुछ स्थानीय नेता और शराब ठेकेदारों के साथ मिलकर कर रहे हैं। लॉकडाउन के दौरान तस्करों ने तस्करी के नए-नए फार्मूले ईजाद कर लिए हैं। गुना में ऑनलाइन फूड डिलीवरी सर्विस के नाम पर घरों में शराब पहुंचाने वाले डिलिवरी मैन को पुलिस ने गत दिनों 40 पेटी शराब के साथ पकड़ा। इतना ही नहीं प्रदेश में लॉकडाउन के दौरान शराब की लत वाले आधा दर्जन से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है। भोपाल में जहां एक व्यक्ति बीयर के भ्रम में एसिड पीने तथा एक व्यक्ति शराब की लत में धतूरा खाने से मौत का शिकार हुआ है। इसी तरह प्रदेश के अन्य हिस्सों में भी शराब के आदी लोगों की मौत हुई है ।