मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने समस्त धर्मगुरुओं के साथ प्रदेश में कोविद 19 के संक्रमण की रोकथाम के संबंध में चर्चा की । मुख्यमंत्री ने सभी धर्मगुरुओं से अपने-अपने अनुयायियों को लॉकडाउन का पालन करने व सरकार के सभी दिशा-निर्देशों का पालन करने हेतु प्रेरित करने का आग्रह किया गया है। मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान को सहायता कोष के लिये रामदेव सुगर प्रायवेट लिमिटेड के संचालक श्री विवेक माहेश्वरी ने कोरोना से बचाव कार्यों में सहयोग स्वरूप ग्यारह लाख रुपए का चेक भेंट किया गया। मुख्यमंत्री ने श्री माहेश्वरी का आभार व्यक्त करते हुए समाज के अन्य लोगों से भी आग्रह है कि इस महामारी से लड़ने में हरसंभव सहयोग प्रदान करें। आबकारी आयुक्त श्री राजेश बहुगुणा ने प्रदेश की सभी डिस्टलरीज को सेनेटाइजर की बोतलों में विक्रय मूल्य अंकित करने के निर्देश दिये। उन्होंने अपेक्षा की है कि प्रदेश में कोरोना वायरस इस राष्ट्रीय आपदा के मद्देनजर 180 एमएल की 50 बोतलों की पेटी की शासकीय आपूर्ति के लिये जीएसटी सहित कीमत 1800 रूपये और गैर शासकीय आपूर्ति/विक्रय के लिये अधिकतम 2100 रूपये से अधिक नहीं रखें। श्री बहुगुणा ने कहा है कि 180 एमएल की प्रत्येक बोतल में एमआरपी जीएसटी सहित 60 रूपये से अधिक और 90 एमएल की बोतल में 30 रूपये से अधिक अंकित नहीं करें। इससे विक्रेताओं को राष्ट्रीय आपदा के समय अनुचित लाभ लेने से रोका जा सकेगा। राज्य शासन ने निर्देश जारी किये हैं कि ई-मेल, ई-आफिस और एनआईसी से जारी आदेश, पत्राचार, स्वीकृति एवं पत्राचार को मान्य किया जाये। सामान्य प्रशासन विभाग द्वारा जारी आदेश के मुताबिक समस्त कार्यालय 14 अप्रैल तक लॉक डाउन होने के कारण 15 अप्रैल, 2020 तक सक्षम अधिकारी द्वारा ऑफिशियल ई-मेल, ई-ऑफिस एनआईसी से जारी आदेश/पत्राचार/ स्वीकृति को भौतिक आदेश/स्वीकृति/पत्राचार के समान मान्य होंगे। कोविड-19 से निपटने के लिए मध्यप्रदेश में सभी बालगृहों को नियमित रूप से सैनिटाइज़ किया जा रहा है। पर्याप्त मात्रा में साबुन, सैनिटाइज़र और अन्य आवश्यक वस्तुएं भी प्रदान की जा रही हैं। विभागीय टीम लगातार सभी बालगृहों का निरीक्षण कर रही है।