राज्यपाल श्री लालजी टंडन ने कहा है कि चिकित्सालय रोग की नर्सरी नहीं बनने चाहिए। यह सुनिश्चित किया जाये कि मेडिकल कॉलेजों और अस्पतालों में सेनिटेशन कार्य नियमित रूप से हो। उन्होंने कहा कि रोग की उत्पत्ति की संभावनाओं को समाप्त करने के लिए रणनीति बना कर कार्य किया जाये। साथ ही बड़े स्तर पर चेक प्वाइंट भी बनाये जाये। अन्य स्थानों से आने वाले व्यक्तियों के स्वास्थ्य परीक्षण की व्यवस्था हो जिससे वे जाँच उपरान्त ही घर जाये। रेलवे स्टेशन, बस स्टेशन आदि स्थानों पर भी चलित परीक्षण केन्द्रों की व्यवस्था की जाये। मुख्य सचिव श्री एम.गोपाल रेड्डी ने मंत्रालय में आयोजित धर्म गुरूओं की बैठक को सम्बोधित करते हुए कहा कि नोवल कोरोना वायरस के संक्रमण को फैलने से रोकने के लिये आवशयक उपाय अपनाने में लगातार सर्तकता बरतने की जरूरत है। जिन देशों में इसका संक्रमण अधिक फैला है, उससे सबक लेते हुए हम यह सुनिश्चित करें कि व्यक्तिगत रूप से हमसे अपनी सुरक्षा में कोई चूक ना हो। मुख्य सचिव श्री एम. गोपाल रेड्डी ने प्रदेश में कोरोना वायरस का संक्रमण रोकने जारी तैयारियों और प्रयासों की मंत्रालय में वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से समीक्षा की। पुलिस महानिदेशक श्री व्ही.के. जौहरी भी बैठक में शामिल हुए। मुख्य सचिव श्री एम. गोपाल रेड्डी ने नोवल कोरोना वायरस के संक्रमण से बचाव के लिये सोशल डिस्टेंसिंग मापदंड का पालन कराने के निर्देश दिये हैं। भारत सरकार के स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय द्वारा प्रदेश के दो जिलों में नये मेडिकल कॉलेज खोलने की अनुमति प्रदान की है। केन्द्रीय सहायता योजना में स्वीकृत ये कॉलेज खरगोन जिले के महेश्वर और सिगरौली में खोले जायेगे। मेडिकल कॉलेजों की स्थापना में कुल 650 करोड़ की लागत आयेगी। इसमें भारत सरकार का 60 प्रतिशत एवं राज्य सरकार का 40 प्रतिशत योगदान रहेगा।