आखिर कलेक्टर ने क्यों नहीं बनाई रेत घाटों पर जांच चौकी? समर्थन मूल्य पर धान खरीदी : 89 हजार 561 किसानों ने बेची अपनी उपज पुलिस ने खोजे गुम हुए 170 मोबाइल मोबाइल पाकर उपभोक्ताओं के चेहरे खिले जिले में रेत जो शासन के लिए राजस्व का एक बड़ा और महत्वपूर्ण स्रोत है उसके अवैध खनन और परिवहन को लेकर लंबे समय से लगातार आरोप-प्रत्यारोप सामने आते रहे हैं। समाचार पत्रों सोशल मीडिया और जनचर्चाओं में आए दिन इस विषय पर सवाल उठते रहे हैं। हैरानी की बात यह है कि इस पूरे मामले में केवल ठेकेदारों को ही कटघरे में खड़ा किया जाता है जबकि शासन-प्रशासन की जिम्मेदारी और भूमिका पर अपेक्षित गंभीरता से चर्चा नहीं होती यह निर्विवाद सत्य है कि रेत ठेकेदार करोड़ों रुपये खर्च कर शासन से वैधानिक रूप से निविदा लेकर कार्य करते हैं। ऐसे में यह प्रशासन की भी नैतिक और वैधानिक जिम्मेदारी बनती है कि वह उन्हें सुरक्षा स्पष्ट व्यवस्था और नियमसम्मत वातावरण उपलब्ध कराए ताकि वैध और अवैध कार्यों के बीच स्पष्ट अंतर बना रहे। जिले में पंजीकृत किसानों से समर्थन मूल्य पर धान खरीदी का कार्य जारी है। 31 दिसंबर की शाम तक 89 हजार 561 किसानों से 44 लाख 26 हजार 646 क्विंटल धान की खरीदी की जा चुकी है। किसानों से खरीदे गए धान का तेजी से उठाव कर गोदामों में पहुंचाया जा रहा है। किसानों को 572 करोड़ 70 लाख रुपए का भुगतान कर दिया गया है। जिला खाद्य एवं आपूर्ति अधिकारी आरके ठाकुर के अनुसार अब तक 34 लाख 20 हजार 460 क्विंटल धान का परिवहन कर गोदामों में पहुंचाया गया है। शेष धान का परिवहन जारी है। जिले में 1 दिसंबर से 185 केंद्रों में धान खरीदी का कार्य प्रारंभ किया गया है जो कि 20 जनवरी तक जारी रहेगी। जिले में समर्थन मूल्य पर धान उपार्जन के लिए 1 लाख 30 हजार 37 किसानों द्वारा अपना पंजीयन किया गया है। इसमें से 1 लाख 16 हजार 170 किसानों द्वारा स्लॉट बुकिंग की जा चुकी है। बालाघाट पुलिस ने वर्ष के अंतिम दिन 170 मोबाइल उनके मालिकों को सौंपे हैं। मोबाइल पाकर उपभोक्ताओं के चेहरे खिल उठे। बुधवार को सौंपे गए मोबाइल करीब 34 लाख रुपए मूल्य के हैं। कंट्रोल रुम में पत्रकारों से चर्चा करते हुए अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक निहित उपाध्याय ने बताया कि वर्ष 2025 में सीईआईआर पोर्टल पर दर्ज शिकायतों के आधार पर करीब एक करोड़ 10 लाख रुपए मूल्य के 572 मोबाइल सफलतापूर्वक रिकवर किए गए थे। पिछले छह माह में 417 मोबाइल खोजे गए हैं। इसी कड़ी में अलग-अलग स्थानों से रिकवर किए गए 170 मोबाइलों को बुधवार को उनके मालिकों को सौंपा गया है। अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक निहित उपाध्याय ने आम नागरिकों से अपील की है कि यदि उनका मोबाइल गुम या चोरी होता है तो तत्काल इसकी शिकायत सीईआईआर पोर्टल पर दर्ज कराएं। म.प्र हॉकी मेन्स स्टेट टूर्नामेंट की सिरमौर बनी भोपाल उपविजेता बनी मंदसौर स्थानीय शहीद चन्द्रशेखर एस्टोटर्फ हॉकी मैदान में २४ दिसम्बर से आयोजित स्वर्गीय रमणिक लाल त्रिवेदी स्मृति म.प्र हॉकी मेन्स स्टेट टूर्नामेंट का फाइनल मैच ३१ दिसम्बर को भोपाल व मंदसौर के बीच खेला गया। मैच काफी रोमांचक रहा। इसमें भोपाल टीम ४-१ गोल से विजयी होकर इस टूर्नामेंट की सिरमौर बनी। वहीं फाइनल मैच के पूर्व तीसरे स्थान के लिये ग्वालियर व जबलपुर के बीच सुबह ९.३० बजे से मैच खेला गया। इसमें ग्वालियर टीम के खिलाडिय़ों ने बेहतर खेल का प्रदर्शन करते हुये ६-१ गोल से जीत प्राप्त कर टूर्नामेंट में तीसरे स्थान प्राप्त किया। टूर्नामेंट के समापन अवसर पर उपस्थित अतिथियों द्वारा विजेता टीम भोपाल व उपविजेता टीम मंदसौर एवं तीसरे स्थान पर रही ग्वालियर टीम को ट्राफी व प्रमाणपत्र एवं व्यक्तिगत पुरस्कार प्रदान किया गया। इस दौरान आयोजन समिति के पदाधिकारी व बड़ी संख्या में दर्शकगण उपस्थित रहे।