धान परिवहन में देरी से किसानों की मुश्किलें बढ़ीं भुगतान अटका भूमिहीनों के सर्वे में लापरवाही दल प्रभारी को नोटिस के निर्देश ट्रामा सेंटर से सटकर पानी टंकी के समीप कचरा और गंदगी का अंबार जिले में समर्थन मूल्य पर खरीदी गई धान का परिवहन धीमी गति से होने के कारण किसानों की परेशानी बढ़ गई है। करीब 10 लाख क्विंटल धान अभी भी खुले आसमान के नीचे खरीदी केंद्रों पर भंडारित है जिससे नुकसान की आशंका बनी हुई है। परिवहन में देरी के कारण किसानों को समय पर भुगतान भी नहीं मिल पा रहा है। जिले में अब तक किसानों को लगभग 150 करोड़ रुपये का भुगतान किया जा चुका है जबकि कुल 556 करोड़ 50 लाख 81 हजार रुपये मूल्य की धान खरीदी की गई है जानकारी के अनुसार जिले के 185 खरीदी केंद्रों में पंजीकृत 49 हजार 881 किसानों से 23 लाख क्विंटल से अधिक धान की खरीदी हुई है। इसमें से 14 लाख क्विंटल का परिवहन हो चुका है जबकि शेष धान अभी केंद्रों पर ही रखा है। नियमों के अनुसार तीन दिन में भुगतान होना चाहिए लेकिन प्रक्रिया में देरी से किसानों को लंबा इंतजार करना पड़ रहा है। प्रधानमंत्री मोदी जी द्वारा देश भर में स्वच्छ भारत मिशन चलाया जा रहा है। इस अभियान के तहत स्वच्छता को बढ़ावा देने का प्रयास किया जा रहा है। नगरपालिका द्वारा भी शहर को स्वच्छ व सुंदर बनाने प्रयास किये जा रहे है। लेकिन वहीं एक ओर जिला अस्पताल के ट्रामा सेंटर समीप बनी पानी टंकी के परिसर में ही नपा द्वारा अस्थाई रूप से कचरा घर बना दिया गया है। पानी टंकी के समीप कचरों व पॉलीथीन का ढेर होने से वहीं आवारा मवेशी व श्वानों का जमावड़ा लगा रहता है। जिससे मवेशियों द्वारा पॉलीथीन भी खाया जा रहा है। वहीं ट्रामा सेंटर में प्रसूता महिला प्रसव के लिये भर्ती रहती है। प्रसव के बाद नवजात शिशुओं का भी रखा जाता है। गंदगी के चलते प्रसूता व नवजात शिशुओं के स्वास्थ पर भी विपरीत प्रभाव पडऩे की संभावना रहती है। लेकिन नपा प्रबंधन द्वारा इस ओर ध्यान नहीं दिया जा रहा है। जिससे स्थानीयजनों ने पानी टंकी व अस्पताल के समीप स्थित गंदगी की शीघ्र सफाई करने व इस स्थान पर कचरा डालने पर उचित कार्यवाही किये जाने की मांग जिला प्रशासन व नपा प्रबंधन से की है। नगरीय क्षेत्र में भूमिहीन हितग्राहियों के सर्वे कार्य में गंभीर लापरवाही सामने आई है। सर्वेक्षण दल प्रभारी एवं राजस्व निरीक्षक गुलाबचंद लटारे के पास सर्वे किए गए भूमिहीन हितग्राहियों की वास्तविक और स्पष्ट जानकारी नहीं पाई गई। यह स्थिति 18 दिसंबर को आयोजित पट्टा वितरण संबंधी समीक्षा बैठक में उजागर हुई। बैठक की अध्यक्षता संयुक्त कलेक्टर एवं परियोजना अधिकारी जिला शहरी विकास अभिकरण राहुल नायक ने की जिसमें जिले के सभी नगर पालिका और नगर परिषदों के मुख्य नगर पालिका अधिकारी शामिल हुए। बैठक में बताया गया कि 27 नवंबर के बाद सर्वे दलों का गठन कर भूमिहीन व्यक्तियों का सर्वे शुरू किया गया है। लापरवाही को गंभीर मानते हुए नगर पालिका बालाघाट के सीएमओ को संबंधित दल प्रभारी को नोटिस जारी करने के निर्देश दिए गए हैं। साथ ही सर्वे सूची का प्रथम प्रकाशन 19 दिसंबर को अनिवार्य रूप से कर वार्डों में सार्वजनिक प्रदर्शन के निर्देश दिए गए हैं। लालबर्रा क्षेत्र के ग्राम कनकी में ४८ वर्षीय अधेड़ ने बीमारी के चलते फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। जिसकी सूचना थाना में मिलने पर पुलिस ने मौके में पहुंचकर मृतक अशोक पिता सुकाजी लिल्हारे निवासी कनकी का शव बरामद कर पंचनामा कर पोस्टमार्टम के लिये भिजवाया। प्राप्त जानकारी के अनुसार मृतक अशोक काफी लंबे समय से बीमार था। जो बीमारी के चलते परेशान रहता है। गुरूवार को अशोक ने फांसी लगाकर अपनी जीवनलीला समाप्त कर ली। संभावना व्यक्त की जा रही है कि बीमारी के चलते अधेड़ ने फांसी लगा ली। फिलहाल पुलिस मर्ग कायम कर मामले की विवेचना कर रही है।