प्रदेश में अब राजनीतिक दलों के सामने अगली चुनौती वर्ष 2027 के विधानसभा चुनाव की है। इस महासमर से पहले राज्य मंत्रिमंडल के विस्तार की कसरत को अंजाम तक पहुंचने का इंतजार है। धामी मंत्रिमंडल में वर्तमान में पांच सीट रिक्त हैं। मंत्रिमंडल की कुल 12 में से सात सीट भरी हैं। रिक्त सीट को भरने के लिए लंबे समय से कसरत चल रही है लेकिन इसमें लगातार देरी देखने को मिल रही है। हालांकि अगले विधानसभा चुनाव से पहले मंत्रिमंडल में विस्तार और फेरबदल को महत्वपूर्ण माना जा रहा है इसको लेकर सीडब्ल्यूसी मेंबर और पूर्व कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा का कहना है कि अब तो चुनाव सामने आ गए हैं वर्किंग बोर्ड केवल पांच से छह महीने का रह गया है उसके बाद चुनाव की तैयारी हो जायेगी राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह (से नि) ने बीते सोमवार को राजभवन में श्री गुरु तेग बहादुर जी के 350वें शहीदी वर्ष कार्यक्रमों की श्रृंखला में आयोजित ‘‘हिन्द की चादरः एक सर्वाेच्च बलिदान गाथा’’ कार्यक्रम में प्रतिभाग किया। इस अवसर पर गुरमत संगीत बाल विद्यालय ऋषिकेश के बच्चों द्वारा गुरु तेग बहादुर के जीवन और बलिदान की अमर गाथा को संगीत और शबद के रूप में भावपूर्ण अभिव्यक्ति प्रस्तुत की। इस अवसर पर गुरु तेग बहादुर जी के जीवन और उनकी शहादत पर आधारित एक पुस्तक ‘‘गुरु तेग बहादुर’’ का विमोचन भी किया गया कार्यक्रम में राज्यपाल ने राष्ट्र मानवता और धार्मिक स्वतंत्रता की रक्षा हेतु गुरु तेग बहादुर द्वारा दिए गए अद्वितीय बलिदान को विश्व इतिहास में अनुपम बताया। उन्होंने कहा कि श्री गुरु तेग बहादुर जी की शहादत भारत की आध्यात्मिक विरासत सांस्कृतिक अस्मिता और मानवीय मूल्यों की रक्षा का सर्वाेच्च उदाहरण है। उन्होंने कहा कि अत्याचार और अन्याय के विरुद्ध खड़े होने का संदेश आज भी उतना ही प्रासंगिक है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि उत्तराखंड को देश और दुनिया के लिए आध्यात्मिक राजधानी के रूप में स्थापित करने के लिए जिला और ब्लॉक स्तर तक योग आयुर्वेद व ध्यान केंद्रों का विस्तार किया जाएगा। हर ब्लॉक में एक गांव को पायलट प्रोजेक्ट पर आध्यात्मिक गांव के रूप में विकसित किया जाएगा। इस पहल से राज्य को पर्यटन व स्वास्थ्य से जुड़ी एक नई पहचान मिलेगी बीते सोमवार को मुख्यमंत्री ने सभी जिलाधिकारियों व वरिष्ठ अधिकारियों के साथ वर्चुअल बैठक कर राज्य के विकास कार्यों की प्रगति जनशिकायतों का समाधान व प्रशासनिक सुधारों की समीक्षा की। मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री नरेंद्र ने मोदी के मार्गदर्शन में उत्तराखंड को विश्व की आध्यात्मिक राजधानी बनाने के विजन व एक जिला एक मेला अभियान के लिए स्थानीय अर्थव्यवस्था अप्राप्नाहित करने वाले मेलों के भव्य आयोजन की रूपरेखा तैयार करने के निर्देश दिए। एक जिला-एक मेला अभियान के तहत चयनित मेलों को राजकीय मेला के रूप में घोषित किया जाएगा। जिन मेलों को यह मान्यता प्राप्त होगी उन्हें विशेष संरक्षण वित्तीय मुख्यमंत्री ने वाइब्रेंट विलेज कार्यक्रम के तहत चिन्हित गांव में होमस्टे स्वरोजगार उद्यानिकी कृषि और सौर ऊर्जा संबंधी गतिविधियों की नियमित निगरानी की जाए। रेलवे रोड के निकट अवधूत आश्रम मार्ग पर दिनदहाड़े लूट की वारदात हुई है। चार लुटेरों ने एक दूध बेचने वाले गुर्जर को जबरन लूटा है। लूट के दौरान गुर्जर मदद के लिए चिल्लाता रहा लेकिन कोई भी व्यक्ति मदद के लिए नहीं आया और जब कुछ लोग एक घर से बाहर निकले तो तब तक लुटेरे वारदात को अंजाम देकर मौके से फरार हो गए। गुर्जर ने लुटेरों का पीछा भी किया लेकिन उनको पकड़ने में सफल नहीं हुआ। यह लूट की घटना सीसीटीवी कैमरे में कैद हुई है। पीड़ित ने घटना के बाद कोतवाली पुलिस को सूचना दी और लुटेरों को पकड़कर लूटी गई नकदी वापस दिलाने की मांग की। गुर्जर ने पुलिस को बताया कि लुटेरे करीब 15 हजार रुपए की नकदी लूट कर फरार हुए हैं। कोतवाली के वरिष्ठ उप निरीक्षक भारत सिंह रावत ने बताया कि मामला संज्ञान में आया है मौखिक शिकायत मिलने पर पुलिस लुटेरों को पहचान कर पकड़ने के प्रयास में जुट गई है। गुर्जर रानी पोखरी क्षेत्र का रहने वाला है। जो प्रतिदिन शहर में लोगों के घरों में दूध देने के लिए आता है। बता दें की दिनदहाड़े हुए इस लूट की वारदात से लोगों में पुलिस की सुरक्षा व्यवस्था को लेकर कई प्रकार की चर्चा की जा रही है। अवैध खनन माफियाओं ने एक बार फिर से एक घर का चिराग बुझा दिया है मामला मंगलौर कोतवाली क्षेत्र के मुंडलाना क्षेत्र का बताया जा रहा है जहाँ अवैध खनन के ट्रैक्टर ट्राली से दबकर युवक की मौत हो गई l मृतक पास के ही गाँव नाथुखेड़ी का रहने वाला है l आपको बता दे मुंडलाना क्षेत्र में दिन लगातार दिन रात अवैध खनन किया जा रहा है जहाँ तेज़ रफ़्तार ट्रेक्टर ट्रॉली एक गड्ढे में गिर पड़ी जिससे जिसमे एक युवक की दबकर मौत हो गई l फिलहाल पुलिस ने शव का पंचनामा भरकर पोस्टमार्टम के लिए भिजवा दिया l घटना के बाद से ग्रामीणों में अवैध खनन करने वालों के खिलाफ भारी रोष देखने को मिल रहा है साथ ही परिजनों के घर मे कोहराम मचा हुआ है l प्रदेश मे पिछले तीन सालो मे बने स्थाई निवास प्रमाण पत्रों की जाँच को लेकर मुख्यमंत्री धामी ने सभी जिलाधिकारीयों को निर्देश जारी किए है। स्थाई निवास प्रमाण पत्रों की जाँच को लेकर अब कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष गोदियाल ने सरकार पर सवाल खड़े किए है। प्रदेश अध्यक्ष गोदियाल ने कहा की मुख्यमंत्री का तीन सालो मे बने निवास प्रमाण पत्रों की जाँच का आदेश स्वागत योग्य जरूर है लेकिन हम सरकार से पूछना चाहते है की तीन साल ही क्यों विगत 15 सालो मे बने स्थाई निवास प्रमाण पत्रों भी जाँच होनी चाहिए ताकि यह पता लग सके की कितने लोगों ने फर्जी या कूटरचित तरह से अपने स्थाई निवास प्रमाण पत्र बनाएं हैं। उन्होंने साथ ही कहा की कांग्रेस पार्टी पहले भी यही सवाल राज्य की भाजपा सरकार से पूछती रही है। कहा की आज राज्य मे बहुत संख्या मे ऐसे लोग जिन्होंने ने फर्जी तरह से अपने स्थाई निवास प्रमाण पत्र बनाएं है वह गरीबो का सरकारी योजनाओं का लाभा उठा रहे है और उनके हक़ पर डाका डाल रहे है। उन्होंने कहा की सबसे पहले यह सरकार का दोष है और वह दोषी है की जिस प्रकार उसने नियमो मे ढील देकर प्रमाण पत्र बनाने का काम किया है। साथ ही कहा की मुख्यमंत्री धामी सिर्फ अपनी खाल बचाने के लिए यह जाँच करवा रहे है इसमें जितने दोषी अधिकारी है उतना ही मुख्यमंत्री भी है। द्वितीय केदार श्री मदमहेश्वर जी के कपाट आज मंगलवार प्रातः 8 बजे शीतकाल हेतु मार्गशीर्ष कृष्ण चतुर्दशी स्वाति नक्षत्र के शुभ मुहूर्त में बंद हो गये है। सोमवार से ही मंदिर को फूलों से सजाया गया था इस अवसर पर साढ़े तीन सौ से अधिक श्रद्धालु तथा बीकेटीसी कर्मचारी अधिकारी वनविभाग एवं प्रशासन के प्रतिनिधि मौजूद रहे। कपाट बंद होने की प्रक्रिया के अंतर्गत ब्रह्म मुहूर्त में मंदिर खुला श्रद्धालुओं ने दर्शन किये पूजा-अर्चना अर्चना के बाद सात बजे से कपाट बंद ही प्रक्रिया शुरू हो गयी।इसके पश्चात पुजारी शिवलिंग ने बीकेटीसी मुख्य कार्याधिकारी/ कार्यपालक मजिस्ट्रेट विजय प्रसाद थपलियाल बीकेटीसी सदस्य प्रह्लाद पुष्पवान एवं पंच गौंडारी हकहकूकधारियों की उपस्थिति में श्री मदमहेश्वर जी के स्वयंभू शिवलिंग को समाधि रूप दिया। स्थानीय पुष्पों एवं राख से ढ़का इसके बाद प्रातः आठ सात बजे मंदिर के कपाट श्री मदमहेश्वर जी के जय घोष के साथ शीत काल हेतु बंद हो गये।