मार्केट अपडेट सेंसेक्स–निफ्टी में गिरावट हफ्ते के आखिरी कारोबारी दिन 14 नवंबर को शेयर बाजार गिरावट के साथ खुला। सेंसेक्स 300 अंक टूटकर 84200 पर कारोबार कर रहा है जबकि निफ्टी 100 पॉइंट नीचे 25800 पर है। सेंसेक्स के 30 में से 19 शेयर लाल निशान में हैं। टाटा मोटर्स कॉमर्शियल व्हीकल 3.3% टूट गया वहीं इंफोसिस और टाटा स्टील में भी गिरावट है। दूसरी ओर अडाणी पोर्ट्स एक्सिस बैंक और जोमैटो बढ़त में हैं। निफ्टी के 50 में से 31 शेयरों में गिरावट दिखी। सेक्टरवार फार्मा बैंकिंग और मीडिया में तेजी है जबकि IT मेटल और ऑटो सेक्टर दबाव में हैं। साइबर अलर्ट ऑनलाइन ज्योतिष स्कैम पर चेतावनी इंडियन साइबर क्राइम कोऑर्डिनेशन सेंटर ने ऑनलाइन ज्योतिष (Astrologer) स्कैम्स को लेकर अलर्ट जारी किया है। साइबर ठग फर्जी सर्टिफाइड ज्योतिषी बनकर लोगों को फ्री कंसल्टेशन देते हैं और भरोसा जीतने के बाद पैसे ऐंठ लेते हैं। सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर ऐसे स्कैम तेज़ी से बढ़ रहे हैं और एजेंसी ने लोगों से सतर्क रहने की अपील की है। ED की बड़ी कार्रवाई अंबानी को तलब प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने अंबानी को फेमा (FEMA) मामले में शुक्रवार को व्यक्तिगत बयान दर्ज कराने के लिए बुलाया है। जांच जयपुर–रींगस हाईवे प्रोजेक्ट से जुड़े हवाला रूट से लगभग 100 करोड़ रुपए विदेश भेजने के शक पर की जा रही है। हवाला डीलरों के बयान दर्ज होने के बाद ED ने यह समन जारी किया है। अंबानी को इससे पहले 17000 करोड़ के बैंक फ्रॉड से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग केस में भी पूछताछ का सामना करना पड़ा था। TCS 14 साल बाद पीछे P/E रेश्यो में दबाव टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (TCS) ने 14 साल में पहली बार अपनी वैल्यूएशन लीडरशिप खो दी है। इसका PE रेश्यो 22.5 गुना तक गिर गया है जो प्रतिस्पर्धियों इन्फोसिस (22.9) और HCL (25.5) से भी नीचे चला गया है। विश्लेषकों के अनुसार TCS के मंद मुनाफे और बाजार में कमजोर पकड़ ने निवेशकों का भरोसा हिलाया है। पिछले साल सितंबर में इसका PE 32.6 था लेकिन अब ट्रेंड पलट चुका है। 2011 से अब तक TCS का PE इंडस्ट्री औसत से हमेशा 15% अधिक रहता था लेकिन पहली बार यह नीचे आ गया है। मूडीज का अनुमान भारत रहेगा सबसे तेज़ बढ़ती अर्थव्यवस्था मूडीज रेटिंग्स ने कहा है कि आने वाले दो सालों तक भारत G-20 देशों में सबसे तेजी से बढ़ने वाली अर्थव्यवस्था बना रहेगा। एजेंसी का अनुमान है कि 2027 तक भारत की GDP ग्रोथ औसतन 6.5% रहेगी। रिपोर्ट में कहा गया कि अमेरिका के ऊंचे टैरिफ और ग्लोबल अनिश्चितताओं के बावजूद भारत की आर्थिक गति मजबूत बनी हुई है और आगे भी स्थिर रहने की उम्मीद है।