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अंतर्राष्ट्रीय
12-Sep-2025

मॉरीशस के प्रधानमंत्री डॉ नवीन चंद रामगुलाम का उत्तराखंड पहुंचने पर भव्य स्वागत हुआ। जॉली ग्रांट एयरपोर्ट पर अपना भव्य स्वागत देख मॉरीशस के प्रधानमंत्री काफी खुश और गदगद नजर आए। मौके पर उत्तराखंड के लोक कलाकारों ने राज्य की सांस्कृतिक छटा के दर्शन भी प्रधानमंत्री को कराए। स्वागत के बाद प्रधानमंत्री डॉ नवीन चंद रामगुलाम सड़क मार्ग से ऋषिकेश के रास्ते नरेंद्र नगर स्थित होटल के लिए रवाना हो गए। रास्ते में इंद्रमणि बडोनी चौक पर राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन से जुड़ी महिलाओं ने प्रधानमंत्री के काफिले पर पुष्प वर्षा की और हाथ में मॉरीशस का झंडा लहराकर वेलकम टू उत्तराखंड कहा। इसके अलावा एनसीसी के छात्रों में भी प्रधानमंत्री के काफिले का स्वागत किया। बता दे कि मॉरीशस के प्रधानमंत्री 15 सितंबर तक उत्तराखंड में रहेंगे। डॉ. रामगुलाम की यात्रा का मुख्य उद्देश्य उत्तराखंड के सांस्कृतिक और प्राकृतिक महत्व को करीब से देखना है। हालांकि उनके विस्तृत कार्यक्रम की जानकारी अभी सामने नहीं आई है। लेकिन उम्मीद है कि वह देहरादून के ऋषिकेश और हरिद्वार जैसे धार्मिक स्थलों का दौरा कर सकते हैं। ऋषिकेश-गंगोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग(एनएच-34) नरेंद्रनगर के बगरधार के पास बृहस्पतिवार रात्रि को 8:00 बजे पहाड़ी पर से भारी मात्रा में मलवा व बोल्डर सड़क पर जमा होने के कारण कारण 20 घंटों के बाद भी नहीं खुल पाई है l रात्रि से ही मलबे को हटाने में चार जेसीबी और एक पोकलैंड लगाई गई है l मौके पर बीआरओ स्थानीय प्रशासन व पुलिस प्रशासन मौके पर तैनात हैं l रोड बंद होने से सड़क पर दोनों ओर वाहनों की लंबी-लंबी कतारें लगी हुई हैं वैकल्पिक व्यवस्था के तौर पर छोटे वाहनों को राजमहल से पुलिस ट्रेनिंग सेंटर-देवलधार वाया हिंडोलाखाल से रूट से भेजा जा रहा है जबकि देहरादून जाने वाले वाहनों को चंबा-कद्दू खाल- वाया -मसूरी से भेजा जा रहा है। अवरुद्ध सड़क के दोनों और वाहनों की आवा-जाही 20 घंटों से बंद होने के कारण व जंगल क्षेत्र होने से यात्रियों को बहुत बड़ी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। बीआरओ के अधिकारी सुरेंद्र सिंह रावत तथा तहसीलदार अयोध्या प्रसाद उनियाल का कहना है कि यदि बारिश ना हुई और मलवा हटाने से और मलवा ना आया तो तीन-चार घंटे में रोड खोलने की संभावना है। मानसून का प्रभाव इस वर्ष प्रदेश की मुख्य चारधाम यात्रा पर भी पड़ा है। आपको बता दे की भारी वर्षा भू-सख्लन के खतरे को देखते हुए यात्रा पर रोक लगा दी गयी थी। प्रसाशन के लगातार प्रयास से यात्रा को सुचारु भी किया गया लेकिन यमनोत्री धाम की यात्रा के मार्गो की अधिक क्षति होने के कारण अभी तक यात्रा को रोका गया था। वही भाजपा प्रदेश मीडिया प्रभारी मनवीर चौहान ने कहा की मुख्यमंत्री धामी चारधाम यात्रा को सुरक्षित और व्यवस्तिथ बनाने के लिए प्रतिबद्ध है यमनोत्री धाम की यात्रा सुचारु हो उसके लिए वहा के जिलाधिकारी व अधिकारियों को मुख्यमंत्री द्वारा दिशा निर्देश भी दिये गये है प्रसाशन पूरी तरह से यमनोत्री धाम के मार्गो को दुरुस्त करने मे जुटा है वही कल से यात्रा को भी पुनः प्रारम्भ किया जायेगा। सरकार पूरी तरह से श्रद्धालुओं को सुरक्षित यात्रा करवाने से लेकर धामों के आस पास व्यवसाय कर रहे व्यापारियों के कार्य को लेकर भी गंभीर से जिसके लिए यात्रा को पुनः सुचारु किया जा रहा है। कांग्रेस मुख्यालय में आज कांग्रेस के वरिष्ठ नेता व पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत और वरिष्ठ विधायक पूर्व प्रदेश अध्यक्ष प्रीतम सिंह ने संयुक्त प्रेसवार्ता करी। इस दौरान उन्होंने प्रधानमंत्री के दौरे और उनके द्वारा उत्तराखंड को दिए गए राहत पैकेज को निराशाजनक बताया। कहा कि उत्तराखंड के लिए 12 सौ करोड़ का राहत पैकेज ऊंट के मुंह में जीरा जैसा है। साथ ही कहा कि पीएम मोदी से हमे अपेक्षा थी कि हिमालई राज्यों में हर। वर्ष हो रही आपदा को लेकर एक राष्ट्रीय नीति पर एक रणनीति बनाई जाएगी लेकिन यहां भी हमें निराशा हाथ लगी। उत्तराखंड में मानसून के दौरान कई आपदाए प्रदेश में आई धराली की भीषण आपदा हो या फिर थराली की इन आपदाओं में जान माल की बहुत क्षति हुई आपदा सचिव विनोद कुमार सुमन का कहना है कि आपदा को देखते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उत्तराखंड का दौरा किया। वहीं इस दौरान प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी आपदा पीड़ितों से मिले ओर उनका हालचाल जाना साथ ही इस आपदा की घड़ी में जिन जवानों ने काम किया चाहे वो एसडीआरएफ हो एनडीआरफ हो या भारतीय सेना के जवान उनसे मुलाकात की और स्थिति के बारे में जानकारी और सुझाव भी दिए साथ ही तात्कालिक राहत राशि 1200 करोड़ की भी प्रधानमंत्री ने उत्तराखंड के लिए घोषणा की साथ ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी को आश्वासन दिया की जो भी राहत राशि उत्तराखंड को चाहिए वह केंद्र सरकार हर संभव मदद करेगी वही आपदा सचिव का कहना है कि मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के निर्देश के बाद राहत राशि तत्काल प्रभाव से पीड़ितों तक पहुंचे यह कार्य किया जा रहा है पहले के समय में काफी समय लगता था अब 24 घंटे के अंदर-अंदर राहत राशि दी जा रही है साथ ही आपदा आने के बाद तत्काल प्रभाव से राहत एवं बचाव कार्य जल्द से जल्द किया जा रहा है। बरसात के बाद उत्तराखंड में चार धाम यात्रा खोल दी गई है। कुछ दिन बीत चुके है। साथ ही यात्राओं के आंकड़ों की अगर बात करी जाए तो इस पर बात करते हुए पैटर्न मंत्री सतपाल महाराज ने कहा 43 लाख से ज्यादा यात्री अभी तक चार धाम यात्रा के दर्शन कर चुके हैं।उन्होंने कहा आपदा के बावजूद भी हमारे चार धाम यात्रा के श्रद्धालुओं में बढ़ोतरी हुई है। देश के अन्य राज्यों से आने वाले श्रद्धालुओं से उन्होंने अपील की चार धाम यात्रा पर अधिक संख्या में उत्तराखंड में पधारे।