सेंसेक्स-निफ्टी में मजबूती हफ्ते के आखिरी कारोबारी दिन शेयर बाजार में तेजी देखने को मिली। सेंसेक्स 300 अंक चढ़कर 81000 के स्तर पर कारोबार कर रहा है। वहीं निफ्टी में भी करीब 100 अंकों की बढ़त दर्ज की गई और यह 24800 के ऊपर पहुंच गया। सेंसेक्स के 30 में से 24 शेयरों में तेजी है जबकि 6 में गिरावट आई है। महिंद्रा एशियन पेंट्स और पावर ग्रिड के शेयर 1% ऊपर हैं। ITC HUL और सनफार्मा में कमजोरी रही। निफ्टी के 50 में से 43 शेयरों में तेजी और 7 में गिरावट आई। मेटल ऑटो रियल्टी और ऑयल एंड गैस इंडेक्स हरे निशान में हैं जबकि FMCG सेक्टर दबाव में है। ट्रम्प टैरिफ का असर कॉरपोरेट घरानों पर अमेरिकी टैरिफ का असर भारत के बड़े कॉरपोरेट घरानों पर साफ दिख रहा है। अंबानी अडाणी और बिड़ला जैसे उद्योगपतियों के कारोबार पर 50% ऊंचे टैरिफ का दबाव बढ़ रहा है। एक्सपर्ट्स का मानना है कि रिलायंस इंडस्ट्रीज अडाणी ग्रुप और आर्सेलर मित्तल जैसी कंपनियां इस कारण नुकसान झेल सकती हैं। इससे बचने के लिए कंपनियां अपनी बिजनेस स्ट्रैटजी बदल रही हैं। कुछ अमेरिका समेत कम टैरिफ वाले देशों में मैन्युफैक्चरिंग यूनिट लगाने की योजना बना रही हैं तो कुछ पहले से मौजूद विदेशी सहायक कंपनियों के जरिए एक्सपोर्ट पर विचार कर रही हैं। फैशन ब्रांड अरमानी के फाउंडर का निधन दुनियाभर में फैशन की पहचान बने जियोर्जियो अरमानी का निधन हो गया है। 91 साल की उम्र में उन्होंने अंतिम सांस ली। अरमानी का जन्म 11 जुलाई 1934 को इटली के पियासेंजा शहर में हुआ था। कंपनी ने 4 सितंबर को उनके निधन की पुष्टि की। अरमानी ग्रुप ने बयान जारी कर कहा कि इल सिन्योर अरमानी अपने प्रियजनों के बीच शांति से इस दुनिया से चले गए। अरमानी दुनिया के सबसे बड़े फैशन ब्रांड्स में से एक रहे और कंपनी आज लगभग ₹1 लाख करोड़ के वैल्यूएशन पर है। भारत में स्टारलिंक इंटरनेट ट्रायल को मंजूरी भारत में जल्द ही हाई-स्पीड सैटेलाइट इंटरनेट की शुरुआत होगी। इलॉन मस्क की कंपनी स्टारलिंक को टेलीकॉम डिपार्टमेंट से ट्रायल की मंजूरी मिल गई है। कंपनी को 6 महीने के लिए प्रोविजनल स्पेक्ट्रम दिया गया है। स्टारलिंक भारत में 10 जगहों पर बेस स्टेशन बनाएगी जिनमें मुंबई मुख्य केंद्र होगा। कंपनी ने इक्विपमेंट इंपोर्ट का लाइसेंस भी मांगा है जिसमें लैंडिंग स्टेशन हार्डवेयर शामिल है। ट्रायल के दौरान सिक्योरिटी और टेक्निकल स्टैंडर्ड्स की जांच होगी। इसके सफल होने के बाद स्टारलिंक भारत में आधिकारिक रूप से हाई-स्पीड इंटरनेट लॉन्च कर सकती है।