मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने उत्तरकाशी के धराली क्षेत्र में राहत एवं बचाव कार्यों की प्रगति की आज प्रातः समीक्षा की। MI-17 और चिनूक हेलीकॉप्टरों के माध्यम से युद्धस्तर पर रेस्क्यू अभियान संचालित किया जा रहा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मार्गदर्शन में केंद्र सरकार का पूर्ण सहयोग मिल रहा है। मुख्यमंत्री ने सड़क बिजली संचार और खाद्यान्न आपूर्ति की शीघ्र बहाली के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि सभी प्रभावितों को जल्द से जल्द सुरक्षित निकालकर जनजीवन सामान्य करने का प्रयास जारी है। धराली (उत्तरकाशी) में आपदा प्रभावित क्षेत्रों का निरीक्षण कर रहे मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के सामने शुक्रवार को ऐसा दृश्य आया जिसने वहां मौजूद हर व्यक्ति को भावुक कर दिया अहमदाबाद के ईशनपुर की रहने वाली धनगौरी बरौलिया अपने परिवार के साथ गंगोत्री दर्शन के लिए आई थीं। 5 अगस्त को धराली में आई भीषण आपदा ने उनके जीवन की दिशा ही बदल दी। अचानक आए मलबे और तेज बहाव से मार्ग पूरी तरह बंद हो गया और वे अपने परिवार सहित फंस गईं। चारों ओर तबाही का मंजर भय और अनिश्चितता का माहौल था। घर से सैकड़ों किलोमीटर दूर किसी को नहीं पता था कि अब आगे क्या होगा। पूर्व मंत्री डॉ प्रेम चंद अग्रवाल ने उत्तरकाशी जनपद के धराली गांव में आई आपदा के सहायता के लिए मुख्यमंत्री राहत कोष में अपने एक माह का वेतन देने की घोषणा की है। इस अवसर पर डॉ अग्रवाल ने कहा है कि उत्तरकाशी के धराली गांव में आई भीषण आपदा से जन-धन की हानि अत्यंत दुखद एवं पीड़ादायक है। उन्होंने कहा कि इस कठिन समय में देशभर की संवेदनायें प्रभावित परिवारों के साथ है। देश के प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी गृह मंत्री अमित शाह और मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी जी लगातार राहत बचाव अभिनाय में है। रक्षाबंधन के शुभ अवसर पर उत्तराखंड सरकार ने बहनों के लिए 9 अगस्त शनिवार को प्रदेश की सभी महिलाओं को उत्तराखंड परिवहन निगम की बसों में मुफ्त यात्रा की सुविधा देने के निर्देश दिए हैं। इस पहल को लेकर भारतीय जनता पार्टी के प्रवक्ता हनी पाठक ने प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि मुख्यमंत्री धामी अपने भाई होने का फर्ज निभा रहे हैं। उन्होंने बहनों से जो वादा किया था उसे वह लगातार निभा रहे हैं। उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने आपदा और बचाव कार्य के बीच कैबिनेट की बैठक में भाग लिया । आज सचिवालय आयोजित बैठक में मुख्य रूप से केवल 2 मुद्दों पर हुई चर्चा। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी कैबिनेट की बैठक में उत्तरकाशी से वर्चुअल माध्यम से जुड़े। मुख्य रूप से कैबिनेट बैठक में अनुपूरक बजट पर चर्चा हुई। कैबिनेट मंत्रियो को मुख्यमंत्री धामी ने धराली के साथ पूरे प्रदेश में चल रहे आपदा राहत कार्यों की जानकारी भी दी। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने आज जनपद उत्तरकाशी में चल रहे राहत एवं बचाव कार्यों को लेकर आज DG ITBP DG National Disaster Response Force India एवं DGP Uttarakhand Police के साथ उच्च स्तरीय बैठक की। इस दौरान रेस्क्यू अभियान की प्रगति ज़मीनी चुनौतियों और आपसी समन्वय को और मज़बूत बनाने पर चर्चा कर आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। बैठक में आपदा प्रभावित क्षेत्रों तक त्वरित पहुंच फंसे हुए लोगों का शीघ्र रेस्क्यू दुर्गम क्षेत्रों में टीमों की तैनाती हेली लिफ्टिंग ऑपरेशन और आवश्यक संसाधनों की उपलब्धता जैसे विषयों पर विस्तृत चर्चा हुई। संचार बिजली और सड़क संपर्क की शीघ्र बहाली राहत सामग्री की सुचारु आपूर्ति किए जाने के विषय में भी ज़रूरी निर्देश दिए। रुड़की ब्लॉक में मुख्य विकास अधिकारी के ओचक निरिक्षण से हड़कंप मच गया!ने रूड़की ब्लॉक में मुख्य विकास अधिकारी को बड़े पैमाने पर खामियां मिली इस दौरान उन्होंने डियूटी के प्रति लापरवाही बारतने पर ब्लॉक के कनिष्ठ सहायक नीरज मैठाणी को निलंबित कर दिया जबकि एबीडीओ मनोज कोठारी को ड्यूटी के प्रति लापरवाही बरतने पर उनसे जवाब तलब किया है इतना ही नहीं मुख्य विकास अधिकारी ने ब्लॉक में पिछले 6 माह का बायोमेट्रिक उपस्थिति रजिस्टर के जांच के आदेश दिए हैं! इस दौरान उन्होंने कहा कि किसी भी कर्मचारी की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जायेगी! ऋषिकेश नगर निगम क्षेत्र अंतर्गत शिवाजी नगर और 20 बीघा में हाथी ने अपनी दस्तक दे दी है। हाथी इलाके की गलियों में घूमता हुआ नजर आया है। इसके अलावा हाथी लोगों के घरों के बाहर बनी क्यारी में फसल भी खाता हुआ देखा गया है। हाथी की दस्तक ने लोगों के मन में डर बैठा दिया है। शिवाजी नगर और 20 बीघा के क्षेत्र में हाथी के आने की वीडियो सीसीटीवी कैमरे में कैद हुई है। जिसमें आसानी से देखा जा रहा है कि किस प्रकार हाथी मदमस्त रूप से रिहायशी इलाके की गलियों में पहुंच रहा है। घरों के बाहर फसल को खा रहा है। हालांकि हाथी की दस्तक से अभी दोनों ही क्षेत्र में किसी भी प्रकार के जान माल की नुकसान की सूचना नहीं है। लेकिन लोगों को जान माल का खतरा सताने लगा है।