सरेखा अंडरपास से नाबालिग छात्र का अपहरण भंडारा में किसानों की मदद से बचा; पुलिस जांच में जुटी नगर पालिका परिषद ने अतिक्रमणकारियों पर की कार्रवाई कृषि अधोसंरचना विकास के लिए कलेक्टर ने ली अधिकारियों की बैठक कटंगी निवासी एक 10वीं कक्षा के नाबालिग छात्र का 2 जुलाई को स्कूल से लौटते समय सरेखा अंडरपास के पास कथित रूप से अपहरण कर लिया गया। बालक के अनुसार 500 रुपये का नोट उठाते समय एक वैन में सवार लोगों ने उसे जबरन गाड़ी में बैठा लिया। बेहोशी के बाद महाराष्ट्र के भंडारा में होश आने पर उसने किसानों से मदद मांगी जिन्होंने उसे गोंदिया जाने वाली ट्रेन में बैठाया। गोंदिया स्टेशन पहुंचकर टीटी मास्टर ने परिजनों को सूचना दी। परिजन उसे घर लाए और 3 जुलाई को कोतवाली में शिकायत दर्ज की गई। पुलिस जांच कर रही है। बालाघाट नगर पालिका ने गुरुवार को शहर के विभिन्न क्षेत्रों में अतिक्रमण के खिलाफ कार्रवाई की। सरेखा आरओबी के नीचे और एमएलबी स्कूल मार्ग पर अस्थायी दुकानों और ठेलों को हटाया गया। कोसमी की ओर पूर्ण आरओबी के नीचे व्यवसायिक गतिविधियां शुरू होने की सूचना पर कार्रवाई कर आधा दर्जन से अधिक ठेले हटाए गए। एमएलबी स्कूल मार्ग से भी अतिक्रमण हटाया गया। अधिकारियों ने बताया कि ओवरब्रिज क्षेत्र सौंदर्यीकरण कार्य हेतु सुरक्षित है और वहां व्यवसायिक गतिविधियां प्रतिबंधित हैं। यह कार्रवाई नागरिक सुविधा और सौंदर्यीकरण के मद्देनज़र की गई है। कृषि उत्पादों के संरक्षण और मूल्य संवर्धन हेतु केंद्र सरकार की योजना के अंतर्गत अधोसंरचना विकास के प्रस्ताव तैयार करने के निर्देश कलेक्टर मृणाल मीणा ने 3 जुलाई को संबंधित अधिकारियों को दिए। उन्होंने cold storage वेयरहाउस प्रोसेसिंग यूनिट हाइड्रोपोनिक फार्मिंग जैसे प्रोजेक्ट्स के लिए 100 करोड़ रुपये के प्रस्ताव शीघ्र भेजने को कहा। विभागवार राशि आवंटित करते हुए उन्होंने कृषि उद्यानिकी मंडी उद्योग आजीविका मिशन और सहकारी बैंक को प्रस्ताव तैयार करने को कहा। बैठक में कृषि मत्स्य पशुपालन नाबार्ड सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी मौजूद रहे। बालाघाट के उत्तर वन मंडल में करीब 1.87 करोड़ रुपये के लघु वनोपज घोटाले को लेकर विधानसभा में सवाल उठाए गए थे लेकिन अब तक जांच का कोई परिणाम सामने नहीं आया है। हाल ही में 2025-26 के लिए सामग्री खरीद की निविदा प्रक्रिया में भी गड़बड़ी उजागर हुई। उपवन मंडलाधिकारी प्रशांत साकरे पर मनपसंद ठेकेदार को तकनीकी स्वीकृति देने का आरोप है। मामला प्रधान मुख्य वन संरक्षक तक पहुंचने पर निविदा को निरस्त कर दिया गया। विभागीय जांच और पारदर्शिता को लेकर अब कई सवाल खड़े हो रहे हैं। जनपद पंचायत बालाघाट अंतर्गत ग्राम कोचेवाड़ा के सचिव चैनलाल वाड़िवा ने निर्माण समिति सभापति भुनेश्वर रजक पर शासकीय कार्य में बाधा और जान से मारने की धमकी देने का आरोप लगाया है। सचिव के अनुसार 2 जुलाई को पाथरवाड़ा कार्यालय में फर्जी बिल ₹115000 के भुगतान का दबाव बनाने पर मना करने पर उन्हें धमकाया गया। इस संबंध में उन्होंने पुलिस अधीक्षक से शिकायत कर दोषी पर एफआईआर दर्ज करने की मांग की है। वहीं सभापति रजक ने आरोपों को बेबुनियाद बताते हुए कहा कि सचिव ही सरपंच से बिल पास कराने पर पैसे मांगते हैं।