MP में बच्चों पर बढ़ाया बस्ते का बोझ, तो होगी कार्रवाई बस्ते के बोझ पर मध्यप्रदेश बाल आयोग की सख्त नजर मध्य प्रदेश में शैक्षणिक सत्र 2022-23 की शुरुआत हो चुकी है। इस बार बच्चों पर पढ़ाई को लेकर प्रेशर न बढ़े इसको लेकर खास तौर पर बस्ते के बोझ पर मध्यप्रदेश बाल आयोग सख्त नजर आ रहा है. शनिवार को बाल आयोग की टीम ने राजधानी के निजी स्कूलों किया में औचक निरीक्षण किया था. जहां कई स्कूलों में बच्चों के बस्ते का वजन ज्यादा मिला. बाल आयोग ने स्कूलों को सख्त निर्देश दिए हैं कि बच्चों के बैग का वजन ज्यादा नहीं होना चाहिए. भोपाल में मजबूत सियासी पकड़ कर रही AIMIM ओवैसी की पार्टी AIMIM का भोपाल में मजबूत सियासी पकड़ कर रही है. मध्य प्रदेश के नगरीय निकाय चुनावों के नतीजों के बाद असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (AIMIM) ने भी मध्य प्रदेश में पार्षद की सात सीटें जीतकर कांग्रेस के वोट बैंक में सेंध लगा दी है. रविवार को AIMIM की 50 से ज़्यादा अलग-अलग राजनैतिक दल के सदस्यों ने सदस्यता ली. उत्तर नरेला मध्य विधानसभा क्षेत्र के हर बूथ पर सदस्यों को जोड़ने का अभियान शुरू किया है. ओवैसी की पार्टी के एमपी में एक्टिव प्लान से अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव में कांग्रेस के समीकरण बिगड़ सकते हैं. अध्यक्ष, नेता प्रतिपक्ष बनाने लोकल स्तर पर रायशुमारी नगरीय निकाय के दोनों चरणों के चुनाव के रिजल्ट आ चुके हैं। अब राजनीतिक दलों की नजर नगर निगम, नगर पालिका में अपने अध्यक्ष, नेता प्रतिपक्ष जैसे पदों पर है। इसके लिए बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा स्थानीय निकाय चुनाव में नगर निगम अध्यक्ष, नेता प्रतिपक्ष, जिला पंचायत, जनपद पंचायत अध्यक्ष व उपाध्यक्ष और नगर पालिका के अध्यक्ष व उपाध्यक्ष के चुनाव के लिए पार्टी के वरिष्ठ नेताओं को पर्यवेक्षक नियुक्त कर दिए हैं। भगवान महाकाल का भांग और सूखे मेवे से श्रृंगार विश्व प्रसिद्ध उज्जैन के श्री महाकालेश्वर मंदिर में श्रावण मास के दूसरे सोमवार को रात 2:30 बजे भगवान के पट खुलने के बाद पुजारी, पुरोहितों ने जलाभिषेक किया। भगवान महाकाल का भांग और सूखे मेवे से श्रृंगार कर भस्म आरती की गई। इस दौरान हजारों श्रद्धालुओं ने चलाएमान दर्शन व्यवस्था के तहत दर्शन लाभ लिया। नर्मदा के ऊपरी क्षेत्रों में तेज बारिश का असर नर्मदा के ऊपरी क्षेत्रों में लगातार तेज बारिश और नर्मदापुरम के तवा बांध के सभी गेट खुलने का सीधा असर इंदिरा सागर बांध और ओंकारेश्वर बांध पर पड़ा है। रविवार काे इंदिरा सागर बांध के 12 गेट ढाई मीटर तक खाेलकर यहां से 8,400 क्यूमेक्स और देर रात तक ओंकारेश्वर बांध के 20 गेट खाेल दिए गए। इससे नर्मदा के निचले हिस्से में बाढ़ है।