मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी का कहना है की पलायन आयोग पलायन समाधान आयोग बने इस दिशा में सरकार ने काम शुरू कर दिया है मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने आयोग की बैठक लेते हुए कई अहम दिशा निर्देश दिए हैं मुख्यमंत्री का कहना है प्रत्येक ग्राम सभा में एक व्यक्ति नियुक्त हो जो वहां की सभी समस्याओं का समाधान कराने के लिए तत्पर हो मुख्यमंत्री का कहना है कि राज्य सरकार हर हाल में राजू पलायन रोकने और गांव में ही रोजगार व्यवसाय उपलब्ध कराने के लिए प्रतिबद्ध है 12 वर्ष के लंबे अंतराल के बाद प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत लालकुआं में गरीबों के लिए बनाए गए आवास आवंटित हो गए। जिसमें 10 दिव्यांगों को वरीयता दी गई। जबकि शेष आवास लॉटरी सिस्टम से आवंटित किए गए। इस दौरान लोग काफी उतसाहित दिखाई दिए।इस अवसर पर विधायक डॉ0 मोहन सिंह बिष्ट, पूर्व कैबिनेट मंत्री हरीश चंद्र दुर्गापाल, पूर्व विधायक नवीन चंद्र दुम्का, नगर पंचायत अध्यक्ष लालचंद सिंह व अधिशासी अधिकारी पूजा सहित तमाम गणमान्य लोग मौजूद रहे। सीमांत जनपद चमोली के तहसील जोशीमठ क्षेत्र के अंतर्गत हेलंग गांव में महिला घसियारीयों के साथ हुई अभद्रता के बाद मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने मामले का संज्ञान लेते हुए गढ़वाल कमिश्नर सुशील कुमार को जांच के आदेश दिए हैं गौरतलब है कि घटना चमोली जिले के हेलंग गांव की है जहां पर हरेला पर्व के दौरान गांव की महिलाएं अपने मवेशियों के लिए घास लेने के गई थी उन महिलाओं के साथ पुलिस और सीआरपीएफ के जवानों ने अभद्रता की, जिसके बाद प्रदेश में महिलाओं के उन महिलाओं के लिए आवाज उठना शुरू हो गया वही कांग्रेस के प्रवक्ता गरिमा दसोनी ने भी सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि घटना 16 जुलाई की है लेकिन सरकार को बहुत देर में कार्यवाही की याद आई. उत्तराखंड में पुलिस प्रशासन ने प्रदेशवासियों की सुरक्षा को लेकर एक नई शुरुआत की है. साथ ही पुलिस प्रशासन ने बाहरी राज्यों से आने वाले उत्तराखंड में किराए के मकान लेकर रहने वालों के लिए सत्यापन अनिवार्य कर दिया गया है. डीजीपी अशोक कुमार ने किरायेदारों से शपथ पत्र लेने और गलत जानकारी देने वालों के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने के निर्देश दिए हैं, इसके साथ ही किराएदार द्वारा मूल थाने से सत्यापन रिपोर्ट या चरित्र प्रमाण पत्र भी प्रस्तुत करना होगा। देहरादून के पूर्व जिला अधिकारी डॉ राजेश कुमार को तीन दिन पहले स्वास्थ्य एवं मिशन के प्रभारी सचिव के तौर पर तैनात किया गया है । स्वास्थ्य विभाग का जायजा लेने के बाद डॉ आर राजेश के द्वारा एक प्रेस कॉन्फ्रेंस का आयोजन किया गया , इस कॉन्फ्रेंस में स्वास्थ्य व्यवस्था को किस प्रकार बेहतर बनाया जा सके इसको लेकर पत्रकारों से सुझाव भी लिए गए , अस्पतालों में डाक्टर और स्टाफ की कमी की वजह से कई बार जनता को परेशानियों का सामना करना पड़ता है जिसको ध्यान में रखते हुए पीक आवर्स में स्टाफ अस्पताल में मौजूद रहे इसको लेकर काम किया जाएगा