देहरादून यमुना कॉलोनी स्थित शासकीय आवास पर खेल एवं युवा कल्याण मंत्री रेखा आर्या ने खेल विभाग के अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक की.... समीक्षा बैठक में माननीया मंत्री रेखा आर्या ने पूर्व में खेल विभाग में किये गए कार्यो की प्रगति रिपोर्ट के बारे में जानकारी सम्बंधित अधिकारियों से ली।माननीया मंत्री महोदया ने कहा कि मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी जी की पूर्व में खेल विभाग की जो भी घोषणाएं हैं जिनमे खेल मैदान भी शामिल हैं वो कार्य कहाँ तक पहुंचे हैं,साथ ही ऐसे खेल के मैदान जिनमे जमीन सम्बंधी मामलों में तकनीकी पेच देखने को मिल रहे हैं इसको लेकर विभाग को निर्देशित कर दिया गया है। उत्तराखंड में वृक्षों को काटने के लिए आम लोगों को अब वन विभाग के चक्कर नहीं काटने होंगे, जी हां वृक्ष संरक्षण नीति में संशोधन के जरिए वन विभाग आम लोगों को बड़ी राहत देने जा रहा है.. दरअसल निजी भूमि पर वृक्षारोपण के बाद वन विभाग उक्त शख्स को ही वृक्षों का स्वामित्व देने पर विचार कर रहा है प्रदेश में हरेला पर्व पर वृक्षारोपण को लेकर वन विभाग तैयारियों में जुटा हुआ है, इस साल वन विभाग ने राज्य में 15 लाख पेड़ लगाने का लक्ष्य तय किया है। पहली बार वन विभाग कुल वृक्षारोपण में से 50% फलदार पेड़ लगाने का भी फैसला कर चुका है। इस दौरान वन विभाग सभी विभागों को वृक्षारोपण के कार्यक्रम से जोड़ेगा और तकनीकी मदद देगा..जिसमें स्कूली बच्चों और तमाम संस्थानों को भी वृक्षारोपण से जोड़ा जाएगा। रुड़की में सप्ताह भर पहले मां-बेटी से हुए सामूहिक दुष्कर्म मामले में आज देहरादून से राज्य बाल संरक्षण आयोग की अध्यक्ष डॉ. गीता खन्ना के नेतृत्च में एक टीम रुड़की सिविल अस्पताल पहुंची है, टीम ने यहां मां-बेटी से मुलाकात की, अध्यक्ष डॉ. गीता खन्ना ने बताया कि मां का मानसिक लेवल ठीक नहीं है ऐसे में बच्ची की परवरिश को लेकर चिंता है, वहीं छह साल की बच्ची का ना तो किसी आंगनबाड़ी केंद्र में नाम है और ना ही किसी स्कूल में, इस दौरान उन्होंने बताया कि हादसे को बच्ची भूल चुकी है, जोकि उसके भविष्य के लिए अच्छा है, उन्होंने कहा कि बच्ची को अब बाल रोग विशेषज्ञ एवं मनोवैज्ञानी की सलाह की जरूरत हैं, इसके लिए आयोग कदम उठा रहा है, उत्तराखंड की जनता का एक सपना था उत्तराखंड राज्य की राजधानी गैरसैंण हो लेकिन गैरसैंण राजधानी को लेकर सरकारो की नीयत अभी तक साफ नही हो पाई चाहे वह कांग्रेस सरकार रही हो या भाजपा की सरकार ..गैरसैंण राजधनी को लेकर सड़क से सदन तक कई बार धरने प्रदर्शन हो चुके हैं आपको बता दे पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत 14 जुलाई को गैरसैंण में सांकेतिक तालेबंदी करेंगे इसके साथ बीजेपी पार्टी के प्रवक्ता विनय गोयल ने कहा हरीश रावत अपने लिए कोई न कोई राजनीतिक कार्य ढूंढते रहते हैं वो एकला चलो की राजनीति में विश्वास करते हैं...कांग्रेस सगठन का कोई कार्यक्रम नहीं है वह राजनीति में कुछ न कुछ ढूंढते रहते हैं उत्तराखंड राज्य बने हुए आज 22 वर्ष हो चुके लेकिन उत्तराखंड राज्य की स्थाई राजधानी को लेकर राजनेताओं द्वारा निर्णय नहीं लिया जा सका है राज्य में अभी तक 11 मुख्यमंत्री रह चुके हैं और पुष्कर धामी उत्तराखंड राज्य के 12 वे मुख्यमंत्री हैं राज्य में भाजपा और कांग्रेस दोनों पार्टियों की सरकारी रही है लेकिन राज्य की राजधानी को लेकर अभी तक कोई भी सरकार निर्णय नहीं ले पायी है साथ आम आदमी पार्टी के गढ़वाल मंडल के मीडिया प्रभारी रविंद्र आनंद ने कहा उत्तराखंड राज्य को बने आज 22 वर्ष हो चुके है लेकिन राज्ये को अभी तक स्थाई राजधानी को लेकर निर्णय नहीं हो पाया है