शहर के हर क्षेत्र में पार्क के नाप पर ओपन स्पेस छोड़ा गया है लेकिन वे अभी तक पार्क का रूप नहीं ले पाये हैं। पार्क के नाम पर छोड़े गये ओपन स्पेस में या तो झाड़ियाँ हैं या कचड़े का ढेर है। चंदन गाँव के वार्ड क्रमांक 34 में स्थित हाउसिंग बोर्ड कालोनी के ओपन स्पेस के भी यही हाल थे। इस कालोनी में पार्क के लिये 4 ओपन स्पेस आरक्षित थे। विजय पांडेय जी के पार्षद बनने के पूर्व तक ये चारों ओपन स्पेस किसी भी काम के नहीं थे। यहाँ या तो झाड़ियाँ थीं या कचड़े के ढ़ेर थे। बिज्जू भैया के पार्षद बनते ही ये चारों ओपन स्पेस पार्क में बदल गए। सभी पार्क में प्लांटेंशन तो हुआ ही साथ ही चारों पार्क को अलग-अलग स्वरूप में विकसित किया गया। एक पार्क में ओपन जिम बनाई गई। तो वहीं एक पार्क में बेडमिंटन कोर्ट और मंदिर बनवाया गया। एक पार्क में रंगबिरंगा फ़ाउण्टेन लगाकर उसकी ख़ूबसूरती में इज़ाफ़ा किया गया। बड़ी बात ये है कि चारों ही पार्कों में बच्चों के लिए स्लाईड्स और वॉक करने वालों के लिये वॉकिंग ट्रेक भी बनाया गया। इन चारों पार्कों की साफ़-सफ़ाई और मेंटेनेन्स के लिये एक कर्मचारी की नियुक्ति भी की गई। पार्क के विकसित होने से कालोनी के बड़े-बुजुर्गों के लिए घूमने और उठने बैठने की व्यवस्था बनी तो वहीं महिलाओं और बच्चों के लिये घर के पास ही मनोरंजक स्थल बन गये।