१. मुख्यमंत्री ने 168 करोड़ का भूमिपूजन कर कहा महिलाएं अब रोड रोलर भी चलाएगी २. वारासिवनी का सब रजिस्ट्रार ऑफिस बना भ्रष्टाचार का अड्डा ३. क्या सच में यह तालाब है : अब भी नहीं जागे तो नेता और प्रशासन तालाब बेच खाएंगे मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान का शुक्रवार को किरनापुर पहुंचे और उन्होंने यहां स्वर्गीय दिलीप भटेरे शासकीय महाविद्यालय में आयोजित कार्यक्रम में हिस्सा लिया। इस मौके पर जिला स्तरीय स्वास्थ्य शिविर और स्व सहायता सम्मेलन की गतिविधियों का मुख्यमंत्री ने अवलोकन किया। स्वास्थ्य शिविर का शुभारंभ करने के बाद मुख्यमंत्री ने १६८ करोड़ के निर्माण विकास कार्यों का लोकार्पण भूमिपूजन किया। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह ने कहा कि दिलीप भटेरे जनता के बीच काफी लोकप्रिय रहे वे चार बार विधायक रहे। इस क्षेत्र की जनता की सेवा की। अपने वो पूर्वज जो अपने लिए कुछ किया है उन्हें कभी भुलाना नहीं चाहिए। अगर आपको कोई जमीन की रजिस्ट्री करवाना है तो नियमानुसार लगने वाली राशी की साथ रजिस्टार को ईनाम के तौर अलग से राशी देना होगा तभी आपकी रजिस्ट्री होगी अन्यथा कोई न कोई रोढा या कमी बताकर आपको परेशान किया जायेगा । ऐसी ही विवाद वारासिवनी सब पंजियक कार्यालय मे देखने मिला जब रजिस्ट्री कराने आये पक्षकारों सहित सर्विस प्रोवाईडर के सहायक ने रजिस्ट्रार के सामने ही आरोपो की झडी लगा दी । स्थानीय उप पंजीयक कार्यालय मे सर्विस प्रोवाईडर, पक्षकारों एवं रजिस्टार के बीच काफी गरमा गरम बहस देखने को मिली । जानकारी लेने पर यह बात सामने आई कि उप पंजीयक अनुराग अहिरवार के द्वारा सभी कार्यों के लिए राशी बांध रखी है कितना कष्टदायी होगा जब आपमें से कई लोग आने वाली पीढ़ी को शहर के बड़े तालाब की सिर्फ कहानी सुना पाएंगे. जब वह आपसे सवाल करेगें तो आप जवाब नहीं दे पाएगें. बीते एक दशक से शहर के बड़े तालाब की और वर्तमान स्थिती देखकर तो यही लगता है. मौजूदा वक्त में तालाब की जो हालात है उसे देखकर ऐसा नहीं लगता कि अफसर, नेता और नागरिक इस तालाब के बारे में कुछ सोचते है. अब भी हम यदि आने वाले कल के लिए इस तालाब को नहीं सहेजेगें तो यह तालाब एक काला इतिहास बनकर रह जाएगा. ऐसे में शहर के बड़े तालाब को बचाने के लिए नागरिकों को भी संकल्पित होना होगा तभी आने वाली पीढ़िया शहर के तालाब के के संरक्षण की कहानी आपकी मुंह जुबानी सुन पाएगें और कहेगें कि हाँ यह तालाब है. अभी तो एक ही सवाल है क्या सच में यह तालाब है. कटंगी शहर के हद्वय स्थल में बने तालाब का अस्तित्व समाप्त होने की कगार पर है. इस तालाब में अब पानी कम, टापू ज्यादा और अतिक्रमण अधिक नजर आता है. बालाघाट। बिरसा विकासखंड के अंतर्गत ग्राम पंचायत दमोह में सरपंच सचिव के द्वारा जहां ग्राम के विकास कराने के नाम पर भ्रष्टाचार की सीमा को लांघ लिया गया है। ठीक उसी तरह भीषण गर्मी को देखते हुए जिले के सभी पंचायतों के माध्यम से शीतल जल प्याऊ संचालित किया जा रहा है। लेकिन इसी के विपरित देखा जाए तो दमोह पंचायत के अंतर्गत सरपंच के द्वारा शीतल जल प्याऊ का शुभारंभ तो किया गया लेकिन यह प्याऊ महज १-२ दिन ही चालु रहा और आज यह प्याऊ उक्त स्थान से हटा दिया गया। ग्रामीण जनों ने बताया कि दमोह पंचायत के सरपंच द्वारा बस स्टेंड के समीप शीतल जल प्याऊ संचालित किया गया था जो एक ही दिन चालु रहा और फिर बाद में इस प्याऊ को बंद कर दिया गया जिसकी वजह से गर्मी में अपने कंठ को गीला करने के लिए आम जन पानी के लिए भटक रहे है। लालबर्रा बाजार से बैल जोड़ी खरीदकर हिर्री ले जा रहे २४ जोड़ी बैल को कोतवाली पुलिस ने गुरूवार की रात करीब २ बजे खैरी के समीप पकड़ा। जिसमें बैलों को हांकते ले जा रहे ४ लोगों को पूछताछ के लिए कोतवाली थाना लाया गया। बैल लेकर जा रहे कृषकों ने बताया कि ठेकेदारों के बीच विवाद में बाजार ठेकेदार की शिकायत पर हमारे बैलों को पकड़कर परेशान किया जा रहा है, जबकि हमारे पास बैलों के कागजात है। पुलिस ने पकड़े गये सभी मवेशियों को नपा के कांजीहाऊस में रखा गया। पुलिस द्वारा कागजात की जांच की जा रही है। परसवाडा विधानसभा क्षेत्र के पूर्व विधायक मधु भाऊ भगत के नेतृत्व में बढ़ती मंहगाई और ग्रामीण क्षेत्रों में विकराल रूप धारण करती बिजली समस्या को लेकर रजेगांव चौक में ब्लाक कांग्रेस कमेटी के नेतृत्व में शुक्रवार को धरना प्रदर्शन का आयोजन किया गया था। किंतु किरनापुर में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह के आगमन के कारण इस कार्यक्रम की अनुमति अनुविभागीय दंडाधिकारी किरनापुर द्वारा ये कहते हुए नहीं दी गई कि इससे शांति एवं सुरक्षा व्यवस्था की दृष्टि से उपरोक्त धरना प्रदर्शन एवं उक्त कार्य हेतु प्रायोजित होने वाली गाड़ी में ध्वनि विस्तारक यंत्र के उपयोग की अनुमति प्रदान नहीं की जाती। जिला प्रशासन के इस भेदभाव पूर्ण व्यवहार के पश्चात भी पूर्व विधायक भगत के नेतृत्व में बड़ी संख्या में कांग्रेस संगठन के पदाधिकारियों सहित सैकड़ा भर कांग्रेसी कार्यकर्ताओं ने रजेगांव के गांधी चौक पर मौन धरना प्रदर्शन करके आसमान छूती मंहगाई, बिजली समस्या को लेकर मौन प्रदर्शन करते हुए अपना ज्ञापन राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की प्रतिमा को समर्पित कर दिया।