नर्मदा नदी से अवैध उत्खनन ओर अवैध परिवहन करने की लगातार जिला प्रशासन को शिकायत मिल रही थी एनजीटी की रोक के बाद भी ककेड़ी नदी पर रेतमाफिया ने कच्चा पुल बनाकर अवैध परिवहन कर रहा था नर्मदा नही से ,16 अगस्त ईएमएस टीवी की खबर के बाद जिला प्रशासन ने तोड़ दिया था लेकिन वापस माफिया ने बना लिए गौरतलब है कि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की विधानसभा बुदनी में सीहोर और देवास जिले से लगे छीपानेर से रेत माफिया लम्बे समय से अवैध रूप से परिवहन कर रहे थे। इसके लिए माफियाओं ने जिले की सीमा पर कच्चा पुल भी बना लिया था। जिस पर कभी भी दुर्घटना हो सकती थी। इसके साथ ही आसपास के ग्रामीण भी रेत परिवहन से परेशान थे। ईएम एस टीवी ने इस मामले को प्रमुखता से उठाया था। इसके बाद सीहोर जिले का प्रशासन जागा शनिवार को भोपाल कमिश्नर कवींद्र कियावत और सीहोर कलेक्टर चंद्रमोहन ठाकुर ने निर्देश देने के बाद राजस्व,खनिज ,पुलिस विभाग ने दल वल के साथ पहुंचकर अवैध रूप से बने कच्चे पुल को ध्वस्त कर दिया । इस पूरी कार्रवाई में एसडीएम दिनेश सिंह तोमर, माइनिंग ऑफिसर राजेंद्र परमार, एसडीओपी प्रकाश मिश्रा, माइनिंग इंस्पेक्टर संतोष सूर्यवंशी, गोपालपुर थाना प्रभारी आर के व्यास , नसरुल्लागंज थाना प्रभारी सहित बल मौजूद था सूत्रों की माने तो इन रेत माफियाओं को क्षेत्रीय नेताओं का संरक्षण प्राप्त है। राजनैतिक हस्तक्षेप के चलते देवास जिले के रेत माफियाओं के हौसले इतने बुलंद है कि वह मुख्यमंत्री स्वयं के विधानसभा से रेत चुराकर ले जा रहा था। अब देखना यह होगा कि प्रशासन ऐसे ही इन माफियाओं को लगाम लगाकर रखेगा या फिर नेताओं और अधिकारियों के संरक्षण में माफिया एक बार फिर छीपानेर में पैर पसारेगा ।