MP का नाम रोशन करेंगे सीएम शिवराज - कमलनाथ प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने एक बार फिर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान पर भी निशाना साधा. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान अच्छे कलाकार हैं. उन्हें मुंबई जाना चाहिए. कलाकारी करनी चाहिए. इससे वो एमपी का नाम रोशन करेंगे. MP में राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 लागू MP में राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 लागू हो गई है। भोपाल के मिंटो हॉल में गुरुवार को राज्यपाल मंगूभाई पटेल और मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने नई शिक्षा नीति का शुभारंभ किया। इसके साथ ही मध्यप्रदेश देश का पहला राज्य बन गया है, जिसने राष्ट्रीय शिक्षा नीति लागू की है। CM ने नेशनल रिसर्च फाउंडेशन की तर्ज पर मध्यप्रदेश में भी राज्य शोध एवं ज्ञान फाउंडेशन बनाने की घोषणा की है। कमलनाथ की अफसरों को चेतावनी कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने सरकारी अफसरों को चेतावनी दी है। उन्होंने भोपाल में 'संस्कृति बचाओ' यात्रा के समापन के अवसर पर सरकारी तंत्र को आड़े हाथों लेते हुए कहा- 'BJP का बिल्ला जेब में रखकर काम मत करो। 2 साल बाद सरकार बदल जाएगी। यदि रिटायर हो जाओगे तो भी फाइल खुल सकती है।' कांग्रेस विधायक बाबू जंडेल का गुस्सा श्योपुर से कांग्रेस विधायक बाबू सिंह जंडेल बाढ़ पीड़ितों को अनाज नहीं मिलने पर तहसीलदार पर भड़क गए। एक अफसर से वे तू तड़ाक वाली भाषा पर उतर आए। MLA ने कहा, कैसा तहसीलदार है तू। तूने भ्रष्टाचार मचा रखा है श्योपुर के अंदर। तू 500- 500 रुपए में बिकने वाला तहसीलदार है। इस बीच तहसीलदार भरत नायक ने कहा कि विधायक जी मुझे फोन पर सुनने में थोड़ी गलती हो गई। रीवा में दो दोस्तों की हत्या रीवा जिले में डबल मर्डर का मामला सामने आया है। दोनों दोस्त थे और तीन दिन पहले एक साथ घर से निकले थे। एक दोस्त का शव मंगलवार सुबह भलुआ रामनई गांव की मुरुम खदान के पास मिला था। पुलिस को दूसरे दोस्त पर ही हत्या का शक था, लेकिन 48 घंटे बाद घटनास्थल से 15 किलोमीटर दूर स्थित पूर्वा बरहदी स्थित पहाड़ी के पास उसका शव भी मिल गया। दोनों की हत्या में एक जैसा तरीका इस्तेमाल किया गया है। MP के 14 जिलों पर सूखे का खतरा भारी बारिश के बावजूद मध्य प्रदेश में कुछ जिलों में सूखे के हालात बन सकते हैं. मौसम विभाग की ओर से जारी आंकड़ों पर गौर करें तो यह साफ है कि अगर आने वाले एक पखवाड़े में बारिश नहीं होती है तो प्रदेश के करीब 14 जिले ऐसे हैं जो सूखे की चपेट में आ सकते हैं. इनमें इंदौर, धार, बड़वानी, खरगोन, बुरहानपुर, हरदा, दमोह, पन्ना, कटनी, जबलपुर, सिवनी, बालाघाट जैसे जिले शामिल हैं.