मध्यप्रदेश की भाजपा सरकार लाख किसानों के हितैसी होने का दावा कर लेकिन खुद मुख्यमंत्री के गृह जिला सीहोर का किसान खुद को लूटा सा महसूस करता जरूर नजर आ रहा है दरअसल किसान दोहरी मार से परेशान एक किसानों को पीछे दो तीन वर्षों से उनकी बीमा राशि अभी तक नही मिली और वही दूसरी कम बारिश होने के कारण सोयाबीन की फसल खराब हो गई प्रशासन ओर सरकार को कई बार आवेदन के बाद भी अभी ना तो बीमा राशि दी गई और ओर ना ही मुआवजा ऐसे के कर्ज परेशान बेबस किसान जाए भी तो कहा जाए ऐसे में सीहोर के ग्राम सेवनिया सहित लगभग आधा दर्जन गांव की किसान बहनों ने सावन के महीना में मुख्यमंत्री शिवराज भैया को अपना दुख दर्द बता रही है ओर गुहार लगा रही है कि हमारी सोयाबीन की फसल खराब होगी हम बर्बाद हो गए भैया सभी किसान बहनो की एक ही पुकार हमारी सन्ननो भैय्या शिवराज हम सभी किसानो ओर किसान बहनो बीमा राशि जल्द जल्द दी जाए और फसलो को जल्द जल्द से सर्वे करा कर खबर हुई फसलो मुआवजा दिया जाय यदि इसके बाद भी जल्द से बीमा राशि और मुआवजा नही दिया तो सभी किसान बहने उग्र आंदोलन करने को मजबूर होगीखुद को ठगा सा महसूस कर रहे किसान !