मध्यप्रदेश की शिवराज सरकार ने पहली बार स्वीकार किया है कि कोरोना अब गांवों में भी तेजी से फैल रहा है। सरकार अब शहरों के अलावा ग्रामीण इलाकों में कोरोना की चेन तोड़ने पर फोकस कर रही है। पहली लहर शहरों तक सीमित थी, लेकिन दूसरी लहर गांवों तक पहुंच गई है। इसकी चेन तोड़ने के लिए ग्रामीण की सहमति से कोरोना कर्फ्यू लगाया जाएगा। 13,107 लोगों की रिपोर्ट पॉजिटिव प्रदेश में 20 अप्रैल शाम 6 बजे से 21 अप्रैल शाम 6 बजे तक 54,548 लोगों की कोरोना जांच हुई. 13,107 लोगों की रिपोर्ट पॉजिटिव आई, वहीं 75 लोगों ने संक्रमण से लड़ते हुए दम तोड़ा. बुधवार को 9,035 मरीज होम आइसोलेशन और अस्पताल में संक्रमण को मात देकर स्वस्थ हो गए. डिप्रेशन ने बेटी की जान ली कोरोना ने मां को छीना तो बेटी यह सदमा बर्दाश्त नहीं कर सकी और अगले ही दिन अपने फ्लैट से नीचे कूद कर जान दे दी। यह हृदयविदारक घटना मध्यप्रदेश में रायसेन जिले के मंडीदीप में हुई। प्रदेश का सबसे बड़ा कोविड केयर सेंटर इंदौर में कोरोना संक्रमण के चलते मरीजों के लिए खंडवा रोड स्थित राधास्वामी सत्संग व्यास में देश का दूसरा और प्रदेश का सबसे बड़ा कोविड केयर सेंटर बनकर तैयार है। यहां मनोरंजन के लिए लोगों के लिए रामायण, महाभारत जैसे सीरियल का प्रसारण भी एलईडी पर किया जाएगा। 10 बड़े एलईडी लगाए गए हैं। गर्ग के घर-परिवार में कोहराम कोरोना ने देवास अग्रवाल समाज के अध्यक्ष बालकिसन गर्ग के घर-परिवार में कोहराम मचा दिया। महज एक सप्ताह में ही उनकी पत्नी और दो बेटों की कोरोना से मौत हो गई। अपनों के जाने का दर्द उनकी छोटी बहू से बर्दाश्त नहीं हुआ और उसने फांसी लगाकर जान दे दी। परिवार में अब गर्ग के अलावा उनकी बड़ी बहू और पोते-पोतियां रह गए हैं। दवाओं की ब्लैक मार्केटिंग शुरू रेमडेसिविर इंजेक्शन के बाद दूसरी दवाओं की भी ब्लैक मार्केटिंग शुरू हो गई है. हरदा जिले में पुलिस ने फैवीपिरावीर (favipiravir) टैबलेट को दोगुने दामों पर बेचने वाले मेडिकल स्टोर संचालक को गिरफ्तार किया है. मेडकिल स्टोर के स्टॉक में भी प्रशासन को गड़बड़ी मिली है. प्लांट से 111 टन ऑक्सीजन मिलेगी प्रदेश में अगले एक से डेढ़ महीने में 42 जिला अस्पतालों में लगने वाले प्लांट से 111 टन ऑक्सीजन मिल सकेगी. यहां सप्लाई के 1000 अतिरिक्त प्वाइंट लगाने का काम शुरू हो गया है. ग्वालियर में प्रशासन सतर्क प्रदेश में रेमडेसिविर इंजेक्शन चोरी के मामले सामने आने के बाद ग्वालियर में प्रशासन सतर्क हो गया है. यहां रेमडेसिविर की सुरक्षा में दो ऑफिसर, 6 कर्मचारी, तीन 8 CCTV और हर दरवाजे पर दो-दो ताले लगाए गए हैं.