प्रदेश के बड़े शहरों में लाॅकडाउन और नाइट कर्फ्यू के बाद भी कोरोना बेकाबू होता जा रहा है। मरीजों की संख्या बढ़ने के साथ ही स्वास्थ्य संसाधन खत्म होते जा रहे हैं। इंदौर, भोपाल, जबलपुर और ग्वालियर में श्मशान घाटों पर अंतिम संस्कार के लिए भी लंबा इंतजार करना पड़ रहा है। चिताएं ठंडी होने से पहले ही दूसरे शवों का अंतिम संस्कार किया जा रहा है। दमोह में विधानसभा उपचुनाव होना है। सीएम का शिवराज सिंह चौहान सोमवार को जिले में प्रचार के लिए पहुंचे, लेकिन यहां उन्हें विरोध का सामना करना पड़ा। टेंट कारोबारियों ने शिवराज को स्लोगन लिखी तख्तियां दिखाकर पूछा कि क्या चुनावी भीड़ पर कोरोना के नियम लागू नहीं होते हैं? राजधानी भोपाल में कोरोना से हालात ज्यादा खराब हो गए हैं। कोरोना कर्फ्यू लगने से पहले 12 अप्रैल को यहां रिकार्ड 1456 संक्रमित मिले हैं। यानी एक दिन में 44% की वृद्धि हुई है। 11 अप्रैल को भोपाल में 824 केस मिले थे और 3 संक्रमितों की मौत हुई थी, लेकिन सोमवार को 5 मौतें दर्ज की गई हैं। कोरोना संक्रमण के कारण लगातार प्रतियोगी परीक्षाओं के स्थगित हो रही है। मप्र लोक सेवा आयोग ( पीएससी) ने राज्य सेवा परीक्षा के बाद अब राज्य वन सेवा मुख्य परीक्षा भी स्थगित कर दिया गया है। यह परीक्षा 18 अप्रैल को प्रस्तावित थी, लेकिन वर्तमान हालत देखते हुए इसे स्थगित कर दिया गया है। इसके पहले MP बोर्ड की 10वीं और 12वीं की परीक्षाएं भी जून तक टाल दी गई हैं। राजधानी भोपाल के हमीदिया अस्पताल में मानवता को शर्मसार करने का मामला सामने आया है। यहां कोरोना वार्ड में एक शव से कानों के झुमके उतार लिए गए। ऐसे एक मामले का खुलासा हुआ है। परिजनों की शिकायत करने पर भी अस्पताल प्रबंधन ने अब तक कोई कार्रवाई नहीं की है। यहां के जिम्मेदार चुप्पी साधे हैं। गौरतलब है कि अशोका गार्डन निवासी शाहजहां बेगम की 28 मार्च को कोरोना पॉजिटिव रिपोर्ट आने पर परिजनों ने हमीदिया में भर्ती कराया था। एक दिन पहले ही सरकार ने दावा किया था कि प्रदेश में ऑक्सीजन पर्याप्त है और अगले ही दिन सोमवार को भोपाल में 5 लोगों की ऑक्सीजन न मिलने से मौत हो गई। भोपाल के 20 से ज्यादा अस्पतालों में ऑक्सीजन को लेकर अफरा-तफरी मची रही। श्योपुर जिले में राेजाना काेराेना संक्रमित मरीजाें की संख्या दहाई में पहुंचने के बावजूद 60 घंटे का लाॅकडाउन साेमवार सुबह खत्म हाेते ही काेराेना गाइडलाइन के तहत जारी शासन-प्रशासन के आदेश भीड़ में खाे गए। इस साल की पहली और आखिरी साेमवती अमावस्या पर माेक्ष की कामना से धार्मिक आस्था के ज्वार में हजाराें की तादाद में श्रद्धालुओं की भीड़ जुटी। ग्वालियर में दुष्कर्म करने घर में घुसे एक युवक को लेने के देने पड़ गए। महिला के पति, देवर व अन्य रिश्तेदारों ने युवक की जमकर धुनाई लगाई है, लेकिन आरोपी घायल होने के बाद भी हाथ छुड़ाकर भाग गया। आरोपी छत के रास्ते घर में घुसा था। महिला के गले पर चाकू अड़ाकर दुष्कर्म किया। तभी महिला ने शोर मचा दिया। शोर होते ही परिजन पहुंच गए। घटना सोमवार रात तिघरा के कुलैथ गांव की है। महिला की शिकायत पर पुलिस ने आरोपी के खिलाफ दुष्कर्म का मामला दर्ज कर लिया है।