राज्य
प्रदेश में 1 अप्रैल से पहली से आठवीं तक के स्कूल फिर से खुलने जा रहे हैं, लेकिन अभिभावकों की सहमति अनिवार्य होगी। इंदौर और भोपाल में बढ़ रहे कोरोना केस के चलते स्कूल खोलने का फैसला क्राइसिस मैनेजमेंट कमेटी पर छोड़ा गया है। स्कूल शिक्षा मंत्री इंदर सिंह परमार ने यह जानकारी देते हुए कहा कि ज्यादा दिन तक बच्चों को घर में बैठाकर रख नहीं सकते। स्कूल संचालकों को कोविड प्रोटोकॉल का पालन करना होगा। क्लास वन के नीचे के बच्चों को अभी इंतजार करना होगा।