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राष्ट्रीय
11-Nov-2020

बिहार की सियासी पिच पर टी-20 की तर्ज पर हुए सांस रोक देने वाले मुकाबले में एक बार फिर बाजी राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) के हाथ लगी। बिहार के मतदाताओं ने तेजस्वी के युवा नेतृत्व वाले विपक्षी महागठबंधन की जगह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की अगुआई वाले एनडीए के अनुभवी नेतृत्व को वरीयता दी। मंगलवार देर रात बिहार विधानसभा की सभी 243 सीटों के आए परिणामों में प्रदेश में सत्ताधारी राजग ने 125 सीटों के साथ बहुमत का जादुई आंकड़ा प्राप्त कर लिया है। राजद के नेतृत्व वाला विपक्षी महागठबंधन 110 सीटों पर सिमट कर रह गया है। विपक्षी महागठबंधन में शामिल राजद ने 74 सीटों पर, कांग्रेस ने 19 सीटों पर, भाकपा माले ने 12 सीटों पर, भाकपा व माकपा ने दो-दो सीटों पर जीत दर्ज की है। इस चुनाव में एआईएमआईएम ने पांच सीटें, लोजपा व बसपा ने एक-एक सीट जीती है। एक सीट पर निर्दलीय उम्मीदवार जीतने में सफल रहा है। वहीं, वाल्मीकि नगर लोकसभा क्षेत्र के लिए हुए उपचुनाव में जदयू ने फिर से जीत दर्ज की है। राजद के सहयोगी वामदलों को फायदा हुआ जबकि कांग्रेस नुकसान में रही। कोरोनाकाल के पहले विधानसभा चुनाव में रोमांच से भरे मुकाबले में एआईएमआईएम ने विपक्षी महागठबंधन के जीत के सपने को चूर कर दिया। वहीं, एनडीए की पुरानी सहयोगी लोजपा ने खुद को श्शहीद्य कर जदयू को तीसरे नंबर पर धकेलकर भाजपा का श्छोटा भाई्य बनने पर मजबूर कर दिया। नतीजे पर संशय देर रात तक जारी रहा। सत्ता की चाबी कभी एनडीए के हाथ जाती दिखी तो कभी महागठबंधन के। इस बीच देर शाम राजद ने धांधली का आरोप लगाया। 15 साल सरकार में रहने और कोरोनाकाल की कठिन परिस्थितियों के बावजूद नीतीश की अगुवाई में एनडीए को वैसा नुकसान नहीं उठाना पड़ा, जैसा एग्जिट पोल में दिखाया जा रहा था। जदयू और नीतीश के खिलाफ नाराजगी के बावजूद सरकार विरोधी वोट बांटने की रणनीति कामयाब रही। चुनाव प्रबंधन और सियासी समीकरण ऐसे बने कि बिहार में करीब 20 साल बाद भाजपा बड़े भाई की भूमिका में आ गई। वहीं, चुनाव से ठीक पहले जीतनराम मांझी की हम और मुकेश सहनी की पार्टी वीआईपी के महागठबंधन से अलग होने का नुकसान राजद को उठाना पड़ा। 2019 लोकसभा चुनाव के मुकाबले भाजपा का वोट शेयर करीब पांच फीसदी कम हुआ है। भाजपा को आम चुनाव में 24.06 फीसदी वोट मिले थे। जबकि, इस बार 19.3 फीसदी वोट मिले हैं। वहीं, 2015 के विस चुनाव के मुकाबले उसका वोट 5.12 फीसदी कम हुआ है, लेकिन सीटें बढ़ी हैं। एग्जिट को पोल को झूठा साबित करते हुए, बिहार विधानसभा चुनाव में एनडीए ने अपनी जीत का परचम लहरा दिया है। एनडीए गठबंधन ने 125 सीटों पर जीत हासिल की है। अब नीतीश कुमार सातवीं बार बिहार के मुख्यमंत्री पद का कार्यभार संभालेंगे। नीतीश कुमार बिहार के 37वें मुख्यमंत्री रूप में शपथ लेंगे। भाजपा ने साफ कर दिया था कि जदयू की कम सीटें आएंगी तो भी उनके नेता नीतीश ही होंगे। भाजपा को 74 और जदयू को 43 सीटों पर जीत मिली है। बिहार की राजनीति में अपनी एक अलग छवि बनाने वाले नीतीश कुमार सातवीं बार राज्य के सीएम की शपथ लेंगे। बिहार चुनाव और अन्य राज्यों में हुए उपचुनाव के नतीजों के बीच कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी अपने दोस्तों के साथ छुट्टियां मनाने बुधवार को जैसलमेर पहुंचने वाले हैं। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, जैसलमेर में राहुल गांधी के दो दिन रुकने का कार्यक्रम है। इसे लेकर तैयारियां की जा रही है। कहा जा रहा है कि 10 लोगों के वीआईपी मूवमेंट की तैयारी रखने के लिए प्रशासन को कहा गया है। राहुल गांधी एक दिन सूर्यगढ़ फोर्ट मे रुकेंगे और दूसरे दिन रेगिस्तान में टेंट में रुकने का कार्यक्रम है। यह पूरा कार्यक्रम सोमवार को ही बना है। कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी दो दिवसीय निजी यात्रा पर बुधवार तड़के निजी विमान से विश्व विख्यात पर्यटन स्थल जैसलमेर आ रहे हैं। बिहार विधानसभा चुनाव नतीजों की तस्वीर साफ हो चुकी है। एनडीए ने स्पष्ट बहुमत हासिल कर लिया है। बहुमत के करीब पहुंचने के साथ ही एनडीए और भाजपा में जीत का जश्न भी शुरू हो गया था। खास बात ये है कि इस बार भाजपा को जदयू से अधिक सीटें मिली हैं। पीएम नरेंद्र मोदी, भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा और गृह मंत्री अमित शाह ने एनडीए की जीत के लिए ट्वीट कर जनता का आभार जताया है। शाह और नड्डा सहित तमाम भाजपा नेताओं ने इस जीत का श्रेय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को दिया है। भाजपा व एनडीए को इस चुनाव में मिली सफलता पर पीएम मोदी ने बिहार की जनता का आभार जताया है। साथ ही कार्यकर्ताओं को भी बधाई दी है। बिहार चुनाव में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को बड़ा झटका लगा है। एक तरफ जहां इस चुनाव में उन्हें 28 सीटों का नुकसान हुआ है वहीं दूसरी तरफर सरकार में शामिल तीन मंत्री बुरी तरह से पराजित हुए हैं। हारने वाले कद्दावर चेहरों में शहरी विकास मंत्री सुरेश शर्मा, समाज कल्याण मंत्री रामसेवक सिंह और शिक्षा मंत्री कृष्णनंदन वर्मा शामिल हैं। मुजफ्फरपुर विधानसभा सीट पर सुरेश कुमार शर्मा को कांग्रेस उम्मीदवार विजेंद्र चौधरी ने छह हजार मतों से हराया। वहीं, रामसेवक सिंह हथुआ से चुनाव हार गए। राजद उम्मीदवार राजेश कुमार ने रामसेवक को करारी शिकस्त दी। जदयू नेता और बिहार सरकार में शिक्षा मंत्री कृष्ण नंदन वर्मा को राजद उम्मीदवार सुदय यादव ने हराया है। चुनाव से पहले भी वर्मा को टिकट दिए जाने का विरोध हुआ था। बिहार के चुनाव के नतीजों ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की जनता में लोकप्रियता व पकड़-पहुंच के साथ प्रभाव को फिर साबित कर दिया है। बता दिया है कि जनता में मोदी की बातों पर भरोसा पूरी तरह कायम है तो दूसरी तरफ मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के कामों का असर तथा उनकी लोकप्रियता उत्तर प्रदेश के साथ दूसरे राज्यों में भी लगातार बढ़ रही है। बिहार के नतीजों में वहां की ज्यादातर सीटों पर मोदी व योगी का जलवा दिखा। मोदी ने 12 तो योगी ने 19 सभाएं की जिनके प्रभाव में लगभग 176 सीटें आईं। जिनमें 109 पर राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए ) का झंडा फहरा दिया। बिहार विधानसभा चुनाव में लोजपा भले ही शहीद हो गई, मगर पार्टी ने भाजपा की गठबंधन में बड़ा भाई बनने की मुराद पूरी कर दी। लोजपा ने एक तरफ जहां एंटी इनकंबैंसी वोटों को विपक्षी महागठबंधन में जाने से रोका, वहीं दो दर्जन से अधिक सीटों पर जदयू को सीधा नुकसान पहुंचाया। हालांकि इस पूरे खेल में लोजपा को खुद अपने हाथ कुछ नहीं लगा। चुनाव की अधिसूचना जारी होने से पहले लोजपा और भाजपा के बीच खिचड़ी पकने की बात जोरशोर से हो रही थी। इन कयासों को तब बल मिला जब लोजपा ने चुनाव में भाजपा के साथ और नीतीश के खिलाफ रणनीति बनाई। पार्टी ने जदयू की सीटों पर उम्मीदवार उतारे। इसी दौरान बड़ी संख्या में भाजपा के बागी नेता लोजपा के टिकट पर मैदान में उतरे। लोक जनशक्ति पार्टी के अध्यक्ष चिराग पासवान ने बिहार विधानसभा चुनाव के नतीजों को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की विजय करार दिया और कहा कि लोगों ने उनपर भरोसा जताया है। लोजपा ने चुनाव में केवल एक सीट जीती है और कई सीटों पर जदयू को हराने में भूमिका निभाई है। पासवान ने ट्वीट किया कि उन्हें गर्व है कि उनकी पार्टी सत्ता के लिए झुकी नहीं। उन्होंने कहा कि लोजपा के सभी उम्मीदवारों ने अपने दम पर बिना किसी गठबंधन के संघर्ष किया। पार्टी का मत प्रतिशत बढ़ा है। वह चुनाव में श्बिहार पहले बिहारी पहले्य के नारे के साथ उतरी थी। महाराष्ट्र के नागपुर से एक परिवार ने अमेरिका के नए राष्ट्रपति जो बाइडन का दूर का रिश्तेदार होने की बात कही है। परिवार का कहना है कि वे भी बाइडन हैं और 1873 से यहां हैं। बता दें कि बाइडन 2013 में बतौर उपराष्ट्रपति भारत आए थे। तब उन्होंने मुंबई में एक भाषण में कहा था कि 1972 में जब वह पहली बार सीनेटर बने थे, तो उन्हें मुंबई से एक बाइडन का पत्र मिला था। मुंबई वाले बाइडन ने उन्हें बताया कि दोनों के पूर्वज एक ही हैं। उक्त पत्र में उन्हें जानकारी दी गई थी कि उनके पूर्वज 18वीं सदी में ईस्ट इंडिया कंपनी में काम करते थे। सैन्य अदालत ने अपने एक अहम फैसले में सरकार को मेजर जनरल रैंक के अफसरों के वेतन में बढ़ोतरी करने का निर्देश दिया है। एक मामले का निपटारा करते हुए आर्म्ड फोर्सेज ट्रिब्यूनल (एएफटी) ने कहा कि रक्षा सेवाओं में मेजर जनरल रैंक के अधिकारियों का वेतन उनके जूनियर से भी कम है, इसलिए सरकार उनके वेतन में वृद्धि करे। एयर वाइस मार्शल पी सुभाष बाबू ने छठे वेतन आयोग के कार्यान्वयन के बाद सामने आई विसंगतियों के खिलाफ सैन्य अदालत का दरवाजा खटखटाया था। एएफटी के चेयरपर्सन राजेंद्र ने अपने फैसले में कहा, 1 जुलाई, 2017 से आवेदक के वेतन का भुगतान करने के लिए निर्देश दिया गया है। सरकार को 1 जुलाई, 2020 से याचिकाकर्ता को पेंशन और अन्य लाभ देने के लिए भी निर्देश दिया गया है। बिहार विधानसभा चुनाव के साथ ही कई राज्यों में हुए उपचुनावों के नतीजों ने भाजपा को बड़ी राहत दी है। पार्टी ने मध्यप्रदेश में अपने दम पर बहुमत का आंकड़ा हासिल कर चौन की सांस ली है तो यूपी में सीएम योगी आदित्यनाथ अपनी पकड़ साबित करने में कामयाब रहे हैं। वहीं गुजरात में भी भाजपा ने अपनी मजबूत पकड़ फिर से साबित की है। उपचुनावों में भाजपा को कई राज्यों में सीटों का लाभ मिला है। 58 सीटों पर हुए उपचुनाव में भाजपा ने 40 सीटों पर कब्जा किया है। उपचुनाव मामले में पार्टी की सबसे बड़ी चिंता मध्यप्रदेश थी। सत्ता बचाने के लिए पार्टी को 28 में से हर हाल में नौ सीटों की जरूरत थी। बिहार विधानसभा चुनावों में एक बार फिर मोदी का रंग देखने को मिला। बिहार में पीएम मोदी और राहुल गांधी ने कुल 20 रैलियां कीं। इसमें एनडीए के लिए मोदी की 12 तो महागठबंधन के लिए राहुल गांधी ने आठ रैलियां कीं। मोदी ने 12 रैलियों में 109 सीटें तो राहुल ने 49 सीटों को कवर किया। वहीं रुझानों में मोदी राहुल पर भारी रहे। मोदी ने जिन 109 सीटों के लिए रैलियां कीं उनमें 63 सीटों पर एनडीए आगे रही। जबकि राहुल की 49 में सिर्फ 14 सीटों पर ही महागठबंधन ने बढ़त हासिल की। त्योहारों के कारण स्पेशल ट्रेनों में लंबी वेटिंग लिस्ट है। ऐसे में कुछ दलाल इसका फायदा उठाकर रेल यात्रियों को ठग रहे हैं। एक ही आईडी से कई टिकट निकालकर उनका मनमाना दाम वसूला जा रहा है। इसके अलावा दलालों ने एक नया तरीका भी ईजाद किया है। रेलवे या आईआरसीटीसी के अधिकृत पोर्टल से मिलती जुलती वेबसाइट बनाकर लोगों को चूना लगाया जा रहा है। आरपीएफ के मुताबिक एक सप्ताह में ऐसे आठ फर्जी पोर्टल पकड़े गए हैं। गजब यह है कि यह फर्जी पोर्टल अधिकृत पोर्टल से कुछ तेज कार्य करते हैं, जिसका सहारा लेकर दलालों का धंधा फल फूल रहा है। आईआरसीटीसी की ओर से निजी आईडी बनाकर रेल टिकट बुक करने की सुविधा इसलिए है जिससे आपको भीड़ से छुटकारा मिले, लेकिन कुछ लोग इस आईडी का गलत इस्तेमाल कर रहे हैं।