राज्य
संयुक्त संघर्ष मोर्चा मप्र मंडी बोर्ड की अनिश्चितकालीन हडताल सातवें दिन भी जारी रही । लेकिन सात दिन बीतने के बाद भी कर्मचारियों की मांगों पर शासन प्रशासन ने कोई संज्ञान नहीं लिया है । जिसके बाद गांधी जयंती के दिन से प्रदर्शनकारी मंडी बोर्ड के कर्मचारियों ने भूख हडताल शुरू कर दी है । संघ के प्रांतीय उपाध्यक्ष ने बताया कि भूख हडताल के दौरान अगर किसी भी प्रदर्शनकारी को कुछ भी होता है तो इसके लिये सरकार जिम्मेदार होगी ।