क्या नेता और अधिकारीयों की जेब तक पहुंच रहे अवैध वसूली के करोड़ो रुपये ? मध्यप्रदेश बना वसूली प्रदेश रोजाना करोड़ो रुपये उगल रही परिवहन विभाग की चौकिया क्या नेता और अधिकारीयों की जेब तक पहुंच रहे अवैध वसूली के करोड़ो रुपये ? ईएमएस - लिफाफा कांड के बाद हुई परिवहन कमिशनर की बिदाई के बाद महकमे से बहुत कुछ अच्छा होने की उम्मीद थी l लेकिन परिवर्तन के बाद तो परिवहन विभाग में अवैध कमाई का यह गौरखधंदा और फलफूल गया है l परिवहन चौकियों पर भाड़े के गुंडे ट्रको से जमकर उगाही कर रहे है l ट्रांसपोर्टरों द्वारा लाख शिकायतों के बाद भी जिम्मेदार जिम्मेदार पदों पर बैठे नेता और अधिकारी अपना मुँह मोड़ लेते है l इससे यह साबित होता है कि परिवहन विभाग की चौकियों से शुरू हुई अवैध वसूली अधिकारियों के साथ ही नेताओं की जेब तक पहुँचती है l वसूली का यह खेल 200 रुपये से शुरू होता है और महीने के अंत में अरबो रुपये तक पहुंच जाता है यानि प्रदेश की सभी अंतर्राजीय चौकियां रोजाना करोड़ो रुपये उगलती है l पैसो की बंदरबाट होने के कारण उगाही का यह खेल खुले आम चलता है l ट्रक संचालक एसोसिएसन का कहना है कि दिल्ली से मध्यप्रदेश की सीमा तक किसी भी जगह अवैध वसूली नहीं होती लेकिन मध्यप्रदेश की सीएम में प्रवेश करते ही परिवहन विभाग के गुंडे वसूली के लिए ट्रको पर टूट पड़ते है l कुल मिलाकर परिवहन विभाग की चौकिया नेता और अफसरों के लिए धन उगाही का केंद्र बन गई है l विभाग के इस कारनामे से शिवराज सरकार की छबि तो धूमिल तो हो ही रही है साथ ही देश का ह्रदय स्थल मध्य प्रदेश अब वसूली प्रदेश के नाम से जाने जाना लगा है l