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अंतर्राष्ट्रीय
19-Dec-2025

ताज नगर चौक पर खुलेआम शराबखोरी से परेशान युवा एसपी को सौंपा ज्ञापन गर्रा मशीनटोला बंजारी घाटी के पास सड़क हादसा स्कूटी सवार तीन छात्राएं व एक महिला घायल स्कूल छुट्टी के समय धान परिवहन बना खतरा ग्रामीणों ने उठाई रोक की मांग शहर के वार्ड नंबर 3 ताज नगर चौक पर खुलेआम शराब पीने वाले असामाजिक तत्वों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग को लेकर शुक्रवार को स्थानीय युवाओं ने पुलिस अधीक्षक कार्यालय पहुंचकर एसपी को ज्ञापन सौंपा। युवाओं ने बताया कि ताज नगर चौक स्थित कादरी बिरयानी के सामने अज्ञात असामाजिक तत्व शराब पीकर गाली-गलौच करते हैं और शराब की खाली बोतलें सड़क किनारे फेंक देते हैं। इसी स्थान के पास एक शादी हॉल भी है जहां लोगों की आवाजाही बनी रहती है। नशे में धुत लोग आए दिन विवाद करते हैं जिससे महिलाओं और युवतियों को खासा परेशान होना पड़ता है। युवाओं ने मांग की है कि इस स्थान पर नियमित पुलिस गश्त कर शराबियों को पकड़कर कड़ी कार्रवाई की जाए। कोतवाली थाना क्षेत्र अंतर्गत ग्राम गर्रा मशीनटोला बंजारी घाटी के पास शुक्रवार सुबह एक सड़क दुर्घटना में स्कूटी सवार तीन छात्राएं और एक महिला घायल हो गईं। प्राप्त जानकारी के अनुसार 19 दिसंबर की सुबह करीब 11.30 बजे डोंगरिया स्थित कॉलेज की तीन छात्राएं स्कूटी से कॉलेज जा रही थीं। इसी दौरान विपरीत दिशा से आ रहे पिकअप वाहन से स्कूटी की टक्कर हो गई। हादसे में सड़क किनारे धूप में खड़ी एक महिला भी चपेट में आ गई। दुर्घटना में प्राची गुप्ता (18) खुशी पटले (18) भूमिका बेरा और गायत्री यादव (29) घायल हुईं। सभी घायलों को वहां से गुजर रहे स्कूली वाहन से जिला अस्पताल पहुंचाकर भर्ती कराया गया। पुलिस मामले की जांच कर रही है। जिले में समर्थन मूल्य पर खरीदे गए धान का परिवहन कार्य जारी है लेकिन इससे दुर्घटनाओं की आशंका बनी हुई है। खासकर स्कूलों की छुट्टी के समय खतरा और बढ़ जाता है। ऐसा ही मामला जनपद पंचायत बालाघाट की ग्राम पंचायत गुडरु में सामने आया है। जानकारी के अनुसार गुडरु स्थित धान खरीदी केंद्र शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय से महज 300 मीटर दूर है। यहां रोजाना 15 सौ से अधिक बच्चे पढ़ने आते हैं। शुक्रवार को स्कूल छुट्टी के समय धान से भरे ट्रक गुजरते रहे जिससे हादसे की स्थिति बनी रही। ग्रामीणों ने ट्रक रोकने की बात कही लेकिन चालकों ने अनदेखी की। ग्रामीणों ने स्कूल समय में ट्रक परिवहन पर रोक की मांग की है। हट्टा थाना पुलिस ने कच्ची शराब के अवैध परिवहन मामले में चार युवकों को गिरफ्तार किया है। इन युवकों के पास से 115 लीटर कच्ची शराब और शराब परिवहन में प्रयुक्त दो बाइक को जब्त किया है। युवकों के खिलाफ आबकारी एक्ट के तहत अपराध दर्ज कर मामले को कार्यवाही में लिया है।पुलिस ने बताया कि यह कार्यवाही दो स्थानों में की गई है। कोडपाटोला-लोहारा मार्ग पर कृष्णा दशहरे व दीपक उपवंशी के पास से 60 लीटर कच्ची शराब और एक बाइक को जब्त किया है। इसी तरह गोंडीटोला परासपानी-लोहारा मार्ग पर योगेश बनवाले व रितेश नागेश्वर के पास से 55 लीटर कच्ची शराब व एक बाइक को जब्त किया है। इन चारों युवकों के खिलाफ अपराध दर्ज कर अग्रिम कार्यवाही की जा रही है। शहर मुख्यालय के ट्रामा सेंटर समीप बनी पानी टंकी परिसर में ही नपा के सफाईकर्मियों द्वारा वार्ड का कचरा अस्थाई रूप से डम्प किया जा रहा था। जिससे कचरों का ढेर व गंदगी के चलते वहीं आवारा मवेशी व श्वानों का ढेरा लगा रहता था। गंदगी के चलते रहवासी व ट्रामा सेंटर में भर्ती प्रसूता व उनके परिजन भी परेशान थे। लेकिन नपा प्रबंधन द्वारा इस ओर ध्यान नहीं दिया जा रहा था। इस संबंध में अखबारों में खबर प्रकाशन के बाद नपा प्रबंधन हरकत में आया और दूसरे ही दिन शुक्रवार को पानी टंकी के पास से कचरों का ढेर हटाया गया व गंदगी की सफाई की गई। इससे स्थानीय रहवासियों ने भी राहत ली है। भरवेली थाना क्षेत्र अंतर्गत बैहर पहुंच मार्ग पर गांगुलपारा घाटी में गुरुवार रात करीब 9.30 बजे धान से भरा एक ट्रक हादसे का शिकार हो गया। बताया गया कि ट्रक का ब्रेक फेल होने से वाहन अनियंत्रित होकर पहाड़ से जा टकराया। चालक अर्जुन ठकरेले ट्रक के स्टेयरिंग में फंस गया और करीब चार घंटे तक बाहर नहीं निकल सका। सूचना पर भरवेली पुलिस मौके पर पहुंची। ग्रामीणों राहगीरों और जनप्रतिनिधियों की मदद से जेसीबी व हाइड्रा मशीन की सहायता से चालक को सुरक्षित बाहर निकालकर अस्पताल पहुंचाया गया। हादसे के दौरान मार्ग के दोनों ओर यातायात प्रभावित रहा और वाहनों की लंबी कतारें लग गईं। धान खरीदी व्यवस्था के तहत तीन टोला नवेगांव खरीदी केंद्र में पदस्थ सर्वेयर पर किसानों से अवैध रूप से पैसे मांगने के गंभीर आरोप सामने आए हैं। किसानों का आरोप है कि धान पंजीयन सत्यापन रकबा मिलान और सर्वे रिपोर्ट तैयार करने के बदले उनसे रुपये की मांग की जा रही है। बिना पैसे दिए धान खरीदी प्रक्रिया में शामिल नहीं किया जा रहा जिससे किसानों को बार-बार केंद्र के चक्कर लगाने पड़ रहे हैं। इससे उन्हें मानसिक और आर्थिक परेशानी झेलनी पड़ रही है। किसानों ने मीडिया से चर्चा में मामले की निष्पक्ष जांच और दोषी सर्वेयर पर सख्त कार्रवाई की मांग की है। धान खरीदी जैसे संवेदनशील कार्य में भ्रष्टाचार के आरोपों ने प्रशासनिक व्यवस्था पर सवाल खड़े कर दिए हैं। अब देखना होगा कि प्रशासन इस पर क्या कदम उठाता है।