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12-Dec-2025

राजधानी देहरादून मे गैस एजेंसीयो द्वारा लोगों के घरों मे गैस की आपूर्ति की जाती है लेकिन कई बार जिला पूर्ति विभाग को अवैध गैस रिफ़्लिंग की शिकायते मिलती रहती है राजधानी मे ऐसे कई मामले जिला पूर्ति विभाग के संज्ञान मे भी आते है जिनपर लगातार कारवाही भी की जाती है अब अवैध रिफ़्लिंग को रोकने के लिए पूर्ति विभाग जल्द ही अभियान चलाने जा रहा है मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी द्वारा विलुप्ति के कगार पर पहुँच चुकी राजधानी की मशहूर दून बासमती धान के पुनर्जीवन का संकल्प अब धरातल पर साकार होता हुआ दिख रहा है। जिला प्रशासन की दूरदर्शी पहल ने इस पारंपरिक और सुगंधित धान को फिर से नई पहचान और नई ऊर्जा प्रदान की है। दून बासमती जो कभी देहरादून की पहचान और किसानों की शान थी कई वर्षों से घटते उत्पादन और आधुनिक किस्मों की आड़ में लगभग समाप्त होती दिख रही थी। मुख्यमंत्री के स्पष्ट निर्देशन और जिला प्रशासन की सक्रियता ने इस कीमती धान की पैदावार को फिर से जीवित किया है जिला प्रशासन की सराहनीय पहल की बदौलत देहरादून के सहसपुर और विकास नगर के किसानों ने दून बासमती की टाइप-3 खेती/फसल को विस्तार दिया। वही नई पहचान के साथ अन्य किसानों को भी आगामी फसल के लिए प्रोत्साहित किया। किसानों के इस प्रयास ने न केवल इस पारंपरिक फसल को नई दिशा दी बल्कि अन्य किसानों के लिए भी प्रेरणास्रोत बन गया है उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने प्रांतीय रक्षक दल (पीआरडी) की स्थापना दिवस के अवसर पर आयोजित रैतिक परेड की सलामी ली और पीआरडी जवानों को शुभकामनाएं दी। सीएम धामी ने कहा कि पीआरडी जवानों का भी काफी महत्वपूर्ण योगदान रहता है और आज के दिन में सभी पीआरडी जवानों को शुभकामनाएं देता हूं। प्रांतीय रक्षक दल के स्थापना दिवस पर राजधानी देहरादून में आयोजित रैतिक परेड में प्रदेश की खेल मंत्री रेखा आर्या भी मौजूद रहीं। आपको बता दें कि पीआरडी जवान प्राकृतिक आपदाओं जैसे कि बाढ़ भूकंप और भूस्खलन के दौरान राहत और बचाव कार्यों में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। इसके अलावा पीआरडी जवानों को सैन्य बलों की सहायता के लिए भी तैनात किया जा सकता है खासकर आपातकालीन स्थितियों में। पीआरडी जवान सामुदायिक सेवा कार्यों में भी शामिल होते हैं जैसे कि वन संरक्षण सड़क निर्माण और अन्य विकास कार्यों और पीआरडी जवानों को कानून और व्यवस्था बनाए रखने में भी सहायता करने के लिए तैनात किया जा सकता है। उत्तराखंड प्रांतीय रक्षक दल के स्थापना दिवस पर आज मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने पीआरडी के जवानों के आश्रितों व उनके बच्चों को चेक भी वितरित किए। पीआरडी जवान जगदीश सिंह रैकवाल की पुत्री उर्वशी रैकवाल ने उत्तराखंड बोर्ड से हाई स्कूल में 90% अंक प्राप्त किए थे। जिसके चलते मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के द्वारा उनको सम्मानित चेक दिया गया। जिसको लेकर उर्वशी रैकवाल ने कहा कि इस सम्मान से वे काफी उत्साहित हैं और अपनी सफलता का श्रेय उन्होंने अपने माता पिता और शिक्षकों को दिया। उत्तराखंड में लगातार बढ़ रहे मानव-वन्यजीव संघर्ष पर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी का बड़ा बयान सामने आया है। सीएम ने साफ कहा है कि सरकार की पहली प्राथमिकता लोगों की जान-माल की सुरक्षा है। इसके लिए वन विभाग सहित सभी संबंधित विभागों को कड़े निर्देश जारी किए गए हैं l सीएम धामी ने कहा कि किसी भी कीमत पर जनता की जान-माल को नुकसान नहीं होने दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार ने वन विभाग प्रशासन और स्थानीय पुलिस को आपसी समन्वय बनाकर फील्ड में सक्रिय रहने के निर्देश दिए हैं ताकि किसी भी तरह की घटना को पहले ही रोका जा सके। मुख्यमंत्री ने कहा कि ग्रामीण इलाकों से लेकर शहरों तक जहां भी जंगली जानवरों की गतिविधि बढ़ी है वहां टीमों को तैनात किया गया है और लगातार मॉनिटरिंग की जा रही है। सरकार का प्रयास है कि नागरिक पूरी तरह सुरक्षित महसूस करें। “किसी भी कीमत पर जान-माल की हानि नहीं होनी चाहिए। हमने वन विभाग व अन्य सभी संबंधित विभागों के अधिकारियों से कहा है कि सभी लोग आपस में समन्वय स्थापित कर फील्ड में काम करें ताकि जनता पूरी तरीके से सुरक्षित रहे।” प्रदेश में भर्ती मानव वन्य जीव संघर्ष की घटनाओं को लेकर आज मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने सचिवालय में गहन समीक्षा की। जिसमें विभागीय मंत्री समेत अधिकारी मौजूद रहे। इस मौके पर मुख्यमंत्री ने कहा कि मानव वन्यजीव संघर्ष को खत्म करने के लिए वन विभाग के साथ ही शासन-प्रशासन के स्तर पर भी प्रभावी प्रयास किये जाएं। यह सुनिश्चित किया जाए कि मानव-वन्यजीव संघर्ष की घटना की सूचना मिलने के 30 मिनट के अन्दर वन विभाग की टीम मौके पर पहुंच जाए। इसके लिए संबंधित डीएफओ और रेंजर की जिम्मेदारी तय की जाए। प्रभावितों को आर्थिक सहायता तत्काल उपलब्ध कराई जाए।