इस आपदा के कारण क्षेत्र में तेज बहाव से कई दुकानें बह गईं वहीं दो लोगों के लापता होने की सूचना है। राहत की बात यह रही कि अब तक किसी प्रकार की जानमाल की बड़ी क्षति की पुष्टि नहीं हुई है। घटना के बाद एसडीआरएफ और एनडीआरएफ की टीमें त्वरित रूप से मौके पर पहुंचीं और रात में ही स्थानीय लोगों को सुरक्षित स्थानों पर शिफ्ट किया गया। राहत व बचाव कार्य के लिए जेसीबी समेत भारी उपकरण मौके पर लगाए गए हैं और रेस्क्यू ऑपरेशन अभी भी जारी है। लापता दोनों व्यक्तियों की खोजबीन युद्धस्तर पर की जा रही है।तेज बहाव के चलते नदी किनारे की कुछ दुकानें पूरी तरह से बह गई हैं जिनसे लाखों के नुकसान का अनुमान है। हालांकि प्रशासन की तत्परता से बड़ी अनहोनी टल गई और समय रहते स्थानीय लोगों को सुरक्षित निकाल लिया गया। जनपद में लगातार हो रही भारी बारिश के कारण एसएसपी देहरादून द्वारा दून पुलिस को अलर्ट मोड पर रखा गया है साथ ही हर परिस्थिति पर मॉनिटरिंग करते हुए लगातार दिशा निर्देश दिए जा रहे हैं। रात्रि में सहस्त्रधारा क्षेत्र के कर्ली गाढ़ में घरों के पास अचानक अत्यधिक पानी आने की सूचना पर पुलिस द्वारा एनडीआरएफ/ एसडीआरएफ तथा अन्य संबंधित एजेंसियों के साथ मिलकर राहत एवं बचाव कार्य चलाया जा रहा है भारी बारिश के कारण देहरादून के कुछ स्थानों पर मार्गो के अवरुद्ध होने तथा जलभराव की सूचनाएं पुलिस को प्राप्त हुई है। जिसमें रायपुर क्षेत्र में मालदेवता चौकी से आगे केशरवाला मार्ग पर नदी का जलस्तर बढ़ने तथा तेज बहाव के कटाव से सड़क का लगभग सस्ता 70 -80 मीटर हिस्सा बह गया है ।जिस कारण उक्त मार्ग पर यातायात पूर्ण रूप से बाधित हो गया है। इसके अतिरिक्त देहरादून मसूरी मार्ग कुठाल गेट के पास व कई अन्य स्थानों पर मलवा आने से अवरुद्ध हो गया था जिसे पुलिस द्वारा जेसीबी की सहायता से खुलवाया जा रहा है। देहरादून- हरिद्वार राष्ट्रीय राजमार्ग पर लालतप्पड़ क्षेत्र में सीमा डेंटल कॉलेज के पास राष्ट्रीय राजमार्ग पर भारी बारिश के कारण पुलिया का एक हिस्सा क्षतिग्रस्त होने से पुलिस द्वारा उक्त मार्ग पर यातायात को पूर्ण रूप से प्रतिबंधित करते हुए देहरादून से हरिद्वार की ओर आने व जाने वाले वाहनों को भानियावाला तथा नेपाली फार्म से डायवर्ट किया गया है। ऋषिकेश और आसपास के इलाके में आसमान से बारिश के रूप में बरस रही आफत कोहराम मचाने में लगी है। गंगा के साथ-साथ बरसाती नदियों ने अपना ऐसा रौद्र रूप दिखाया है जिसे देखकर लोगों की रूह कांपने लगी है। चंद्रभागा नदी ने पिछले चार दशक में ऐसा रूप कभी नहीं दिखाया जो आज बाढ़ के रूप में देखने को मिला है। नटराज और ढालवाला के बीच चंद्रभागा पुल के ऊपर से नदी का पानी गुजरता हुआ दिखाई दिया है। हाईवे पर पानी आने की वजह से पुलिस ने कुछ देर के लिए चंद्रभागा पुल पर वाहनों की आवाजाही को रोका है। नदी में आई बाढ़ की वजह से कई वाहन नदी में फंसे है। नदी में फंसे तीन युवकों को एसडीआरएफ की टीम ने रेस्क्यू कर जान बचाई है। इसके अलावा 14 बीघा नए पुल के पास भी नदी के बहाव के चलते तटबंध का करीब 20 मीटर का हिस्सा टूट कर नदी में समा चुका है। यदि तटबंध और ज्यादा टूटा तो 14 बीघा की आबादी वाले क्षेत्र में नदी का पानी घुसने से हालात बिगड़ेंगे। मुनिकीरेती में भी जगह-जगह सड़क पर पहाड़ों से मलबा आया है और सड़कों पर कई जगह पेड़ गिरे हैं जिन्हें हटाने का काम किया जा रहा है। भारी बारिश की वजह से आसपास के इलाके में भी कई जगह जल भराव हो गया है। फिलहाल पुलिस और एसडीआरएफ के साथ प्रशासन मौके पर मौजूद है। विकासनगर से 45 सेकेंड का दिल दहला देने वाला वीडियो सामने आया है । मिली जानकारी के अनुसार पलवल टॉस नदी में पानी के तेज बहाव में बह गया ट्रैक्टर ट्राली पर दस लोग सवार दे जो की देखते ही देखते नदी में बह गए ।जानकारी के अनुसार ट्रैक्टर ट्राली में लगभग 10 लोग मजदूर सवार थे जो की खनन का कार्य करने के लिए नदी साइड में जा रहे थे अचानक पानी आने से ट्रैक्टर ट्राली के बहने पर सभी लोग नदी में बहते दिखाई दिए। उनके परिजन बचाने के लिए चीख पुकार करते नजर आए । प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एवं केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने आज दूरभाष पर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से उत्तराखंड में अतिवृष्टि से उत्पन्न स्थिति की विस्तृत जानकारी प्राप्त की। उन्होंने प्रदेश को हर संभव सहयोग का आश्वासन दिया और कहा कि केंद्र सरकार आपदा की इस घड़ी में राज्य के साथ मजबूती से खड़ी है मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने प्रधानमंत्री एवं गृह मंत्री का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि उनके मार्गदर्शन और सहयोग से राज्य में राहत कार्य और तेज़ी से संचालित होंगे। मुख्यमंत्री ने बताया कि प्रभावित क्षेत्रों में प्रशासनिक मशीनरी पूरी तत्परता से सक्रिय है और बचाव एवं राहत कार्य युद्धस्तर पर चल रहे हैं मुख्यमंत्री धामी ने कहा कि “प्रदेश सरकार हर प्रभावित परिवार के साथ खड़ी है। प्रशासन पहले से ही अलर्ट मोड पर है और एनडीआरएफ एसडीआरएफ पुलिस व स्थानीय प्रशासन लगातार सक्रिय हैं।” प्रदेश में 17 सितंबर से 2 अक्टूबर तक स्वास्थ्य सेवा पखवाड़ा मनाया जाएगा। स्वास्थ्य मंत्री डॉ. धन सिंह रावत बीते कल अधिकारियों के साथ बैठक कर निर्देश दिए कि पखवाड़े के दौरान कम से कम एक लाख लोगों तक निःशुल्क स्वास्थ्य सेवाएँ पहुंचाई जाएं। इस दौरान विशेषज्ञ स्वास्थ्य जांच शिविर रक्तदान शिविर स्वच्छता अभियान एक पेड़ मां के नाम और प्रदर्शनियां आयोजित की जाएंगी। 17 सितंबर को देहरादून पटेल नगर मेडिकल कॉलेज परिसर में राज्य स्तरीय कार्यक्रम होगा जिसमें मुख्यमंत्री समेत मंत्री सांसद और विधायक भी शामिल होंगे। मसूरी ऋषिकेश डोईवाला विकासनगर सहसपुर सहिया चकराता सहित विभिन्न ब्लॉकों में भी बहुउद्देशीय शिविर लगाए जाएंगे। स्वास्थ्य मंत्री डॉ धनसिंह रावत ने कहा इन शिविरों में सामान्य ओपीडी मातृत्व व शिशु स्वास्थ्य सेवा टीबी स्क्रीनिंग टीकाकरण निःशुल्क औषधि विशेषज्ञ ओपीडी रक्तदान व ई-रक्तकोष पंजीकरण जैसी सेवाएँ उपलब्ध होंगी। कैबिनेट मंत्री गणेश जोशी ने देहरादून जनपद सहस्त्रधारा सेरा गांव में अतिवृष्टि से प्रभावित क्षेत्रों का स्थलीय निरीक्षण किया साथ ही उन्होंने कहा जहाँ पर नुक़सान हुआ है मैं अपने क्षेत्र का निरीक्षण कर रहा हूँ।