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08-Sep-2025

क्या इनोवेशन की रेस में पिछड़ रहा एपल? एपल 9 सितंबर को अपने लॉन्च इवेंट ‘ऑव ड्रॉपिंग’ में iPhone 17 सीरीज पेश करने जा रहा है। इस बार कंपनी AI फीचर्स और डिज़ाइन पर फोकस कर रही है। iPhone 17 Air को सबसे पतला फोन बताया जा रहा है। सभी मॉडल्स में 24MP का सेल्फी कैमरा और प्रो मॉडल्स में 8K वीडियो रिकॉर्डिंग की संभावना है। बैटरी 5000mAh से ज्यादा हो सकती है और 35W वायर्ड चार्जिंग सपोर्ट मिलेगा। साथ ही iOS 26 में लिक्विड ग्लास इंटरफेस और AI-बेस्ड एडिटिंग जैसे फीचर्स मिलेंगे। कीमत भारत में 79900 रुपये से शुरू होकर 164900 रुपये तक हो सकती है। सेंसेक्स-निफ्टी में तेजी हफ्ते के पहले कारोबारी दिन शेयर बाजार मजबूती के साथ खुला। सेंसेक्स 300 अंक चढ़कर 81000 पर और निफ्टी 100 अंक बढ़कर 24830 के स्तर पर कारोबार कर रहा है। टाटा स्टील टाटा मोटर्स और महिंद्रा के शेयरों में 2% तक की तेजी रही। वहीं एशियन पेंट्स टाइटन और सनफार्मा के शेयरों में गिरावट दर्ज हुई। मेटल ऑटो और रियल्टी इंडेक्स ऊपर गए जबकि फार्मा और हेल्थकेयर सेक्टर में कमजोरी दिखी। ऑनलाइन गेमिंग एक्ट पर सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई ऑनलाइन गेमिंग एक्ट 2025 को चुनौती देने वाली याचिकाओं पर आज सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई होगी। केंद्र सरकार ने मांग की है कि अलग-अलग हाई कोर्ट में चल रही सुनवाईयों को एक जगह किया जाए ताकि फैसलों में टकराव न हो। यह कानून रियल-मनी गेम्स यानी पैसों पर खेले जाने वाले गेम्स पर पूरी तरह पाबंदी लगाता है। इस पर कर्नाटक दिल्ली और मध्य प्रदेश हाई कोर्ट में याचिकाएं दायर हैं। रेड सी में इंटरनेट कनेक्टिविटी बाधित रेड सी में ऑप्टिक फाइबर केबल कटने से दुनियाभर का करीब 17% इंटरनेट ट्रैफिक प्रभावित हुआ है। माइक्रोसॉफ्ट के क्लाउड प्लेटफॉर्म अजूर की प्रमुख केबल्स SEACOM/TGN-EA AAE-1 और EIG इस घटना में क्षतिग्रस्त हो गईं। इसके चलते यूरोप और एशिया को जोड़ने वाली इंटरनेट सेवाएं प्रभावित हुईं। बिजनेस ऑनलाइन क्लासेस और स्ट्रीमिंग सर्विसेज में दिक्कत आ रही है। कंपनी ने कहा है कि रिपेयर में वक्त लगेगा फिलहाल रूटिंग ऑप्टिमाइज करने की कोशिश जारी है। अमेरिका से IT कंपनियों का काम बंद हो सकता है अमेरिकी एक्टिविस्ट और ट्रंप समर्थक लॉरा लूमर ने दावा किया है कि डोनाल्ड ट्रंप भारत जैसे देशों में काम आउटसोर्स करने पर रोक लगाने पर विचार कर रहे हैं। पहले ही 50% टैरिफ लगाए जा चुके हैं और अब कॉल सेंटर्स को फिर से अमेरिका में लाने की बात कही जा रही है। लूमर ने पोस्ट में लिखा – “अब आपको अंग्रेजी के लिए 2 दबाने की जरूरत नहीं होगी। कॉल सेंटर्स को फिर से अमेरिकी बनाएं।” इस कदम से भारतीय आईटी और कॉल सेंटर इंडस्ट्री पर बड़ा असर पड़ सकता है।