Hindi News Agency,Public Search Engine, Public directory - Express Media Service
राष्ट्रीय
30-Apr-2025

आदिवासी बच्चियों से दरिंदगी उमंग सिंघार ने सरकार की चुप्पी पर उठाए सवाल अक्षय तृतीया परंपराओं के साथ मनाई गई बाजारों में रही रौनक और अव्यवस्थाओं के दंश भोग रहा दुगलाई गांव कांग्रेसी नेताओं ने किया गांव का निरीक्षण बालाघाट के दुगलई गांव में आदिवासी बच्चियों के साथ हुए सामूहिक दुष्कर्म की घटना पर नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार ने तीखी प्रतिक्रिया दी है। एक दिवसीय प्रवास पर बालाघाट पहुंचे सिंघार ने सर्किट हाउस में पत्रकारों से चर्चा करते हुए इसे समाज पर कलंक बताया। उन्होंने कहा कि इस जघन्य अपराध में शामिल दोषियों को कड़ी सजा मिलनी चाहिए। उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार ने पीड़ितों को अब तक मुख्यमंत्री सहायता कोष से कोई मदद नहीं दी और मुख्यमंत्री इस संवेदनशील मुद्दे पर मौन हैं। दुर्गम इलाके में बसे बैगा आदिवासी सुविधाओं से वंचित हैं जो सरकार की उदासीनता को दर्शाता है। सिंघार ने पीड़ित बच्चियों से मुलाकात कर कहा कि इन मासूमों के साथ हुई दरिंदगी बेहद हृदयविदारक है और बेटी बचाओ के दावे खोखले साबित हो रहे हैं। सरकार की चुप्पी निंदनीय है। 30 अप्रैल को जिलेभर में अक्षय तृतीया (अखातीज) पर्व श्रद्धा और परंपराओं के साथ मनाया गया। हिंदू मान्यता के अनुसार वैशाख शुक्ल तृतीया को यह पर्व अक्षय पुण्य फल देने वाला माना जाता है। लोगों ने घरों में नया मिट्टी का घड़ा (कलश) भरकर पूजा-अर्चना की और परिवार की सुख-समृद्धि की कामना की। इस दिन भगवान विष्णु के छठे अवतार परशुरामजी का जन्मोत्सव भी धूमधाम से मनाया गया। कच्चे आम पलास के पत्ते आटे की सेवई और नए घड़े का विशेष महत्व रहा। शुभ कार्यों के लिए इस दिन को अत्यंत शुभ माना जाता है जिससे विवाह और गृह प्रवेश जैसे कार्यक्रमों की संख्या अधिक रही। बाजारों में पूजन सामग्री और घड़ों की खरीदारी के लिए भारी भीड़ उमड़ी। सोमवार को डिप्टी कलेक्टर एवं प्रभारी जनजातीय सहायक आयुक्त राहुल नायक ने जिला मुख्यालय की विभिन्न जनजातीय संस्थाओं का निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान उन्होंने छात्र छात्राओं से चर्चा करते हुए छात्रावास में पायी अनियमितता के संबंध में अधीक्षक अधीक्षिकाओं को सुव्यवस्थित संचालन के निर्देश दिये। साथ ही नियमित रूप से छात्रावास में रहने एवं रात्रि विश्राम के भी निर्देश दिये है निरीक्षण के दौरान डिप्टी कलेक्टर श्री राहुल नायक ने अनुसूचित जाति सीनियर कन्या छात्रावास बालाघाट की अधीक्षिका को छात्रावास में उपस्थित नहीं रहने एवं छात्रावास में साफ-सफाई का ध्यान नहीं रखने के कारण नोटिस जारी करने के निर्देश दिये गये। साथ ही अधीक्षक/अधीक्षिकाओं के छात्रावास में उपस्थित नहीं होने के पर कारण बताओ सूचना पत्र जारी करने के निर्देश दिये गये। बालाघाट जिले के दुगलई गांव में आदिवासी बच्चियों के साथ हुए सामूहिक दुष्कर्म की दर्दनाक घटना के बाद बुधवार को नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार जिले के कांग्रेस विधायकों और अन्य नेताओं के साथ गांव पहुंचे। उन्होंने पीड़ित परिवारों से मुलाकात कर उनका दुख साझा किया और घटना की विस्तृत जानकारी ली। गांव भ्रमण के दौरान कांग्रेस नेताओं ने पाया कि दुगलई गांव विकास से कोसों दूर है ग्रामीणों ने बताया कि पेयजल आपूर्ति के लिए पाइपलाइन तो बिछाई गई है लेकिन पानी नहीं मिलता नलों से टोटियां तक गायब हैं। दस वर्षों से बिजली के खंभे लगे हैं फिर भी गांव अंधेरे में डूबा है। सड़कें जर्जर हैं और शासन-प्रशासन मौन है सिंघार ने कहा कि यह घटना न केवल अमानवीय है बल्कि पूरे समाज को झकझोर देने वाली है। उन्होंने स्पष्ट किया कि कांग्रेस पार्टी पीड़ितों को न्याय दिलाने के लिए हर मंच पर आवाज उठाएगी। साथ ही सरकार को चुनौती दी कि यदि वह गांव का विकास नहीं कर सकती तो कांग्रेस इसके लिए आगे आएगी। ग्रीष्मकाल में जल संकट को देखते हुए कलेक्टर मृणाल मीना ने जिले को जल अभावग्रस्त घोषित किया है। इसके तहत नगरपालिका ने जल अपव्यय रोकने के लिए निगरानी दल सक्रिय किए हैं। नगर पालिका सीएमओ बीडी कतरोलिया ने बताया कि 25 से 29 अप्रैल के बीच नियमविरुद्ध रूप से नल कनेक्शन से टिल्लू पंप द्वारा पानी खींचने पर 15 मोटरपंप जब्त किए गए। इससे जल वितरण बाधित हो रहा था और जरूरतमंदों तक पानी नहीं पहुंच पा रहा था। सभी 33 वार्डों में जल संरक्षण को लेकर प्रचार-प्रसार अभियान शुरू किया गया है। नगरवासी से अपील की गई है कि जल का दुरुपयोग न करें और नियमों का पालन करें। बालाघाट के न्यू समर्पण अस्पताल में मंगलवार रात उपचार के दौरान एक बच्चे की मौत हो गई जिसके बाद अस्पताल परिसर में हंगामा मच गया। मृतक बच्चे के परिजनों ने डॉक्टर पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए हंगामा किया और डॉक्टर के खिलाफ कार्रवाई की मांग की। जानकारी के अनुसार ग्राम कासपुर के प्रकाश घटरे का 1 वर्ष 2 माह का पुत्र लोकेश 23 अप्रैल को उल्टी-दस्त के कारण अस्पताल में भर्ती हुआ था। 29 अप्रैल की रात इलाज के दौरान बच्चे की मौत हो गई। परिजनों का आरोप है कि डॉक्टर ने उन्हें बच्चे की मौत की जानकारी नहीं दी और सीधे जिला अस्पताल भेज दिया। इस मामले में कोतवाली थाना में शिकायत दर्ज की गई है और पुलिस जांच कर रही है।