MP में उफान पर नर्मदा! इंदिरा सागर बांध के 12 गेट खोले गए। दो दिन से हो रही बारिश से नदी-नाले उफना पर मध्यप्रदेश में दो दिन से हो रही बारिश से नदी-नाले उफना गए हैं। कई बांधों के गेट खोलकर पानी छोड़ा जा रहा है। मध्यप्रदेश में अब तक 24 इंच बारिश हो चुकी है। तवा बांध से छोड़े जा रहे पानी से खंडवा में इंदिरा सागर बांध का जलस्तर 260 मीटर तक पहुंच गया। बुधवार रात 10 बजे इंदिरा सागर बांध के 12 गेट खोले गए। 2154 क्यूसेक पानी छोड़ा जा रहा है। पावर हाउस में बिजली उत्पादन की 8 टरबाइन के जरिए भी 1840 क्यूसेक पानी छोड़ा जा रहा है। यानी बांध से कुल 3994 पानी छोड़ा जा रहा है। बस रहिकवारा गांव में अनियंत्रित होकर पलट गई कोटा से सतना आ रही बस सतना जिले के रहिकवारा गांव में अनियंत्रित होकर पलट गई। बस में सवार 6 बच्चों समेत 45 यात्री घायल हुए हैं। घायलों में से 11 की हालत गंभीर है। उन्हें सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र नागौद से सतना जिला अस्पताल रेफर किया गया है। कांग्रेस ने की प्रदेश के 123 अफसरों की सूची तैयार प्रदेश Madhya Pradesh में पंचायत और निकाय चुनाव mp panchayat body election के बाद अब कांग्रेस Congress 2023 के विधानसभा चुनाव को लेकर पूरी तरह से एक्टिव नजर आ रही है. कांग्रेस MP Congress ने प्रदेश के 123 अफसरों की सूची तैयार की है, कांग्रेस का आरोप है कि इन अफसरों ने पंचायत और निकाय चुनाव में बीजेपी BJP के पक्ष में काम किया है. बताया जा रहा है कि पीसीसी चीफ कमलनाथ kamal nath ने चुनाव में एजेंट के तौर पर काम करने वाले अधिकारियों की सूची मांगी थी. तलवार उठाते हुए अपना फोटो सोशल मीडिया पर पोस्ट भोपाल मध्य के पूर्व विधायक सुरेन्द्रनाथ सिंह ने तलवार उठाते हुए अपना फोटो सोशल मीडिया पर पोस्ट किया है. दरअसल, पूर्व विधायक पिछले कुछ दिनों से पार्टी से साइड लाइन में हैं. पिछले दो-तीन दिन से सुरेन्द्र मम्मा अपने मन की व्यथा सोशल मीडिया पर पोस्ट कर रहे हैं. पहले उन्होंने ज्योतिरादित्य सिंधिया वाले शेर के जरिये मन की बात लिखी कि उसूलों पर आंच आए तो टकराना जरूरी है, यदि जिन्दा हो तो जिन्दा नजर आना जरूरी है... महाकाल को मस्तक पर रजत का चंद्र अर्पित कर राखी बाँधी विश्व प्रसिद्ध श्री महाकालेश्वर मंदिर में गुरुवार रक्षा बंधन पर्व पर तड़के 3 बजे भस्म आरती के दौरान भगवान महाकाल को मस्तक पर रजत का चंद्र अर्पित कर राखी बाँधी गई। सबसे पहले अल सुबह मंदिर के कपाट खोले गए। मंत्रोच्चार के साथ जल से भगवान महाकाल को स्नान कराने के पश्चात दूध,दही ,घी ,शहद फलों के रस से बने पंचामृत से अभिषेक पूजन किया गया।