MP में हो सकता है ब्लैक आउट केंद्र सरकार द्वारा लाए जा रहे इलेक्ट्रिसिटी अमेंडमेंट बिल के विरोध में मंगलवार को मध्य प्रदेश के हजारों बिजली कर्मी हड़ताल पर हैं. इसके कारण बिजली संबंधी कामकाज पूरी तरह से ठप्प हो सकता है. विद्युत वितरण कंपनियों में काम करने वाले तमाम कर्मचारी और अधिकारी 1 दिन काम का बहिष्कार करने का फैसला किया है. यूनाइटेड फोरम के बैनर तले होने वाले इस एक दिन के हड़ताल का उद्देश्य सरकार तक अपनी 20 सूत्रीय मांगों को पहुंचाना है. कर्मचारियों की हड़ताल से मध्य प्रदेश अंधेरे में भी डूब सकता है. इससे आमलोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है. मानसून सत्र का आज दूसरा दिन मध्य प्रदेश विधानसभा के मानसून सत्र का आज दूसरा दिन है. सोमवार को पहले ही दिन विपक्ष ने आदिवासी और अवैध शराब के मुद्दे पर खूब हंगामा किया, जिसके चलते विधानसभा की कार्यवाही स्थगित करनी पड़ी थी. आज शिवराज सरकार अवैध कालोनियों को वैध करने का विधेयक पेश कर सकती है. इसके अलावा अवैध शराब के खिलाफ विधेयक समेत लगभग 12 अलग-अलग संशोधन विधेयक भी सदन में लाए जाएंगे. इन विधेयकों को पेश करने के दौरान विपक्षी नेताओं को जवाब देने के लिए मंत्रियों और विधायकों को जिम्मेदारी दी गई है. सिरफिरे युवक ने ATM में लगाई आग मध्यप्रदेश के खरगोन में एक सिरफिरे युवक ने ATM में आग लगा दी। वह ATM के भीतर गया, बोतल से पेट्रोल निकालकर मशीन पर छिड़क दिया। इसके बाद गेट पर खड़े होकर माचिस जलाकर फेंक गया। आग के कारण ATM मशीन का फाइबर वाला ऊपरी हिस्सा जल गया, लेकिन कैश सुरक्षित रहा। पूरी घटना का CCTV फुटेज भी सामने आया। घटना के वक्त कई लोग बाहर कतार में भी लगे थे। मामले में फ्रेंचाइजी कंपनी ने पुलिस थाने में शिकायत की है। अनाथ हुए बच्चों की निगरानी अब सीधे केंद्र सरकार करेगी। मध्यप्रदेश में कोविड के दौरान अनाथ हुए बच्चों की निगरानी अब सीधे केंद्र सरकार करेगी। महिला-बाल विकास विभाग की संचालक स्वाती मीणा नायक ने बताया कि कोविड-19 के कारण अनाथ हुए बच्चों की जानकारी नियमित रूप से "बाल स्वराज'' पोर्टल पर अपलोड करना अनिवार्य होगा। राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग (एनसीपीसीआर) किशोर न्याय अधिनियम, 2015 के अंतर्गत इनकी निगरानी करेगा। इस संबंध में सभी जिला कलेक्टर को पत्र लिखकर निर्देश दिए गए हैं।