कोरोना महामारी में समाज सेवी पंडित राजेश पाठक ने अनोखी मिशाल पेश की है। पाठक उत्तर प्रदश के बांधा जिले से करीब 25 साल पहले बालाघाट में व्यापार करने आए जिन्होंने आज बालाघाट को अपनी कर्म भूमि बना लिया। समाजसेवा और राजनीती के क्षेत्र में अपनी अलग पहचान बनाने वाले पंडित राजेश पाठक ने खेल के क्षेत्र में भी अपना अमूल्य योगदान दिया है । बालाघाट जिले में खिलाडिय़ों के लिए अंतर्राष्ट्रीय खेल प्रतियोगिता का आयोजन और हॉकी खिलाडिय़ों को खेलने के लिए एस्टोटर्फ मैदान का निर्माण उन्ही की देन है। ब्राह्मण समाज के गौरव पंडित राजेश पाठक ऐसे सख्स है जिन्होंने अपनी मेहनत और काबिलियत के जरिए आगे बढ़ते हुए अपने सपनों को पूरा किया। उन्होंने सामाजिक क्षेत्र में कार्य करते हुए जमुनिया बांध त्रासदी, बाढ़ आपदा, खैरी पटाका कांड और कोरोना संक्रमण में जरूरत मंदों की सेवा और सहायता करने में महत्ती भूमिका निभाई। पंडित राजेश पाठक ने कोरोना की दूसरी लहर में मौत से संघर्ष कर रहे मरीाजों को ऑक्सीजन सिलेण्डर,ऑक्सीजन कांस्ट्रेटर मशीन सहित कई जरुरत की चीजे प्रशासन को उपलब्ध कराई । इन्ही सब मुद्दों को लेकर ईएमएस टीवी ने पंडित राजेश पाठक ने खास चर्चा की