जिला अस्पताल की बड़ी लापरवाही मुख्य द्वार न खोलने से प्रसूता की मौत परिजनों ने लगाए अस्पताल प्रबंधन पर आरोप सीहोर ग्राम चांदबड़ निवासी दीपिका उम्र 25 वर्ष प्रशव पीड़ा के चलते बीती रात 1 बजे जिला अस्पताल स्थित मातृ एवं शिशु केंद्र के मुख्य द्वार पर डिलेवरी के लिए अपने परिजनों के साथ पहुची मुख्य द्वार बंद होने के चलते परिजनों ने तकरीबन 1 घंटे तक आवाज लगाकर द्वार खोलने के लिए चिल्लाते रहे पर कोई सुनने वाला नही था इधर प्रसूता दर्द के चलते तड़फती रही प्रसूता की तड़फ को देखकर परिजनों ने गेट पर चढ़कर किसी तरह गेट खुलवाया ओर अंदर मौजूद नर्सों को जब तक प्रसूता को दिखाते तब तक देर हो चुकी थी प्रसूता दीपिका को मौत हो चुकी थी घटना की जानकारी मिलते ही अस्पताल प्रबंधन ने प्रसूता के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया अब प्रसूता के परिजन जांच की मांग कर दोषियों पर कार्यवाही की मांग कर रहे है बाईट प्रीतम विश्वकर्मा प्रसूता का पति बाईट - प्रसूता के परिजन