मध्यप्रदेश का पार्टी संगठन आदर्श संगठन है। इसे और आगे किस तरह बढ़ाया जाए, कार्यसमिति की बैठक में इस बात पर विचार हुआ। संगठन की मजबूती के लिए हमने तय किया है कि हमारे मंडल स्वाबलंबी बनें तथा बूथ अधिक सक्रियता से काम करें, इसे लेकर भी चर्चा हुई और पार्टी नेताओं ने इस बात पर भी अपने विचार प्रस्तुत किए कि कार्यसमिति सदस्य इस काम में किस तरह अपनी भूमिका का निर्वाह कर सकते हैं। प्रत्येक कार्यकर्ता के लिए काम हो और प्रत्येक काम के लिए कार्यकर्ता तैयार रहे, इसकी योजना बनाने पर भी चर्चा की गई। संगठन तंत्र की मजबूती और कार्यकर्ता को सक्षम बनाने के लिए ई-प्रशिक्षण चल रहा है। 26 तारीख से जिला स्तर के प्रशिक्षण शुरू होंगे। इसे प्रभावी बनाने पर भी विचार हुआ। आने वाले दिनों में पार्टी के कार्यकर्ता केन्द्र और प्रदेश सरकार की योजनाओं का हितलाभ सुनिश्चित कराने की दिशा में एक वॉलिंटियर की तरह काम करेंगे, जिससे कोई भी जरूरतमंद सरकार की योजनाओं से वंचित नहीं रहे। यह बात भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष व सांसद विष्णुदत्त शर्मा ने मीडिया को प्रदेश कार्यसमिति की बैठक संबंधी जानकारी देते हुए कही। प्रदेश अध्यक्ष शर्मा ने कहा कि नवगठित कार्यसमिति की यह पहली बैठक कई मायनों में ऐतिहासिक रही। पहली बार कार्यसमिति की बैठक का आयोजन सेमी वर्चुअल तरीके से किया गया। इस कार्यसमिति में कोविड गाइडलाइन के तहत निर्धारित संख्या में भोपाल में प्रतिनिधि उपस्थित रहे। माननीय राष्ट्रीय अध्यक्ष जी ने दिल्ली से कार्यसमिति का उदघाटन किया। प्रदेश के सभी 57 जिलों से कार्यसमिति सदस्य वर्चुअल तरीके से बैठक में शामिल हुए। श्री शर्मा ने कहा कि बैठक के लिए जिस तरह की तैयारियां की गई थीं और जैसा उत्साह प्रदेश कार्यालय में दिखाई दे रहा था, उसी तरह का वातावरण सभी जिलों में भी था। शर्मा ने कहा कि पं. दीनदयाल जी ने कहा था कि जो संगठन, समाज या संस्था समयानुकूल बदलाव नहीं करते, वो समाप्त हो जाते हैं। कोरोना संकट को देखते हुए भारतीय जनता पार्टी ने जिन अपनी कार्यपद्धति में जो बदलाव किए हैं, यह बैठक उसी की प्रतीक रही।