1 मुख्यमंत्री शुक्रवार को भोपाल के मिंटो हाल में आयोजित प्रतिभाशाली छात्र प्रोत्साहन योजना कार्यक्रम में विद्यार्थियों ने रूबरू हुए। उन्होंने अन्य जिलों के छात्र-छात्राओं ऑनलाइन संवाद किया, वहीं भोपाल में छह छात्र-छात्राओं को पुरस्कार और 25 हजार रुपए का चौक देकर सम्मानित किया। कार्यक्रम के दौरान छात्र-छात्राओं ने शिवराज मामा को खुलकर अपनी बात और पढ़ाई में आ रही दिक्कतें बताई। जिन्हें सीएम ने पूरा करने का आश्वासन बच्चों को दिया। 2 विधानसभा के बाद शिवराज सरकार के कृषि मंत्री कमल पटेल ने एक बार फिर किसानों की कर्जमाफी की बात स्वीकारी है स एक प्रेससवार्ता के दौरान कमल पटेल ने कहा कि कमलनाथ सरकार ने किसानो का 6460 करोड़ का कर्ज माफ किया है स विधानसभा के बाद शिवराज सरकार के कृषि मंत्री कमल पटेल ने एक बार फिर किसानों की कर्जमाफी की बात स्वीकारी है स एक प्रेससवार्ता के दौरान कमल पटेल ने कहा कि कमलनाथ सरकार ने किसानो का 6460 करोड़ का कर्ज माफ किया है स 3 मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान शुक्रवार को प्रदेश कार्यालय पहुंचे । जहां उन्होंने पंडित दीनदयाल उपाध्याय की जयंती पर उनकी प्रतिमा पर माल्यार्पण कर उन्हें नमन किया । और प्रदेश कार्यालय में उनकी जयंती के अवसर पर लगाई गई प्रदर्शनी का शुभारंभ भी किया । इस दौरान सीएम शिवराज सिंह चौहान ने बयान देते हुए कहा कि आज के दिन ही महामानव देव पुरुष पंडित दीनदयाल उपाध्याय का जन्म हुआ था आज भारतीय जनता पार्टी जो कुछ है उसके पीछे सबसे बड़ा योगदान अगर है तो वह पंडित दीनदयाल उपाध्याय का है । 4 केंद्र सरकार द्वारा लाए गए नए मंडी मॉडल एक्ट को लेकर मंडी में कार्यरत अधिकारी कर्मचारियों में भारी आक्रोश है । जिसके चलते संयुक्त संघर्ष मोर्चा मंडी बोर्ड संघ द्वारा इस एक्ट का लगातार विरोध प्रदर्शन किया जा रहा है । इसी कड़ी में पूरी प्रदेश भर की मंडियों में अनिश्चितकालीन हड़ताल जारी है । तो वहीं राजधानी भोपाल की करोंद मंडी में भी काम करने वाले अधिकारी कर्मचारियों ने अनिश्चितकालीन हड़ताल में भाग लेते हुए सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की । और सरकार से नए मंडी मॉडल एक्ट को वापस लेने की मांग की । 5 शुक्रवार को राज्यसभा सदस्य ज्योतिरादित्य सिंधिया वित्त मंत्री जगदीश देवड़ा के निवास पहुंचे । गौरतलब है कि पिछले कई दिनों से मंत्री देवड़ा का स्वास्थ्य खराब चल रहा था । जिसके चलते सांसद सिंधिया राजधानी भोपाल स्थित मंत्री जगदीश देवड़ा के निवास पहुंचे और उनका हाल जाना । हालांकि अब मंत्री जगदीश देवड़ा पूरी तरह स्वस्थ हैं । 6 भोपाल में कोरोना संक्रमण को लेकर हालात बिगड़ने लगे हैं। बीते 25 दिन में 6276 लोग कोरोना संक्रमित निकले हैं। संक्रमण दर भी बढ़कर 12.5 प्रतिशत पर पहुंच गई है। सक्रिय मरीजों की बढ़ती संख्या को देखते हुए स्वास्थ्य विभाग ने आदेश जारी किया है कि सभी निजी अस्पताल जिनके यहां ऑक्सीजन की व्यवस्था है, वहां अब कोरोना के मरीज भर्ती हो सकेंगे। इस तरह शहर में ऑक्सीजन की व्यवस्था वाले 30 नए निजी अस्पतालों में भी अब कोरोना के मरीज भर्ती हो सकेंगे। ज्ञात हो कि जुलाई महीने में भी कुछ इस तरह के ही हालात बने थे। 7 मध्य प्रदेश में आए दिन अस्पतालों की लापरवाही के मामले सामने आ रहे हैं. एमवाय और यूनिक हॉस्पिटल में शवों की दुर्गति के बाद अब नीमच के कोविड हॉस्पिटल में कोरोना संक्रमितों के शवों से खिलवाड़ हो रहा है. दरअसल मामला नीमच के कोविड अस्पताल का है, जहां दो कोरोना संक्रमितों की मौत के बाद शवों को बदल दिया गया.अंतिम संस्कार के लिए शमशान पर पूरी तैयारी हो चुकी थी. परिजनों को शक हुआ और उन्होंने चेहरा देखने के लिए चहरे से कफन हटाया. चेहरा देखते ही उनके होश उड़ गए. जिस शव को वो अंतिम संस्कार के लिए लाए थे वो उनके परिजन का नहीं था. इसके बाद परिजन अस्पताल पहुंचे और अस्पताल वालों ने उन्हें सही डेडबॉडी दी 8 ख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के इंदौर दौरे के दौरान उनके खाने में हुई चूक खाद्य और औषधि प्रशासन विभाग के निरीक्षक मनीष स्वामी को महंगी पड़ गई.सीएम के प्रोटोकॉल में लापरवाही बरतने पर कलेक्टर मनीष सिंह ने उन्हें तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया.कलेक्टर ने कहा प्रोटोकॉल के तहत सीएम के लिए जिस क्वालिटी का खाना होना चाहिए था,उसमें चूक की गई. खाना पैक करते समय पूरे प्रोटोकॉल का पालन नहीं किया गया. 9 मप्र में चुनाव आयोग ने उपचुनाव की तारीखों का एलान नहीं किया है। उपचुनाव की तारीखों का एलान न होने से ज्योतिरादित्य सिंधिया समर्थक शिवराज सरकार के दो कद्दावर मंत्रियों गोविंद सिंह राजपूत और तुलसी सिलावट की कुर्सी पर खतरा मंडराने लगा है। मंत्री गोविंद सिंह राजपूत और तुलसी सिलावट ने 21 अप्रैल को प्रदेश सरकार के मंत्री के तौर पर शपथ ली थी। दरअसल मंत्री गोविंद सिंह राजपूत और तुलसी सिलावट भले ही शिवराज सरकार में मंत्री हैं लेकिन वो अभी विधायक नहीं हैं। विधायकी से इस्तीफा देने के बाद भी गोविंद सिंह राजपूत और तुलसी सिलावट को शिवराज सरकार में मंत्री बनाया गया था। 10 क्राइम ब्रांच ने पुलिस और खाद्य विभाग की टीम के साथ शुक्रवार को खजराना क्षेत्र में नकली घी बनाने के कारखाने पर दबिश दी तो वहां सामान देख चौंक गई। एक रूम में नकली घी बनाकर बाजार में खपाने वाले युवक को टीम ने यहां से गिरफ्तार किया। आरोपी इंदौर, उज्जैन सहित अन्य पड़ोसी जिलों के व्यापारियों को नकली घी बेचता था। यह डालडा में सनफ्लावर तेल और सुगंध वाला केमिकल मिलाकर अमूल, सांची और नोवा ब्रांड के नाम से पैकिंग कर व्यापारियों को 300 रु. किलो में बेचता था। 11 मध्य प्रदेश में 28 सीटों पर होने वाले उपचुनावों को लेकर शुक्रवार को घोषणा होने वाली थी, उसके ठीक पहले शिवराज सरकार ने प्रदेश में 90 एएसपी और डीएसपी लेवल के अफसरों के तबादले कर दिए। हालांकि, चुनाव आयोग की प्रेस कॉन्फ्रेंस में उप चुनावों की तारीखों की घोषणा नहीं हुई, अब 5 दिन बाद 29 सितंबर को मध्य प्रदेश के उप चुनावों की तारीखें घोषित होंगी। चुनाव आयोग की बैठक इसी दिन होगी। छह महीने पहले बनी शिवराज सरकार ने पहली बार पुलिस विभाग में इतने बड़े पैमाने पर एएसपी, डीएसपी और एसडीओपी अफसरों को इधर से उधर भेजा है। 90 अफसरों में 19 एएसपी शामिल हैं। इन्हें इधर से उधर किया गया है। 12 पूर्व क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी ने शिकायतों के आधार पर चार जिलों की जांच कराई तो 29 करोड़ रुपये से ज्यादा का घोटाला मिला। केंद्र सरकार की इस श्सौभाग्य योजनाश् में घर-घर बिजली पहुंचाने के काम करना था,जिसमें प्रदेश के कई जिलों में भ्रष्टाचार हुआ है। पूर्व क्षेत्र कंपनी को भौतिक जांच में इसके प्रमाण मिले। सबसे ज्यादा नुकसान मंडला और डिंडौरी जिले में हुआ। मंडला में जहां 15 करोड़ रुपये तो डिंडौरी जिले में 8.40 करोड़ रुपये का भ्रष्टाचार मिला है। इसके अलावा सीधी और सिंगरौली में इस योजना पर करोड़ों रुपये का खेल हुआ है। कंपनी ने फिलहाल सिंगरौली छोड़कर शेष 44 अफसरों के खिलाफ विभागीय जांच शुरू कर दी है। अक्टूबर तक कंपनी तय करेगी कि 29 करोड़ रुपये के नुकसान की भरपाई किससे की जाएगी। 13 मध्य प्रदेश में कोरोना आपदा के बीच होने जा रहे उप चुनाव में बीजेपी और कांग्रेस ने अपनी पूरी ताकत झोंक दी है। तारीख के ऐलान से पहले ही दोनों दलों के नेता मैदान में उतर पड़े हैं। कोरोना का संकट है जाहिर है चुनाव पर भी इसका असर देखने मिल रहा है। नेता मतदाताओं को मास्क बांट रहे हैं। मजेदार बात ये है कि इन मास्क पर कमल और गद्दार लिखा हुआ है। भाजपा ने शुक्रवार को पंडित दीनदयाल की जयंती पर 28 विधानसभा सीटों में उप चुनाव के लिए महाजनसंपर्क अभियान की शुरूआत की। वो हर विधानसभा क्षेत्र में कमल के फूल वाले 10 हजार मास्क भेज रही है। 14 कोरोना वायरस के मरीजों के इलाज के लिए निजी अस्पतालों को अब सरकार से अनुमति नहीं लेना होगा। मध्य प्रदेश स्वास्थ्य आयुक्त ने प्रदेश के सभी कलेक्टर व सीएमएचओ को इस संबंध में आदेश जारी कर दिए हैं। अभी तक निजी अस्पतालों को मुख्य चिकित्सा अधिकारी से तय शर्तो के आधार पर अनुमति लेनी होती थी। लेकिन अब अलग से ऐसी कोई अनुमति नहीं लेनी होगी ऐसे निजी अस्पताल जहां पर इलाज की सभी सुविधाएं हैं वह कोरोना मरीजों का इलाज दे सकेंगे। ऐसे मरीज जिनकी रिपोर्ट निगेटिव और सिटी स्कैन की जांच में संक्रमण बताया जा रहा है। उन मरीजों को इलाज लेने में परेशानी आ रही है। 15 मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान और सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया की मौजूदगी में शनिवार को होने वाले चुनावी भंडारे को लेकर नेता और अफसर पशोपेश में हैं। प्रशासन ने इसकी अनुमति नहीं दी है। परसों इंदौर में मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान की मौजूदगी में विधायक आकाश विजयवर्गीय ने भंडारा कर लिया था, जिसको लेकर बवाल मचा हुआ है। उसके बाद से ही सांवेर में कार्यक्रम के दौरान होने वाले भोजन-भंडारे को लेकर उठा है। कुछ नेता भंडारे के पक्ष में नहीं हैं। अधिकारियों ने साफ तौर पर कहा है कि भंडारे की अनुमति नहीं दी जाएगी। उज्जैन में लगभग पंद्रह हजार लोगों की भीड़ जुटाई जा रही है। 16 ज्यादा बिजली बिलों से तो बिजली उपाभोक्ता पहले से ही परेशान हैं। अब बारिश और थोड़ी तेज हवा चलते ही बिजली गुल होने की समस्या शुरू हो गई है। स्थिति यह है कि शहर की पॉश कॉलोनियों तक में रोजाना घंटो बिजली गुल हो रही है। समय पर मेंटेनेंस नहीं होने से हल्की बारिश में ही ट्रांसफार्मर जल जाते हैं या फिरफ्तार टूट जाते हैं, जिसका खामियाजा बिजली उपभोताओं को भुगतना पड़ता है। बीते कई दिनों से अरेरा कॉलोनी, निशात कॉलोनी, मेंडोरा क्षेत्र, चार इमली सहित शहर की अन्य पॉश कॉलोनियों में बिजली की समस्या बनी हुई है। 17 मध्यप्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष के मीडिया समन्वयक नरेंद्र सलूजा व मीडिया विभाग के उपाध्यक्ष भूपेन्द्र गुप्ता ने बताया कि पहले तो भाजपा ने प्रदेश में लोकतंत्र और संविधान के साथ छेड़छाड़ कर , संवैधानिक मूल्यों की हत्या की , एक जनादेश प्राप्त लोकप्रिय सरकार को बीच में गिराया और अब प्रदेश में होने वाले आगामी उपचुनावों को देखते हुए उसे हार का भय सता रहा है , जनता के मूड को भाजपा भाँप चुकी है , इसलिए शिवराज सरकार द्वारा इन उपचुनावों की घोषणा के पूर्व ताबड़तोड़ तबादले किए जा रहे हैं और इन के माध्यम से अपने चहेतों अफसरों की उपचुनाव वाले क्षेत्रों में पोस्टिंग कर वो चुनाव जीतना चाहती है।