प्रदेश में 28 सीटों पर होने वाले विधानसभा उपचुनाव को लेकर अशोकनगर में आयोजित मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और ज्योतिरादित्य सिंधिया की सभा के दौरान मुख्यमंत्री की सभा में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के कार्यकर्ताओं ने हंगामा कर दिया. ये लोग संघ प्रचारक चेतन भार्गव पर पिछले दिनों हुई FIR का विरोध कर रहे थे. सभा में इन लोगों ने संघ प्रचारक के खिलाफ FIR वापस लेने की मांग की और जमकर नारेबाजी की. पुलिस ने इन कार्यकर्ताओं को खदेड़ दिया. हालांकि इस दौरान दोनों पक्षों के बीच काफी धक्का-मुक्की भी हुई. फोटोः News 18 सभा में इन लोगों ने संघ प्रचारक के खिलाफ FIR वापस लेने की मांग की और जमकर नारेबाजी की. पुलिस ने इन कार्यकर्ताओं को खदेड़ दिया. हालांकि इस दौरान दोनों पक्षों के बीच काफी धक्का-मुक्की भी हुई. अशोकनगर के राजपुर में सभा को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने पूर्व मुख्यमंत्री कमल नाथ पर जमकर हमला बोलै है। शिवराज ने कहा कि कमलनाथ जैसे मुख्यमंत्री का आचार डालेंगे क्या, जो अपने विधायकों की नहीं सुन रहे थे। इसलिए महाराज ने सरकार को सड़क पर लाकर खड़ा कर दिया। उन्होंने कहा ग्वालियर में कमलनाथ ने बोला- शिवराज सिंह नालायक है, जबकि फसल बीमा का पैसा खाने वाले, कर्जामाफी की वादाखिलाफी, कई योजनाओं को बंद करने वाले कमलनाथ ही नालायक थे। पूर्व मुख्यमंत्री कमल नाथ ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर जमकर निशाना साधा है.कमलनाथ ने कहा बीजेपी के झूठ की पोल खुल गयी है. खुद बीजेपी के मंत्री विधानसभा में स्वीकार कर रहे हैं कि हमने किसानों का कर्ज माफ किया. शिवराज ने सिंधिया को भी इतनी जल्दी झूठ बोलना सिखा दिया. गुरुवार को मीडिया से बात करते हुए पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने कहा, मैंने सोचा था 15 साल बाद 2018 के विधानसभा चुनाव में शिवराज ने सबक सीख लिया होगा. लेकिन ये शिवराज झूठ बोलने से बाज आने वाले नहीं हैं. 15 महीने से ये बीजेपी वाले बोल रहे थे कि कर्ज माफ नहीं किया. जबकि हकीकत ये है कि हमने कर्जमाफ किया और कर भी रहे थे. हमारे पास 50 लाख आवेदन आए थे, कुछ लोग पात्र नहीं थे जो पात्र थे उन लोगों का हम कर्जमाफ कर रहे थे. उनके मंत्री ही विधानसभा में कह रहे हैं कर्जमाफ हुआ. कोरोना संकट में जहा एक और आम आदमी को दो वक्त की रोटी नहीं मिल पा रही है वही दूसरी और मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ठंडी और कड़क रोटियां मिलने पर इतने विफरे कि कलेक्टर को खाद्य निरीक्षक मनीष स्वामी को ही ससपेंड करना पड़ा दरअसल पिछले दिनों इंदौर दौरे के दौरान लगातार कार्यक्रमों की वजह से मुख्यमंत्री खाना नहीं खा पाए थे. इसलिए उन्होंने खाना पैक कर गाड़ी में रखने के निर्देश कलेक्टर को दिए थे. सूत्रों के मुताबिक कलेक्टर मनीष सिंह के निर्देश पर खाद्य अधिकारी मनीष स्वामी ने सीएम के पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के समय के मुताबिक खाना शाम 6 बजे ही बनवा लिया था. लेकिन सीएम दो घंटे लेट हो गए और वे रात नौ बजे के बाद यानि तीन घंटे बाद इंदौर से रवाना हो पाए. इसलिए तब पैक किया हुआ खाना ठंडा हो गया और रोटियां कड़क हो गयी थीं. ठंडी औऱ कड़क रोटियां मिलने पर सीएम शिवराज ने नाराजगी व्यक्त की थी.सीएम के प्रोटोकॉल में लापरवाही बरतने पर कलेक्टर मनीष सिंह ने उन्हें तत्काल प्रभाव से ससपेंड कर दिया.कलेक्टर ने कहा प्रोटोकॉल के तहत सीएम के लिए जिस क़्वालिटी का खाना होना चाहिए था,उसमें चूक की गई. खाना पैक करते समय पूरे प्रोटोकॉल का पालन नहीं किया गया. ग्वालियर चंबल में गुर्जर वोटरों को लुभाने के लिए कांग्रेस राजस्थान के पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट का सहारा ले रही है, तो वहीं सिंधिया समर्थक भाजपाई गुर्जर नेता सचिन पायलट के साथ अन्याय का हवला देकर कांग्रेस को कटघरे में खड़ा कर रहे हैं. सचिन पायलट के मसले पर ग्वालियर में पोस्टर पॉलिटिक्स शुरू हो गई है. अखिल भारतीय युवा गुर्जर महासभा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष देवेंद्र गुर्जर ने शहर भर में पोस्टर लगाएं है, जिनमें सचिन पायलट के बहाने कांग्रेस पर निशाना साधा गया है नए मॉडल मंडी एक्ट के प्रावधानों के विरोध में गुरुवार काे प्रदेश की सभी 272 अनाज मंडियां बंद रहीं। इन मंडियाें से जुड़े करीब 90 हजार व्यापारियाें ने इसका समर्थन किया। शुक्रवार काे फल-सब्जी व्यापारी भी सरकार काे ज्ञापन देकर हड़ताल के समर्थन में नीलामी से पीछे हट सकते हैं। राजधानी की कराेंद मंडी में अनाज व्यापारी अनिश्चितकालीन हड़ताल पर हैं। व्यापारियों ने किसानों को सूचना देकर मंडी नहीं आने को कहा दिया था। इसके बाद भी कुछ किसान कृषि उपज लेकर मंडी आए, लेकिन नीलामी न होने वे उसे वापस ले गए। करोंद मंडी व्यापारी संघ के अध्यक्ष हरीश ज्ञानचंदानी ने बताया कि मंडी में 500 लाइसेंसी व्यापारी हैं। प्रदेशभर में नवरात्रि को लेकर तैयारियां शुरू हो चुकी हैं। गृह मंत्रालय इस संबंध में नई गाइडलाइन जारी कर चुका है। इसी को लेकर गुरुवार को कलेक्टर मनीष सिंह ने निगम और पुलिस के साथ मिलकर माता की प्रतिमा बना रहे मूर्तिकारों से बात की। कलेक्टर ने इन्हें स्पष्ट रूप से कहा कि आप 6 फीट से ऊंची प्रतिमाएं नहीं बनाएं। यदि किसी ने बना भी ली है तो वे उसे किसी को नहीं दें। यदि कहीं ऐसा देखने में आया तो स्थापना करने वाले के साथ प्रतिमा को बनाने वाले के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। महाकाल मंदिर के 500 मीटर दायरे में अब नगर निगम भवन निर्माण की अनुमति नहीं देगा। सुप्रीम कोर्ट के आदेश के मद्देनजर यह फैसला किया गया है। इससे क्षेत्र की लगभग दो हजार से ज्यादा संपत्तियों पर संकट आ गया है। इन संपत्तियों की खरीद फरोख्त प्रभावित हो सकती है। सुप्रीम कोर्ट ने महाकाल मंदिर को लेकर 1 सितंबर को दिए निर्देशों में मंदिर की 500 मीटर परिधि में अतिक्रमण हटाने के साथ नव निर्माण पर रोक लगाने को कहा है। कोर्ट के इस निर्देश पर नगर निगम अब क्षेत्र में भवन निर्माण की अनुमति नहीं देगा। इसके लिए निगम ने आदेश जारी कर दिया है। केंद्र सरकार की ओर से हाल ही में संसद में पारित फॉरेन कंट्रीब्यूशन (रेगुलेशन) बिल 2020 के कारण विदेशी मदद से संचालित गैर सरकारी संगठन (एनजीओ) के अस्तित्व पर संकट खड़ा हो गया है। इस बिल के जरिए केंद्र सरकार ने एनजीओ के फॉरेन फंडिंग पर कई तरह की पाबंदियां लगा दी हैं। इससे मप्र समेत देशभर में तमाम एनजीओ बंद होने की कगार पर आ जाएंगे और उनके साथ जुड़कर काम करने वाले लोग बेरोजगार हो सकते है। इसलिए सिविल सोसाइटी संगठन वालेंट्री एक्शन नेटवर्क (वानी) ने इस संसोधन बिल का विरोध किया है। आत्मनिर्भर भारत और आत्मनिर्भर मध्यप्रदेश की अवधारणा को देखते हुए शहर के दो युवा आईटी इंजीनियर लोकांत जैन और सानिया जसवानी ने आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का उपयोग करते हुए एक हेल्थ स्क्रीनिंग डिवाइस बनाई है। उनका दावा है कि इससे ए-सिम्टोमैटिक मरीज की पहचान आसानी से हो सकेगी। यह एक तरह से बायोमैट्रिक मशीन की तरह होगी। सबसे पहले टेस्टिंग के लिए इसे मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी कार्यालय को दिया जा रहा है। माध्यमिक शिक्षा मंडल द्वारा संचालित 12वीं कक्षा में 80 फीसदी अंक लाने वाले विद्यार्थियाें काे राज्य सरकार द्वारा लैपटाॅप खरीदने के लिए राशि उनके अकाउंट में ट्रांसफर की जाएगी। इसके लिए शुक्रवार सुबह 11 बजे मिंटो हॉल में एक समाराेह हाेगा। इसमें मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चाैहान एक क्लिक से 44 हजार विद्यार्थियाें के खाताें में राशि ट्रांसफर करेंगे। कोरोना संक्रमण के कारण पहली बार चुनाव आयाेग 80 साल से अधिक आयु के मतदाताओं काे पाेलिंग बूथ की बजाय घर से ही मतदान करने की सुविधा देने जा रहा है। ग्वालियर जिले में हाेने जा रहे तीन विधानसभा क्षेत्राें के उपचुनाव में ऐसे 8 हजार 683 मतदाता हैं। इन्हें काेराेना संक्रमण से बचाने के लिए डाक मतपत्र के जरिए घर बैठे वोट डालने की सुविधा मिलेगी। अभी तक पाेलिंग पार्टी में शामिल अधिकारी और कर्मचारियाें काे डाक मतपत्र दिए जाते थे। पिछले 32 साल से हो रहे भोपाल उत्सव मेले का आयोजन इस साल नहीं होगा। यदि शासन अनुमति दे भी दे तब भी आयोजन समिति इस साल मेले का आयोजन करने के पक्ष में नहीं है। यही स्थिति 5 साल से भेल में आयोजित होने वाले भोजपाल उत्सव मेले की है। अक्टूबर से दिसंबर के बीच दुर्गोत्सव और उसके बाद इन दो मेलों की धूम रहती है, लेकिन कोरोना के कारण सोशल डिस्टेंसिंग की बाध्यता को देखते हुए मेलों के आयोजन की संभावना खत्म हो गई है। मार्च में चैती चांद के अवसर पर होने वाला सिंधी मेला भी इस बार नहीं लग सका। मध्य प्रदेश के पॉलिटेक्निक संस्थानों में पहली बार वर्तमान सत्र 2020-21 में कक्षा 10वीं की प्रावीण्य सूची के आधार पर प्रवेश दिए जाने की तैयारियां चल रही हैं, जबकि हर साल पॉलिटेक्निक संस्थानों में प्री- पॉलिटेक्निक टेस्ट (पीपीटी) के जरिये प्रवेश दिए जाते थे। तकनीकी शिक्षा विभाग ने इस संबंध में प्रस्ताव तैयार कर राज्य शासन को भेज दिया है। अभी तक आपने बच्चों से लेकर स्कूल को गोद लेने की बात सुनी होगी, लेकिन अब हाथी को भी गोद लिया जा सकता है। वन्य प्राणी संरक्षण के लिए यह अभियान बांधवगढ़ में पहली बार शुरू हो रहा है। अब कोई भी बांधवगढ़ के हाथियों को गोद ले सकता है। इसके लिए उनके भोजन की जिम्मेदारी लेनी होगी। इसके बदले में गोद लेने वाले वन्य जीव प्रेमियों को डिजिटल सर्टिफिकेट मिलेगा। साथ ही हाथियों की रिपोर्ट के साथ उनका नाम भी दर्ज होगा। बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व के फील्ड डायरेक्टर विंसेंट रहीम ने बताया कि हाथियों को गोद लेने का कार्यक्रम निर्धारित किया जा रहा है।