शिवराज सरकार ने माना 51 जिलों में हुई किसान कर्ज माफी प्रदेश में किसान कर्ज माफी को लेकर अब तक पिछली कांग्रेस सरकार पर हमलावर सत्तारूढ़ बीजेपी ने माना है कि कमलनाथ सरकार में किसान कर्ज माफी हुई है. विधानसभा में कांग्रेस विधायक जयवर्धन सिंह के एक सवाल पर कृषि मंत्री कमल पटेल ने जवाब दिया कि प्रदेश में 51 जिलों में किसान कर्ज माफी हुई है. राज्य सरकार ने विधानसभा में बताया कि 27-12-2019 से पहले किसान कर्ज माफी का पहला चरण और 27-12-2019 के बाद किसान कर्ज माफी का दूसरा चरण चलाया गया था. राज्य सरकार ने यह भी माना है कि प्रदेश में किसानों का एक लाख रुपए तक का कर्जा माफ हुआ है. राज्य सरकार ने गुना, बमोरी, राघोगढ़, मधुसूदनगढ़, चाचैड़ा, कुंभराज और आरोन में भी 17403 किसानों का एक लाख रुपए तक का कर्जा माफ होने की जानकारी दी. राज्य सरकार के विधानसभा में दिए गए जवाब के मुताबिक, प्रदेश के सभी जिलों में किसान कर्ज माफी हुई है. प्रदेश की शिवराज सरकार ने एक बड़ा कदम उठाते हुए आदिवासियों के सभी कर्जो को शून्य घोषित कर दिया है. सरकार के इस फैसले के बाद अब 15 अगस्त 2020 से पहले के सभी कर्जे आदिवासियों से नहीं वसूले जा सकेंगे. इसके अलावा प्रदेश में बिना लाइसेंस के कोई साहूकार किसी व्यक्ति को कर्ज नहीं दे सकेगा और ना ही उसकी वसूली कर सकेगा. सिर्फ रजिस्टर्ड साहूकार ही कर्ज दे सकेंगे. प्रदेश में डॉक्टरों के खाली पड़े 5 हजार पदों पर नियुक्तियां जल्द की जाएंगी. इस बात का ऐलान सीएम शिवराज सिंह चैहान ने सोमवार को कोरोना समीक्षा बैठक के दौरान किया. बैठक में उपस्थित अधिकारियों को निर्देशित करते हुए उन्होंने कहा कि राज्य में डॉक्टरों के 9 हजार पद स्वीकृत हैं, जिसमें 5 हजार पद अभी भी खाली हैं. इसलिए इन पदों पर भर्ती प्रक्रिया जल्द से जल्द शुरू करनी चाहिए. प्रदेश की सियासत में इन दिनों अच्छे कामों का श्रेय लेने की होड़ बीजेपी और कांग्रेस में मच गई है. पिछली कांग्रेस सरकार में शुद्ध के लिए युद्ध अभियान को लेकर अब बीजेपी और कांग्रेस में श्रेय लेने की होड़ मच गई है. कांग्रेस सरकार में स्वास्थ्य विभाग की जिम्मेदारी संभालने वाले और मौजूदा बीजेपी सरकार में कैबिनेट मिनिस्टर तुलसीराम सिलावट का बड़ा बयान सामने आया है. मंत्री सिलावट ने कहा है कि मिलावटखोरों के खिलाफ चलाए गए शुद्ध के लिए युद्ध अभियान उनकी खुद की सोंच का नतीजा था. प्रदेश में कोरोना संक्रमितों की रफ्तार ठीक होने वाले मरीजों से ज्यादा बनी हुई है। सोमवार को प्रदेश में कोरोना के एक्टिव केस की संख्या बढ़कर 22542 हो गई। खास बात ये है कि इनमें से करीब 9 हजार केस भोपाल, इंदौर, ग्वालियर और जबलपुर में हैं। 52 में से अब ऐसा कोई जिला नहीं है, जहां एक्टिव केस 10 से कम हों। सबसे कम 38 एक्टिव केस निवाड़ी में हैं। चार जिले ही ऐसे हैं जहां 100 से कम एक्टिव केस हैं। इसके अलावा राज्य में कोरोना मौतों का आंकड़ा 2000 के पार हो गया है। कोरोनाकाल में भी प्रदेश में डॉक्टरों के 5 हजार पद और 10 हजार पैरोमेडिकल स्टाफ के पद खाली हैं। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चैहान ने कोरोना समीक्षा बैठक में अफसरों को निर्देश दिए कि इन पदों को भरने की प्रक्रिया जल्द शुरू करें। शिवराज ने बताया कि अभी डॉक्टरों के कुल 9 हजार पद स्वीकृत हैं, इनमें से 4 हजार ही भरे हैं। अभी 852 फीवर क्लीनिक पर जांचें हो रही हैं। भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) की ताजा रिपोर्ट के मुताबिक वित्त वर्ष 2020-21 की पहली तिमाही अप्रैल से जून के बीच मप्र के बैंकों में जमा राशि 20028 करोड़ रु. बढ़ी है। जो कि बीते वर्ष की इस अवधि की जमा बचत की तुलना में 4.30 गुना ज्यादा है। लॉकडाउन में आम बचत, चालू और सरकारी खातों में जमा धन बढ़ा है। विधानसभा के एक दिनी सत्र में सोमवार को नियंत्रक एवं महालेखा परीक्षक (कैग) की एक अहम रिपोर्ट पेश की गई। इसमें बताया गया कि वर्ष 2013 से 2018 के बीच भोपाल के 3.62 लाख और इंदौर के 5.33 लाख लोगों को दूषित पानी सप्लाई हुआ। इनमें से साढ़े पांच लाख लोग इस पानी से बीमार हुए। रिपोर्ट के मुताबिक इन शहरों में जिन टंकियों से पानी सप्लाई होता है, कैग की टीम ने जब उनकी जांच की तो पता चला कि 45 बड़ी व उच्च स्तरीय टंकियों में 23 की नियमित साफ-सफाई नहीं हुई। इनमें मिली मिट्टी की जैविक जांच में यह बात सामने आई। इंदौर में कोरोना के मरीजों का इलाज करने वाले एक और अस्पताल ने सोमवार को मानवता को शर्मसार कर दिया। अन्नपूर्णा इलाके में स्थित यूनीक अस्पताल में तीन दिन पहले भर्ती हुए 87 साल के बुजुर्ग की रविवार देर रात मौत हो गई। परिजन का आरोप है कि अस्पताल ने शव को रखने में लापरवाही दिखाई। पूरी बॉडी को चूहों ने कुतर दिया। परिजन को शव तभी सौंपा गया, जब उन्होंने एक लाख का बिल चुका दिया। मामला सामने आने के बाद कलेक्टर मनीष सिंह ने मजिस्ट्रियल जांच के आदेश दिए हैं। जांच एडीएम अजय देव शर्मा करेंगे। बंगाल की खाड़ी में बना मानसूनी सिस्टम(कम दबाव का क्षेत्र) सही ट्रैक पकड़ रहा है। मौसम वैज्ञानिक एवं ड्यूटी ऑफिसर एचएस पांडे ने बताया कि सोमवार शाम तक यह सिस्टम ओडिशा के समुद्र तट पर था। यदि यह स्ट्रांग हो गया और इसकी रफ्तार धीमी रही तो राजधानी में बुधवार से दो- तीन दिन अच्छी बारिश की उम्मीद है। पांडे ने बताया कि ट्रैक यही रहा तो भोपाल में हल्की या मध्यम बारिश के रूप में मंगलवार शाम से इस सिस्टम का थोड़ा असर दिख सकता है। महाकालेश्वर मंदिर के स्ट्रक्चर की मजबूती की जांच आज से शुरू हो गई। केंद्रीय भवन अनुसंधान संस्थान रुड़की की चार सदस्यीय टीम मंगलवार से गुरुवार तक मंदिर के पत्थरों व निर्माण सामग्री की आधुनिक उपकरणों से जांच करेगी। इसकी रिपोर्ट सुप्रीम कोर्ट में प्रस्तुत की जाएगी। महाकालेश्वर मंदिर के शिवलिंग क्षरण को लेकर दायर याचिका पर सुप्रीम कोर्ट ने मंदिर के स्ट्रक्चर की केंद्रीय भवन अनुसंधान संस्थान (सीबीआरआई) रुड़की से जांच कराने के निर्देश दिए हैं। कोर्ट ने केंद्र सरकार को निर्देश दिए हैं कि इस जांच पर खर्च होने वाली 41 लाख रुपए की राशि का भुगतान करे। मोदी सरकार के किसानों के लिए लाए गए अध्यादेश को किसान और खेतिहर मजदूर विरोधी बताते हुए कमलनाथ ने इस दिन को काले दिवस के रूप में दर्ज होने की बात कही है। कमलनाथ ने कहा कि शिवराज सरकार स्पष्ट करे कि वो किसानों के साथ है या इन किसान विरोधी काले कानून के साथ? प्रदेश का किसान इस सच्चाई को जानता चाहता है कि कौन उसके साथ है और कौन किसान विरोधी काले क़ानून के साथ? मध्य प्रदेश में होने वाले विधानसभा के उप-चुनाव में कांग्रेस ने अपने से अलग हुए पूर्व केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया को घेरने की रणनीति पर काम करना शुरू कर दिया है। इसके लिए उनके पुराने दोस्त और राहुल गांधी के करीबियों को चुनाव प्रचार के मैदान में उतारा जा सकता है। राज्य में होने वाले विधानसभा के उप-चुनाव सियासी तौर पर कांग्रेस के पूर्व नेता और वर्तमान में भाजपा के सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया के लिए सबसे अहम माने जा रहे हैं। ऐसा इसलिए क्योंकि उन्होंने कांग्रेस छोड़कर भाजपा का दामन थामा तो कमलनाथ की सरकार गिर गई और भाजपा को फिर से सत्ता संभालने का मौका मिला। हार्डकोर नक्सली बादल से चार दिन तक हुई कड़ी पूछताछ व निशानदेही पर पुलिस व हॉकफोर्स की टीम ने कान्हा नेशनल पार्क के खमोड़ी दादर से हथियार व नक्सली साहित्य बरामद किया। 17 सितंबर को मप्र और छग में 8 लाख के इनामी नक्सली एवं विस्तार दलम-2 के सक्रिय सदस्य बादल उर्फ कोसा मरकाम को बालाघाट पुलिस ने समनापुर के बांदाटोला से उस वक्त गिरफ्तार किया था, जब वह अपने साथी रूपेश के साथ भाग रहा था। कोरोना के बढ़ते प्रकोप के बीच प्रशासन बाजार के दिन और समय कम करने की कोशिश में जुट गया है। इसके तहत शहर के सभी बाजार सप्ताह में दो दिन (शनिवार-रविवार) पूरी तरह बंद रखने, जबकि शेष पांच दिन शाम 6 बजे तक दुकानें बंद कराने की तैयारी है। हालांकि प्रशासन उम्मीद कर रहा है कि सरकारी आदेश के बिना व्यापारी खुद ही इस पर अमल करें। इधर, व्यापारी भी बाजार के दिन और समय कम करने को तैयार हैं, लेकिन चाह रहे हैं कि प्रशासन आदेश निकाल दे तो अमल करना आसान हो सकेगा। मध्य प्रदेश में पहली बार तेंदुए का सीटी स्कैन भोपाल स्थित राज्य पशु चिकित्सालय जहांगीराबाद किया गया। उसके शरीर में धातुओं के अवशेष होने की आशंका है। विस्तृत रिपोर्ट आने के बाद ही आधिकारिक रूप से इसका खुलासा होगा और इलाज किया जाएगा। तेंदुआ इंदौर के चिड़ियाघर से लाया गया था। वन विहार नेशनल पार्क के डिप्टी डायरेक्टर अशोक कुमार जैन ने बताया कि तीन माह पहले छह साल के नर तेंदुए को इंदौर वन विभाग द्वारा जंगल से पकड़ा गया था। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चैहान की सुरक्षा में गंभीर चूक सामने आई है। 14 सितंबर को वे मुंगावली (अशोकनगर) की सभा में हेलीकॉप्टर से पहुंचे थे। सभा के बाद जब जाने लगे तो हेलीकॉप्टर के ऊपर अचानक एक ड्रोन आ गया था। वहां मौजूद पुलिस अधिकारियों की नजर भी उस पर नहीं पड़ी। पायलट ने इसकी सूचना दी और कहा था, श्यह ड्रोन हेलीकॉप्टर की पंखुड़ियों में उलझ सकता हैश्, तब अधिकारियों ने इसे नीचे उतरवाया। मामले में ग्वालियर जोन आइजी अविनाश शर्मा ने विभागीय स्तर पर संबंधित अधिकारियों से स्पष्टीकरण मांगा है। हालांकि आइजी से इस बारे में पूछा तो उन्होंने कहा कि यह कोई सुरक्षा में चूक नहीं है।