कहने को तो भोपाल मध्य प्रदेश की राजधानी है । लेकिन राजधानी भोपाल में कोरोना से मरने वालों को 2 गज की जमीन तक नसीब नहीं हो पा रही है । जी हां यह बिल्कुल सही है । प्रशासन ने राजधानी के भदभदा विश्राम घाट में कोरोना से मरने वाले लोगों के अंतिम संस्कार के लिए परमिशन दी है । लेकिन यहां कोरोना से मरने वाले शवों के अंतिम संस्कार के लिए तनिक भी व्यवस्था नहीं है । तस्वीरों में आप साफ तौर पर देख सकते हैं कि खुले आसमान नीचे और नाले के किनारे पर कोरोना की डेड बॉडी यों को जलाया जा रहा है । इतना ही नहीं जिस जगह पर अंतिम संस्कार हो रहा है वहां पर नाही टीन सेड की व्यवस्था है । और ना ही कोई स्टैंड बना हुआ है । जिससे ज्यादा तेज बारिश होने पर अस्थियां पानी में बह जाती है । जिला प्रशासन की इस लापरवाही के चलते लोगों की धार्मिक आस्थाओं के साथ खिलवाड़ हो रहा है । भदभदा विश्राम घाट के प्रबंधक ने बताया कि यहां 1 दिन में 15 से 20 तक कोरोनावायरस की डेड बॉडी आती हैं । और अगर आने वाले समय में यह संख्या बढ़ती है । तो फिर अंतिम संस्कार सड़क पर ही करना पड़ेगा ।।।