मप्र सरकार ने मजदूरों को गुजरात से तो लेकर आ गई लेकिन इन्हे भोपाल आने के बाद बेसहारा झो़ड दिया गया । राजधानी भोपाल में गुजरात से आए यह मजदूर अपने अपने गांव जाना चाहते है लेकिन प्रशासन ने इन्हे अपने घर भेजने की कोई व्यवस्था नहीं की इन्होने कलेकटर को एक आवेदन भी दिया लेकिन उसके बाद भी इनके घर जाने के लिए कोई व्यवस्था नहीं हो पाई है। जिसके बाद यह लोग धूप में अपने पूरे परिवार के साथ सड़को पर रहने को मजबूर है । साथ ही इन्हे न तो कोई खाने की व्यवस्था है औऱ न ही रुकने की । इनका कहना है कि इन्हे ट्रेन से तो इन लोगो भोपाल तक ला दिया गया लेकिन इसके बाद इन्हे घर तक पहुचाने की सुध लेने वाला कोई नहीं है । जिसके कारण अब यह लोग अपने परिवार औऱ छोटे छोटे बच्चों के साथ पूरा सामान लेकर पैदल ही अपने गंतव्य तक जा रहे है। इनकी यह बेबसी बताती है कि प्रशासन और शासन इन लोगो की मदद करने में पूरी तरह फेल है ।