भारत के संविधान निर्माता और दबे-कुचलों की आवाज को आगे तक बढ़ाने वाले महानायक डॉ.भीमराव अंबेडकर को उनके महापरिनिर्वाण दिवस पर राष्ट्र याद कर रहा है. उनके अनेको प्रयासो से देश के दलितों और पिछड़ों को उनका अधिकार मिला उत्तराखंड में भरतीय जनता पार्टी कार्यालय में महापरिनिर्वाण दिवस मनाया गया ओर डॉ. बाबासाहेब अंबेडकर को स्मरण किया गया .भाजपा प्रदेश अध्यक्ष महेन्द्र भट्ट ने इस मौके पर बाबासाहेब को याद करते हुए श्रद्धांजलि अर्पित की ओर कहा कि उनकी दूरदर्शी सोच न्याय और समानता के प्रति अटूट प्रतिबद्धता तथा संवैधानिक मूल्यों ने भारत की विकास यात्रा को दिशा दी है हमने पूरे दल की तरफ से बाबासाहेब को श्रद्धांजलि दी कांग्रेस नेता ओर पूर्व कैबिनेट मंत्री हरक सिंह रावत का सिख समाज के ऊपर गलत टिप्पणी करने का एक वीडियो इन दिनों सोशल मीडिया पर वाइरल है जिसके चलते आज देहरादून के घंटाघर में पूरा सिख समाज हरक सिंह रावत के विरोध में प्रदर्शन किया साथ ही सिख समाज के साथ हिन्दु संगठनों ने भी हरक के बयान के विरोध में हरक सिंह रावत का पुतला फूंका गया सरदार संतोख सिंह नागपाल ने बताया कि हरक सिंह रावत के बयान से सारा सिख समाज आक्रोश में है जब तक हरक सिंह रावत सार्वजनिक रूप से माफ़ी नही मांगेंगे तब तक यह आक्रोश जारी रहेगा उत्तराखंड सिडकुल में टेंडर आवंटन को लेकर नया विवाद। कांग्रेस ने महाप्रबंधक पर गंभीर आरोप लगाए हैं। कांग्रेस नेता करण सिंह माहरा का कहना है कि सिडकुल के अंदर बड़ा घोटाला दबाया जा रहा है। सिडकुल के GM यदुवीर पुंडीर पर अपने ही परिचितों और परिवार को फायदा पहुँचाने का आरोप कांग्रेस नेता और CWC के सदस्य करन माहरा ने सामने रखे बड़े दावे किए है। आरटीआई से मिली जानकारी का हवाला देते हुए करन माहरा का कहना है कि GM यदुवीर पुंडीर ने अपने परिवार के नाम पर एक कंपनी बनाई और सिडकुल में बिना टेंडर के 70 लाख रुपये से अधिक के काम उसी कंपनी को आवंटित कर दिए। उनके मुताबिक पुंडीर की पत्नी सोनिया पुंडीर की कंपनी को भी अब तक 50% मैप तैयार करने के काम दे दिए गए। जबकि सिडकुल की नियमावली साफ कहती है कि कोई भी अधिकारी या कर्मचारी अपनी या परिजन की कंपनी को काम नहीं दे सकता। करन माहरा ने आरोप लगाया कि सिडकुल प्रशासन जानकारी छिपा रहा है। और अगर सभी दस्तावेज आरटीआई से मिल गए तो घोटाले की राशि करोड़ों तक पहुँच सकती है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के निर्देशन में जिला प्रशासन द्वारा समाज कल्याण विभाग के तत्वाधान में दिव्यांग व वृद्धजनों को दैनिक जीवन में उपयोगी सहायक उपकरण उपलब्ध कराने व आत्मनिर्भर बनाने के उद्देश्य से आज से 11 दिसंबर तक विभिन्न स्थानों पर वृहद शिविर लगाए जाएंगे शिविरों में पात्र लाभार्थियों का पंजीकरण किया जाएगा साथ ही चिकित्सा जांच के आधार पर उनकी आवश्यकताओं के अनुरूप व्हीलचेयर वॉकर बैसाखी श्रवण यंत्र ट्राईसाइकिल सहित कई प्रकार के सहायक उपकरणों की पहचान की जाएगी चिन्हीकरण के पश्चात पात्र लाभार्थियों को निःशुल्क सहायक उपकरण बांटे जाएंगे विश्व दिव्यांग सप्ताह के अवसर पर रफेल होम संस्था द्वारा दिव्यांगजनों के प्रति जागरूकता एवं संवेदनशीलता बढ़ाने हेतु एक जागरूकता ‘‘वॉक फॉर डिस्एबिलिटी’’ का आयोजन किया गया।‘‘वॉक फॉर डिस्एबिलिटी’’ का शुभारंभ जिलाधिकारी सविन बंसल एवं मुख्य विकास अधिकारी अभिनव शाह ने दून लाइब्रेरी चौक से गुब्बारे उड़ाकर किया। इस आयोजन में लगभग 300 बौद्धिक दिव्यांगजन बच्चे शामिल हुए जिलाधिकारी सविन बसंल एवं मुख्य विकास अधिकारी अभिनव शाह ने स्वयं बच्चों के साथ ‘‘वॉक फॉर डिस्एबिलिटी’’ में पैदल चलते हुए दिव्यांगजनों को प्रोत्साहित किया। जिलाधिकारी ने बच्चों से संवाद कर उनका उत्साहवर्धन किया तथा समाज में समावेशन और समान अवसर सुनिश्चित किए जाने के प्रति जिला प्रशासन की प्रतिबद्धता व्यक्त की। हाल ही में बार एसोसिएशन के धरने के दौरान हरक सिंह रावत ने सिख समुदाय को लेकर अपने भाषण के दौरान टिप्पणी की जिसके बाद सिख समुदाय में उसका विरोध शुरू हो गया। हालांकि भाषण के दौरान ही बैठे हुए सिख व्यक्ति ने उन्हें रोका तो हरक सिंह इन माफी भी मांगी। लेकिन उसके बाद आज सिख समुदाय ने उनका घंटाघर में विरोध किया और पुतला दहन किया। हरक रावत ने पूरे मामले में कहा मैने उसी वक्त माफी मांग ली थी। भाजपा के द्वारा ये सब षडयंत्र रचा जा रहा है। मुगलों के शासन काल में हिंदू महिलाओं को मुगल उठाकर ले जाते थे ओर रात के समय सिख भाई उन महिलाओं को बचाते ओर संख्या कम होने कारण रात के समय लड़ते थे। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने शनिवार को भारतीय संविधान के निर्माता भारत रत्न बाबा साहेब डॉ. भीमराव आंबेडकर की पुण्य तिथि पर मुख्यमंत्री आवास में उनके चित्र पर श्रद्धासुमन अर्पित कर उनका भावपूर्ण स्मरण किया मुख्यमंत्री ने कहा कि बाबा साहेब ने जीवन पर्यंत शिक्षा समानता और स्वाभिमान की अलख जगाई। उन्हीं के मार्ग का अनुसरण करते हुए उत्तराखंड में समान नागरिक संहिता लागू कर सामाजिक समरसता और न्याय के सपने को साकार करने की दिशा में एक ऐतिहासिक कदम उठाया गया है।