जबलपुर के बरेला के हिनोतिया में शासकीय भूमि पर संदिग्ध लोगों द्वारा कब्जा कर झोपड़ियां बनाकर रहने की शिकायत पर कलेक्टर राघवेंद्र सिंह ने सख्ती दिखाई है। कलेक्टर ने तत्काल नोटिस जारी कर जमीन खाली कराने के निर्देश दिए हैं। वहीं संदिग्धों की नागरिकता की जांच पुलिस द्वारा की जा रही है क्योंकि ग्रामीणों ने आशंका जताई है कि ये लोग बांग्लादेशी या रोहिंग्या हो सकते हैं। जांच के बीच बताया जा रहा है कि नोटिस मिलते ही इन परिवारों ने हिंदू संगठन से संपर्क कर हिंदू धर्म अपना लिया। जबलपुर के सुभाष वार्ड में एक 32 वर्षीय युवती रिचा मिश्रा का शव उसके ही घर के कुएँ में मिला जिसकी गुमशुदगी शिकायत कल देर रात दर्ज की गई थी। परिवार और पुलिस की तलाश के बाद जब कोई सुराग नहीं मिला तो घर के कुएँ की सर्चिंग की गई जहाँ उसका शव बरामद हुआ। पुलिस ने शव को निकालकर पीएम कराया और मामले में मर्ग जाँच शुरू कर दी है। प्रारंभिक जाँच में सामने आया है कि युवती पिछले दो से तीन वर्षों से डिप्रेशन का इलाज ले रही थी। जबलपुर में जिला प्रशासन ने अवैध कॉलोनी संचालित करने वाले कॉलोनाइजर्स पर बड़ी कार्रवाई की है। बिना रेरा अप्रूवल और नियमों की अनदेखी करते हुए प्लाटिंग व मकान बेचने वाले कॉलोनाइजर्स के खिलाफ 98 कॉलोनियों में नई रजिस्ट्री पर रोक लगा दी गई है। प्रशासन की 10 महीने की जांच में सामने आया कि कई कॉलोनाइजर्स ने सुविधाओं के झूठे वादे कर उपभोक्ताओं से आर्थिक धोखाधड़ी की। कलेक्टर राघवेंद्र सिंह ने बताया कि शासन के दिशा-निर्देशों के अनुसार नियमों का पालन न करने पर कॉलोनाइजर्स को नोटिस जारी किया गया है। एसआईआर का 65% डिजिटाइजेशन पूरा 4 तारीख से पहले लक्ष्य पूरा करने की तैयारी कलेक्टर राघवेन्द्र सिंह ने जानकारी देते हुए बताया कि एसआईआर अभियान तेजी से आगे बढ़ रहा है और अब तक करीब 65% मतदाताओं का डिजिटाइजेशन पूरा किया जा चुका है।उन्होंने कहा कि लगभग 20 लाख मतदाताओं में से अंतिम 6 से 6.5 लाख प्रविष्टियां अगले दो से तीन दिनों में पूरी कर ली जाएंगी।कलेक्टर ने बताया कि मतदाताओं की सुविधा के लिए सीएम हेल्पलाइन 181 का कॉल सेंटर भी सक्रिय कर दिया गया है जहां फॉर्म और 2003 की जानकारी आसानी से प्राप्त की जा सकती है।