6 नये वाहन सहित 16 गाडिय़ां डोर टू डोर कचरा संग्रहण हेतु वार्डो को आवंटित नेशनल जूनियर ब्वायस फुटबाल टूर्नामेंट की सिरमौर बनी उत्तरप्रदेश कलेक्टर ने हट्टा शिविर में सुनी ग्रामीणों की समस्याऍ नगर पालिका परिषद बालाघाट द्वारा नये स्वच्छता वाहनों के पहुंचने पर विधिवत पूजन किया गया और उन्हें उन वार्डो में आवंटित किया गया है जहां पर कचरा संग्रहण ट्रैक्टर सहित अन्य वैकल्पिक व्यवस्था के द्वारा किया जा रहा था। नपाध्यक्ष भारती सुरजीतसिंह ठाकुर ने इस अवसर पर कहा कि बालाघाट शहर को स्वच्छ और सुंदर बनाना तथा स्वच्छता में नंबर वन करना हमारी प्रतिबद्धता है जहाँ हमारे देश के यशस्वी प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदीजी का संकल्प है स्वच्छ भारत-स्वस्थ भारत उसी परिकल्पना को बालाघाट में फलीभूत करना है और इसी को लेकर स्वच्छता कार्य सुगमता से हो इसलिए नये वाहनों को क्रय किया गया है जिनका आवंटन संबंधित वार्डो में किया गया। नपाध्यक्ष ने बताया कि पूर्व में 10 वाहनों का आवंटन किया जा चुका है और भी 6 नये वाहन पहुंचे है जिन्हें भी वार्डो को दिया गया है। लगभग 1.20 करोड़ रूपये की लागत से इन वाहनों की खरीदी शहर के वार्डो में कचरा संग्रहण के लिये की गई है। बालाघाट. अखिल भारतीय फुटबाल संघ द्वारा म.प्र फुटबाल संघ व जिला फुटबाल संघ के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित अंडर १६ नेशनल जूनियर ब्वायस फुटबाल चैम्पियनशिप टूर्नामेंट की सिरमौर उत्तरप्रदेश की टीम बनी है। टूर्नामेंट का फाइनल मैच ५ अगस्त को स्थानीय रेंजर कॉलेज मैदान में दोपहर २.३० बजे से उत्तरप्रदेश व असम के बीच खेला गया। इसमें उत्तरप्रदेश की टीम ने बेहतर खेल का प्रदर्शन करते हुये असम को ३-० गोल से पराजित किया। यूपी की टीम मध्यांतर तक १-० गोल से बढ़त में थी। मध्यांतर के बाद यूपी ने २ गोल किया लेकिन असम कोई गोल नहीं बना पाई। इस तरह यूपी ३-० गोल से एकतरफा विजयी रही। टूर्नामेंट के समापन अवसर पर अतिथि के रूप में नपाध्यक्ष श्रीमती भारती सुरजीतसिंह ठाकुर एसडीएम गोपाल सोनी टूर्नामेंट संरक्षक किरण भाई त्रिवेदी लता एलकर पूर्व नपाध्यक्ष रमेश रंगलानी ऋषभदास वैद्य नपा सभापति संगीता खगेश कावरे मानक बर्वे सहित अन्य मौजूद रहे। कलेक्टर श्री मृणाल मीना ने आमजन की समस्याओं का मौके पर निराकरण करने के लिए नवाचार करते हुए मंगलवार 05 अगस्त को बालाघाट विकासखंड की ग्राम पंचायत हट्टा में शिविर लगाकर ग्रामीणों की समस्याओं को सुना और संबंधित विभाग के अधिकारियों को इनका निराकरण करने के निर्देश दिए। ग्राम पंचायत हट्टा में आयोजित इस जनसुनवाई शिविर में जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री अभिषेक सराफ सहायक कलेक्टर श्री आकाश अग्रवाल एसडीएम श्री गोपाल सोनी जनपद सीईओ सुश्री ममता कुलस्ते जनपद सदस्य श्रीमती रंजना वैद्य सरपंच उमेश सोनेकर एवं अन्य विभागों के अधिकारी उपस्थित थे। इस शिविर में ग्रामीणो द्वारा विभिन्न समस्याओं से संबंधित 231 आवेदन प्रस्तुत किये गए। सावनमास के अवसर पर प्रति वर्षानुसार इस वर्ष भी अंतिम सावन सोमवार को शहर के वार्ड नंबर ३३ गायखुरी वैनगंगा नदी तट स्थित शिवमंदिर से भगवान भोलेनाथ को जलाभिषेक करने कावंड़ यात्रा निकाली गई। ये कांवड़ यात्रा वैनगंगा नदी का जल लेकर वार्ड के प्रमुख मार्गो का भ्रमण करते हुये महामृत्युंजय घाट पहुंची। जहां भगवान भोलेनाथ की मंदिर में शिवलिंग का जलाभिषेक कर पूजा अर्चना की गई। कांवडय़ात्रा में बड़ी संख्या में महिलाएं व युवा एवं बच्चे शामिल रहे। जो पैदल बम-बम भोले की जयघोष करते हुये डीजे की धुनों पर भोले बाबा के गीत में थिरकते हुये शामिल रहे। बालाघाट जिले के परसवाड़ा जनपद की ग्राम पंचायत मोहनपुर और चालीसबोड़ी सहित आसपास के 22 गांव आज भी मोबाइल नेटवर्क से वंचित हैं। संचार क्रांति के इस दौर में ग्रामीण डिजिटल दुनिया से कोसों दूर हैं। नेटवर्क समस्या के कारण ऑनलाइन कार्य नहीं हो पा रहे हैं। परेशान ग्रामीणों ने कलेक्टर जनसुनवाई में पहुंचकर ज्ञापन सौंपा और समस्या समाधान की मांग की। ग्रामीणों ने चेतावनी दी कि यदि जल्द समाधान नहीं हुआ तो बैहर मुख्य मार्ग पर चक्काजाम करेंगे। क्षेत्र में 14 प्राथमिक 3 माध्यमिक 1 हायर सेकेंडरी स्कूल कन्या और बालक छात्रावास व दो पुलिस चौकियां होने के बावजूद नेटवर्क सुविधा नहीं मिल रही है। जिले की पुलिस एकल सुविधा केंद्र के माध्यम से नई पहल करते जा रही है। हाल ही में पुलिस ने सात ग्रामीणों के मोतियाबिंद का सफल ऑपरेशन करवाया है।जानकारी के अनुसार बीते दिनों पुलिस प्रशासन आश्रित फाउंडेशन असाटी दवाखाना प्योरिटी सर्विसेस जैन अस्पताल बालाघाट और देवजी नेत्रालय जबलपुर के संयुक्त तत्वावधान में स्वास्थ्य शिविर का आयोजन किया गया था। इस शिविर में 45 ग्रामीणों के आंखों की जांच की गई थी। जांच में 18 ग्रामीणों को मोतियाबिंद होने की पुष्टि डॉक्टरों ने की। जिनमें 7 अत्याधिक पीडि़त ग्रामीणों को ऑपरेशन के लिए देवजी नेत्रालय जबलपुर भेजा गया था। जहां से सफल ऑपरेशन के बाद इन ग्रामीणों को उनके गांव भेज दिया गया है।