अक्षय तृतीया पर कलशा भरकर की गई पूजा अर्चना सर्व ब्रा हण समाज ने त्रिपुर सुंदरी मंदिर में मनाई परशुराम जयंती बॉयोमेट्रिक मशीन से अब जिला अस्पताल में ली जाएगी उपस्थिति वैशाख मास के शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि १० मई को हिन्दु धर्मावल्बियों द्वारा पार परिक रीति-रिवाज के अनुसार अक्षय तृतीया अखातीज पर्व मनाया गया। अक्षय तृतीया के दिन ही भगवान परशुराम का भी अवतरण होने पर भगवान परशुराम की भी पूजा अर्चना कर जयंती मनाई गई। श्रद्धालुओं द्वारा अपने घरों में नये घड़ा (कलशा) भरा गया। नये कलशा में जल भरकर उसमें आम व दाल चांवल एवं सिक्का डालकर कच्चा धागा लपेटकर देव स्थान में रखकर अक्षत चंदन कुमकुम का तिलक लगाकर पूजा अर्चना की गई। पूजा में आम का रस सेवई व अन्य पकवान बनाकर चढ़ाया गया और अपने परिचित व रिश्तेदारों को भोजन कराकर अपने पूर्वजों के नाम से दान भी किया गया। अक्षय तृतीया के दिन प्रतिवर्षानुसार इस वर्ष भी भगवान परशुराम की जयंती जिला सर्व ब्रा हण समाज के द्वारा हर्षोल्लास से आस्थापूर्वक मनाई गई। इस अवसर पर जयस्तंभ चौक समीप स्थित मां त्रिपुर सुंदरी मंदिर में विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन किया गया। इस संबंध में संगठन के अध्यक्ष राजेश पाठक ने बताया कि विगत कई वर्षो बाद इस साल जो भगवान परशुराम का राम दरबार स्थापित किया है उसकी पूजा अर्चना की गई। हर वर्ष जंयती के अवसर दो दिन बाद भव्य शोभायात्रा निकाली जाती थी लेकिन इस बार स्थगित किया गया। भगवान परशुराम के आर्शीवाद से ब्रा हण समाज के लिये भवन बनाने भूमि आवंटित हो गई जिसके भूमिपूजन अवसर पर आचार संहिता के बाद भव्य आयोजन किया जाएंगा। हर वर्ष की तरह इस वर्ष भी अक्षय तृतीया के दिन भगवान परशुराम की जयंती १० मई को धूमधाम से हर्षोल्लास के साथ मनाई गई। पूज्य सर्व ब्रा हण सभा द्वारा भगवान परशुराम जयंती के अवसर पर गोंदिया रोड स्थित नये श्रीराम मंदिर से शुक्रवार की शाम भगवान परशुराम की भव्य शोभायात्रा निकाली गई। जो मंदिर से प्रारंभ डीजे व बैण्ड की मधुर धुनों के साथ भगवान परशुराम की जय घोष करते हुये हनुमान चौक महावीर चौक राजघाट चौक मेन रोड होते हुये कालीपुतली चौक से आ बेडकर चौक होते हुये सिंधु भवन में पहुंचकर संपन्न हुई। कलेक्टर डॉ गिरीश कुमार मिश्रा ने ७ मई को शहीद भगत सिंह जिला चिकित्सालय की व्यवस्थाओं को दुरुस्त करने के लिए बैठक आयोजित की थी। बैठक में दिए गए निर्देशानुसार अब परिणाम मिलने लगे है। कलेक्टर डॉ मिश्रा ने डॉक्टर्स की उपस्थिति के अलावा सफाई कर्मी वार्ड बॉय सहित कई शाखाओं के कर्मियों की समय और उपस्थिति के लिए निर्देशित किया गया था। सिविल सर्जन डॉ निलय जैन ने बताया कि जिला चिकित्सालय में शुक्रवार को बॉयोमेट्रिक मशीन स्थापित की गई है। प्रारम्भिक तौर पर दो मशीनों के माध्यम से गार्ड एसएनसीयू वॉर्ड बॉय एनआरसीए हॉउस कीपिंग के सफाई कर्मी आदि अपनी उपस्थिति देना प्रारम्भ कर दिया है। जिला चिकित्सालय में ऐसे करीब १०० कर्मचारी है जो नियमित रूप से इसी के माध्यम से उपस्थिति देंगे।