8 महीने से पेमेंट नहीं मिलने से नाराज एक अतिथि शिक्षिका सोमवार को छिंदवाड़ा कलेक्टर शीलेंद्र सिंह से बहस बाजी करने लगी. शिक्षिका ने आरोप लगाया कि उन्हें पिछले 10 महीने से वेतन नहीं मिला है जबकि विभाग द्वारा विद्यार्थियों का रिजल्ट प्रतिशत बढ़ाने के लिए दबाव डाला जाता है. शिकायत करने पर अधिकारी इधर-उधर भेजते रहते हैं. महिला शिक्षिका का गुस्सा इस पर भी शांत नहीं हुआ उन्होंने कलेक्टर को भी खरी -खोटी सुना दी. जब कलेक्टर ने शिक्षिका से कहा कि आप अपना व्यवहार सुधरिए स्कूल में भी बच्चों को ऐसा ही पढ़ते हैं क्या? नहीं तो आगे कार्यवाही होगी इस पर महिला शिक्षिका ने कलेक्टर को आत्महत्या की धमकी दे दी शिक्षिका कहने लगी कि मैं आत्महत्या करके तुम सबको फंसा दूंगी. कलेक्टर शीलेंद्र सिंह ने जिला शिक्षा अधिकारी गोपाल सिंह बघेल को तत्काल मॉडल हायर सेकेंडरी स्कूल हडली जुन्नारदेव की शिक्षिका ममता परसाई पर एक्शन लेने के निर्देश दिए. बता दे की जुन्नारदेव विकासखंड में शिक्षा विभाग और आदिम जाति कल्याण विभाग के बीच में अतिथि शिक्षकों को वेतन देने का पेच फंसा हुआ था. बीते दिनों ट्राइबल विभाग द्वारा ट्रेजरी में अतिथि शिक्षकों को वेतन देने बिल भेजा गया था लेकिन ट्रेजरी ने बिल पर रोक लगा दी थी वहीं दूसरी तरफ ट्राइबल विभाग के अधिकतर स्कूल शिक्षक विहीन है यह स्कूल अतिथि शिक्षकों के भरोसे चल रहे हैं. जबकि छिंदवाड़ा शहर में जुगाड़ करके चार दर्जन से अधिक शिक्षक अटैचमेंट पर नियुक्त है. अब देखना है कि छिंदवाड़ा कलेक्टर अटैचमेंट पर नियुक्त इन शिक्षकों को वापस उनके मूल स्कूल भेजते हैं या फिर मामला एक बार फिर ठन्डे बस्तें में चला जाएगा.