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व्यक्तित्व
27-Jan-2024

भारत की प्रति व्यक्ति आय बांग्लादेश और श्रीलंका से भी कम है. हाल ही में प्रति व्यक्ति आय के बारे में जो सूची जारी हुई है. उसमें भारत 129 वें स्थान पर है. 190 देश में प्रति व्यक्ति आय की जो सूची जारी हुई है. उसमें टॉप 10 देश में एशिया के चार और यूरोप के पांच देश शामिल हैं. भारत अभी दुनिया की पांचवी (जीडीपी) के अनुसार अर्थव्यवस्था है. 2027 में इसे तीसरी अर्थ व्यवस्था के रूप में देखा जा रहा है. 2027 तक ऐसा माना जा रहा है कि जापान से बड़ी अर्थव्यवस्था भारत की हो जाएगी.पहले नंबर पर अमेरिका होगा दूसरे नंबर पर चीन और तीसरे नंबर पर भारत होगा. इसके बाद भी हम प्रति व्यक्ति आय के मामले में बांग्लादेश और श्रीलंका से भी पिछड़े हुए हैं. यह चिंता का विषय है. भारत में प्रति व्यक्ति आय 2673 डॉलर प्रति व्यक्ति है. भारतीय रुपए में यह प्रति व्यक्ति आय 225000 प्रतिवर्ष होती है. प्रति व्यक्ति आय के मुकाबले में सबसे ज्यादा आय लक्जमबर्ग की है. इसमें प्रति व्यक्ति आय 143000 डालर है. आयरलैंड की आय 1 लाख 37000 डालर है सिंगापुर की प्रति व्यक्ति आय 143000 डालर है.कतर की प्रतिवर्ष प्रति व्यक्ति आय 114000 डालर है.मकाउ की 88000 डालर प्रति वर्ष है. स्विटजरलैंड की प्रति व्यक्ति वार्षिक आय 89000 डालर है.यूएई की आय 88000 डालर प्रति व्यक्ति है. सेन मेरिनो की वार्षिक आय 84000 डालर प्रतिवर्ष की है. नार्वे की प्रतिवर्ष आय 82 हजार डॉलर प्रतिवर्ष तथा उस अमेरिका की प्रतिवर्ष प्रति व्यक्ति आय 80 हजार डॉलर है. प्रति व्यक्ति आय मे दुनिया भर के जो 190 देश के आंकड़े जारी किए गए हैं. उसमें भारत का 129 वां नंबर है. भारत के ऊपर बांग्लादेश और श्रीलंका जैसे देश हैं. भारत में जीडीपी के अनुसार जरूर पांचवी अर्थव्यवस्था बन गया है. लेकिन प्रति व्यक्ति आय में बहुत तेजी के साथ पिछड़ गया है. भारत में प्रति व्यक्ति आय के मामले में अमीरों की कमाई बड़ी तेजी के साथ बढ़ी है. वहीं गरीबों की आई प्रति व्यक्ति कम होती जा रही है. भारत में गरीबी बढ़ती जा रही है. यह चिंता का विषय है. पर कैपिटा इनकम में हम बांग्लादेश और श्रीलंका के नीचे जा चुके हैं.भारत में प्रति व्यक्ति आय के मामले में हम तेजी के बांग्लादेश और श्रीलंका जैसे देशों से पीछे हो रहे हैं। ऑक्सफैम की जो रिपोर्ट जारी हुई है। उसके अनुसार भारत की एक फ़ीसदी आबादी के पास भारत की 40 फ़ीसदी संपत्ति है। भारत का यह छोटा सा धनी माने जाने वाला वर्ग है। भारत की आबादी 140 करोड़ है। भारत में कुपोषित लोगों की संख्या बढ़ती जा रही है। दो वक्त की रोटी आसानी से उपलब्ध नहीं हो रही है। भारत सरकार को 80 करोड लोगों को प्रतिमाह 5 किलो मुफ्त अनाज देना पड़ रहा है। भुखमरी और कुपोषण के मामले में हंगर इंडेक्स ने भी भारत का जो चित्रण किया है। वह हमारी अर्थव्यवस्था को सारी दुनिया के सामने उजागर कर रहा है। #indianews #hindinews #srilankanews